×

बढ़ रहा है एंटी रेप डिवाइस, कंडोम और नेकलेस का बड़ा बाजार... उड़ा देगें होश

हमारे देश में आज हर औरत घर के बाहर ही नहीं बल्कि घर के अंदर भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और फेमिनिज्म जैसे शब्द केवल सुनने में ही अच्छे लगते हैं क्योंकि महिलाओं के ऊपर बढ़ रहे अत्याचार और अपराधियों ने इन शब्दों को पूरी तरह से खोखला कर दिया है।

Vidushi Mishra
Published on: 25 Jun 2019 12:38 PM IST
बढ़ रहा है एंटी रेप डिवाइस, कंडोम और नेकलेस का बड़ा बाजार... उड़ा देगें होश
X

लखनऊ : हमारे देश में आज हर औरत घर के बाहर ही नहीं बल्कि घर के अंदर भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और फेमिनिज्म जैसे शब्द केवल सुनने में ही अच्छे लगते हैं क्योंकि महिलाओं के ऊपर बढ़ रहे अत्याचार और अपराधियों ने इन शब्दों को पूरी तरह से खोखला कर दिया है। एक तरफ वो लोग हैं जो आए दिन बिना किसी डर के कभी जवान तो कभी एक साल से भी कम उम्र की मासूम बच्चियों का रेप करते चले जा रहे हैं।

यह भी देखें... भारत के दबाव में झुका एंटीगुआ, मेहुल चोकसी की नागरिकता होगी रद्द, लाया जाएगा वापस

दूसरी तरफ वो लोग जो इस गंभीर समस्या से समझौता कर चुके हैं और हर घटना पर अपनी कोई भी प्रतिक्रिया ना देते हुए इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रहे हैं। लेकिन देश में कई ऐसे भी लोग हैं जिन्हें इन बातों से फर्क पड़ता है और कल को उनके या किसी और परिवार की महिला के साथ ऐसा ना हो इसके लिए वो हर तरह के प्रयास करने में लगे हुए हैं। इन अपराधों को रोकने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने तरह-तरह के उपकरण बनाए हैं, जिन्हें एंटी रेप्ड डिवाइस कहा जाता है।

इनमें से कई उपकरण बहुत असरदार है जो एक इशारे पर पुलिस और लोगों की भीड़ इकट्ठी कर सकते हैं। वहीं कई उपकरण बहुत खतरनाक भी हैं जो रेप की कोशिश करने वाले व्यक्ति को हमेशा के लिए नपुंसक भी बना सकते हैं। आइए दुनिया भर के अलग अलग देशों द्वारा बनाए गए कुछ ऐसे ही एंटी रेप्ड उपकरणों के बारे में जानते हैं।

एंटी रेप इनरवियर

2013 में एक यूनिवर्सिटी के 3 छात्र मनीषा, रिंपी और नीलाद्रि ने “शी” नामक एक एंटी रेप इनरवियर बनाया। शी का फुल फॉर्म “सोसाइटी हार्नेसिंग इक्यूपमेंट” है। वैसे तो यह देखने में बिल्कुल एक नॉर्मल गाउन की तरह है लेकिन इसकी खासियत यह है कि यह जरूरत पड़ने पर 3,800 किलोवाट का एक इलेक्ट्रिक शॉक देने की क्षमता भी रखता है। वैसे भी देखा गया है कि छेड़छाड़ के दौरान अपराधी महिलाओं के प्राइवेट बॉडी पार्ट्स को छूने की कोशिश करता है।

शी में लगा सेंसर इस तरह की किसी भी हरकत को तुरंत डिटेक्ट करके रिएक्ट करता है और रेप या जबरदस्ती किए जाने पर उस व्यक्ति को तेज बिजली के झटके से झंझोड़ देता है। इस डिवाइस की एक और खास बात यह है कि इसमें GPS भी लगा हुआ है जो कि कुछ भी होने पर उस महिला की लोकेशन की जानकारी परिवार के सदस्यों और पुलिस को पहुंचा देता है।

एंटी रेप बकल

यह बेल्ट दिखने में तो एक साधारण बेल्ट की तरह ही लगता है लेकिन यह साधारण सी चीज किसी लड़की को रेप जैसी दुर्घटना से बचा सकती है। इस बेल्ट को खोलने के लिए एक कांपलेक्स कोड की जरूरत पड़ती है।

जिसकी वजह से इस बेल्ट को केवल वो व्यक्ति ही खोल सकता है जिसने इसे पहना हो। ऐसे में कोई दूसरा व्यक्ति चाहे जितनी कोशिश कर ले, इस बेल्ट को खोल पाना असंभव है।

एंटी रेप नेकलेस

यह एक ऐसा डिवाइस है जो कि नेकलेस और ब्रेसलेट दोनों की तरह काम करता है। इस डिवाइस को जेडब्ल्यूटी सिंगापुर ने अवेयर नामक एनजीओ के साथ मिलकर बनाया था। इस नेकलेस में एक बटन मौजूद है। किसी भी इमरजेंसी के दौरान इस बटन को दबाते ही आपके फोन पर एक फेक कॉल आता है।

साथ ही मात्र 3 सेकेंड के अंदर आपकी लोकेशन और एक इमरजेंसी मैसेज एसएमएस के जरिए आपके परिवार और दोस्तों तक पहुंच जाता है। एक आम ज्वेलरी की तरह दिखने वाला यह डिवाइस सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ फैशनेबल भी है, जिसका कोई भी महिला अपनी रेगुलर लाइफ में यूज कर सकती है।

यह भी देखें... लखनऊ में मौसम हुआ सुहावना, कभी भी हो सकती है वर्षा

एंटी रेप वियर

यह डिवाइस नहीं बल्कि एक एंटी रेप वियर है जो कि रेप से बचने के लिए किसी भी दूसरे डिवाइस के मुकाबले ज्यादा बेहतर माना जाता है। अमेरिका की एक कंपनी ने सन 2013 में एंटी रेप वियर की एक प्रोडक्ट लाइन शुरू की थी, जिसमें अल्ट्रा टाइट रनिंग शॉर्ट्स और ट्रेवलिंग शॉर्ट्स जैसे कपड़े शामिल है।

खास बात यह है कि इन्हें इस तरह डिजाइन किया गया है कि कोई दूसरा व्यक्ति लाख कोशिश करने के बाद भी जबरदस्ती इन्हें उतार ना सके। इन शॉर्ट्स के हुक को खोलने के लिए एक कोर्ट की जरूरत पड़ती है, जिसे उसे पहनने वाला व्यक्ति ही खोल सकता है और इतना ही नहीं जिस मटेरियल से यह बनाए जाते हैं उसे काटा या फाड़ा भी नहीं जा सकता है।

रेप-एक्स टीथ कंडोम

कंडोम की तरह दिखने वाला यह डिवाइस एक टीथ कंडोम है। इसका इस्तेमाल एक फीमेल कंडोम की तरह विदेशों में किया जाता है। अपनी सेफ्टी के लिए महिलाएं इसे अपने शरीर में इंसर्ट करके रखती हैं। इस डिवाइस को इस डिवाइस के अंदर मौजूद कांटेदार दांत इसको खतरनाक बनाते हैं। जब भी कोई पुरुष किसी महिला के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा तो रेप को अंजाम देने के दौरान कंडोम से खुद को गंभीर रुप से घायल कर बैठेगा।

इसमें मौजूद नुकीले दांत पुरुष के प्राइवेट पार्ट्स में गहराई तक इस कदर घुस जाते हैं कि अपराधी के लिए खुद अपने आप इसे निकाल पाना असंभव है। इसलिए एक बार इसकी चपेट में आ जाने के बाद इसे निकालने के लिए मेडिकल प्रोसीजर का सहारा लेना पड़ता है, जिससे व्यक्ति के रेप करने की कोशिश का भी पता चल जाता है।

बज्ज़िंग एंटी रेप डिवाइस

एंजेल विंग की तरह दिखने वाला यह एंटी रेप डिवाइस स्ट्रिंग पुल करने पर 90 डेसीबल तक जोर की आवाज निकाल सकता है, जोकि अटैकर के कानों के पर्दों को भारी नुकसान पहुंचाने और डिस्ट्रैक्ट करने का काम करता है।

छोटा होने की वजह से इसे पर्स या मोबाइल के साथ लटकाया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर यह अटैकर्स को भगाने के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी तेज आवाज से सचेत कर देता है।

एंटी मोलेस्टेशन जैकेट

निशांत प्रिया और शहजाद अहमद, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी के दो ऐसे स्टूडेंट हैं जिन्होंने एक एंटी रेप जैकेट बनाया। देखने में एक स्टाइलिश जैकेट की तरह है। सुविधा के लिए यह जैकेट डेनिम और ऐक्रेलिक दोनों ही फैब्रिक से बनाया गया है।

इस जैकेट की खासियत यह है कि किसी भी प्रकार का अनवांटेड टच फील होते ही इस जैकेट से इलेक्ट्रिक शॉक लगता है, जो कि किसी भी आम इंसान को 10 से 15 मिनट तक के लिए बेहोश कर सकता है और इतनी देर में कोई भी लड़की सेफ ज़ोन में पहुंचकर अपने घरवालों और पुलिस को भी इन्फॉर्म कर सकती है।

यह भी देखें... शादीशुदा लिबास में लोकसभा में पहुंची नुसरत, ऐसे ली शपथ, मिमी भी रही साथ

पैपर स्प्रे

पैपर स्प्रे आत्मरक्षा यानी सेल्फ डिफेंस में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों में से सबसे ज्यादा पॉपुलर डिवाइस है क्योंकि परफ्यूम या डियो स्प्रे की तरह होने की वजह से इसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। पैपर स्प्रे का इस्तेमाल व्यक्ति की आंखों के साथ-साथ उसके मुंह और नाक पर भी होता है। पैपर स्प्रे करते ही उसकी आंखों में तेज जलन तो होती है। साथ ही उसे सांस लेने में भी प्रॉब्लम होना शुरू हो जाती है। पैपर स्प्रे का असर काफी देर तक रहता है जिससे एक व्यक्ति लंबे समय के लिए लगातार बेचैन होता रहता है और इतना समय किसी भी महिला के बच निकलने के लिए काफी होता है।

पैपर स्प्रे किसी भी जनरल स्टोर पर आसानी से मिल जाता है। इसलिए अपने आपको हमेशा सुरक्षित रखने और किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए हर महिला को इसे अपने साथ जरूर रखना चाहिए।



Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story