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Palm Sunday: सेंट पीटर चर्च में पवित्र सप्ताह का पहला त्योहार 'पाम संडे' धूम धाम से मनाया गया
Palm Sunday 2023: पाम संडे का जश्न ईसाई धर्म के लोगों द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाता है। पाम संडे ईसाई धर्म कैलेंडर में पवित्र सप्ताह की शुरुआत बताता है और ईस्टर से पहले का रविवार होता है।
Palm Sunday: पाम संडे ईसा मसीह की यात्रा की याददाश्त के लिए मनाया जाता है जो उन्होंने येरुशलेम के नगर में किया था। यह दिन यीशु की पुनरुत्थान की घोषणा करने के लिए भी जाना जाता है। इस दिन यीशु यरूशलेम में आया था और उनके आगमन को स्वागत करने के लिए लोगों ने पल्म पत्तियों को लेकर सड़कों पर नाच किया था। इस यात्रा में वह एक सुसज्जित गधे पर बैठे थे और उन्हें लोगों द्वारा ताजगी के साथ बधाई दी गई थी।
पाम संडे त्योहार का नामकरण
पाम संडे का नाम पाम ब्रांच से लिया गया है, जो इस यात्रा में लोगों द्वारा अपनाए गए थे। लोग पाम ब्रांच की शाखाओं को टूटने नहीं देने और यीशु की यात्रा के लिए साथ ले जाने के लिए रखते थे। पाम संडे के दिन लोग शाखाएं लेकर यीशु की यात्रा का सम्मान करते हैं और उन्हें ताजगी और खुशी से स्वागत करते हैं। "पाम संडे" का नाम बाइबल के अनुसार, जब यीशु यरूशलम पहुंचते हुए गधे पर बैठे हुए थे, तब उस दिन पाम के वृक्षों को भूमि पर रखा गया था। पाम संडे के प्रदर्शन में पाम के वृक्षों का उपयोग आज भी कई ईसाई चर्चों में परंपरा है।
पवित्र सप्ताह का महत्व
यह सप्ताह स्पष्ट रूप से ईसाई धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस सप्ताह में जीवन और मृत्यु के बीच का संघर्ष दर्शाया जाता है। इस अवसर पर, ईसाई समुदाय पाम संडे का समारोह फूलों के हार, धुले हुए पैरों के साथ मनाते है। पाम संडे को "पैशन संडे" भी कहा जाता है क्योंकि कुछ देशों में पाम संडे पर पाम के वृक्षों के स्थान पर जैतून या विलो के वृक्षों का उपयोग भी किया जाता है।
चर्च में पाम संडे का जश्न
सेंट पीटर चर्च में पवित्र सप्ताह के पहले दिन पाम संडे त्योहार को हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सेंट पीटर चर्च के पुरोहित रेवरेंड वीरेंद्र सिंह एवं चर्च के अन्य सदस्यों द्वारा चर्च का क्रॉस और पाम की पत्तियों को पकड़कर चर्च के मुख्य द्वार से भवन के अंदर जुलूस निकालकर प्रवेश किया।
चर्च के युवा सदस्यों द्वारा भक्ति गीत
चर्च के युवा सदस्यों द्वारा प्रभु यीशु की आराधना में भक्ति गीत ‘डालिया झुकी रही,डाली हाथों में” आदि गीत प्रस्तुत किए गए। भक्ति गीत गाकर चर्च के सभी सदस्यों ने प्रभु इशू की याद में प्रार्थना भी करी और सभी के साथ मिलकर त्योहार का जश्न मनाया।