TRENDING TAGS :
Lucknow University: कुलपति ने शिक्षकों एवं शोधार्थियों को किया सम्मानित
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की बूस्ट स्कीम के अन्तर्गत शैक्षणिक सत्र 2021-22 में चयनित शिक्षकों एवं शोधार्थियों को मिला सम्मान।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की बूस्ट स्कीम के अन्तर्गत शैक्षणिक सत्र 2021-22 में चयनित शिक्षकों एवं शोधार्थियों को कुलपति प्रो० आलोक कुमार राय द्वारा पुरस्कार वितरण किये गये। कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए प्रो० राजीव पाण्डेय, अधिष्ठाता शोध ने अवगत कराया कि इस प्रकार का आयोजन निरन्तर तृतीय वर्ष किया जा रहा है तथा सत्र 2021-22 में दो आचार्य प्रो० ध्रुवसेन सिंह एवं प्रो० आर. पी. सिंह को एक्लेम पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार राष्ट्रीय अथवा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट रूप से सम्मानित होने वाले शिक्षकों को प्रदान किया जाता है, जिसके लिये लखनऊ विश्वविद्यालय अपने स्तर से प्रमाणपत्र के साथ-साथ पाँच हजार रुपये पारितोषिक के रूप में प्रदान करता है।
ये हुए परस्कृत
उत्कृष्ट शोध परियोजनाओं हेतु प्रोत्साहन पुरस्कार हेतु रु० 20,000- सीड मनी के साथ-साथ प्रमाणपत्र दिये जाते हैं। इस वर्ष यह पुरस्कार डा० सुचित स्वरुप, डा० आकांक्षा शर्मा, डा० आशुतोष रंजन, डा० मनोज कुमार ( जन्तु विज्ञान विभाग), डा० शाम्भवी मिश्रा (सांख्यिकी विभाग), डा० अलका मिश्रा (गणित एवं खगोल विज्ञान विभाग) डा० नरेन्द्र कुमार मौर्या (व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग ) को प्रदान किया गया है।
उद्दीपन योजना के अन्तर्गत उत्कृष्ट शोधपत्र प्रकाशित करने वाले 32 शिक्षकों एवं 34 शोधार्थियों को प्रमाणपत्र के साथ 1100 रुपये पारितोषिक के रुप में दिये गये हैं।
कुलपति ने शिक्षकों एवं शोधार्थियों को बधाई दी
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि आप सभी शिक्षकों का स्वागत है। 3 वर्ष पूर्व हम लोगों ने इसे शुरू किया था। एक्लेम, प्रोत्साहन और उद्दीपन के नाम से इसे बूस्ट के अंतर्गत शुरू किया गया था। इस नवीनीकृत मालवीय हाल में आपके बीच उपस्थित होकर मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है। हमे इंपैक्ट फैक्टर के जनरल के अलावा भी उन विषयों के जनरल को भी सम्मिलित किया जाना चाहिए जो इंपैक्ट फैक्टर पर नहीं आते किंतु अच्छा शोध कार्य करके प्रकाशित कर रहे हैं। रिसर्च सेल से मुझे अपेक्षा है कि वे इस विषय को अगली बार से ध्यान में रखेंगे। हमे अंतर्विषयी शोध को बढ़ावा देना चाहिए। अंत में उन्होंने सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षकों एवं शोधार्थियों को बधाई दी तथा सभी का उत्साहवर्धन किया।