TRENDING TAGS :
सरकारी खर्चे पर इलाज
Also Read
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नोडल डा. आरएन सिंह ने बताया कि दृष्टि चोर के रूप में जाना जाने वाला काला मोतिया (ग्लूकोमा) नेत्र की दृष्टि के लिए खतरा पैदा करने वाला रोग है। यह सामान्यतः 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, विशेषकर ऐसे लोगों को होता है, जिसके परिवार में काला मोतिया (ग्लूकोमा) का इतिहास रहा होता है। काला मोतिया ग्लूकोमा का इलाज सभी राजकीय चिकित्सालयों में सरकार के खर्चे पर उपलब्ध है। साथ में मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी संपादित किया जा रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य के केंद्र घोसी के नेत्र परिक्षण अधिकारी डा. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि काला मोतिया (ग्लूकोमा) लक्षणों के आधार पर अबतक 5 सम्भावित मरीज मिले हैं, जिनमें 4 महिला 1 पुरुष है। पहले इस रोग से ग्रसित महीने में एक या दो ही आते थे दवा और परामर्श लेकर चल जाते थे। कभी उनके रिकार्ड रखने के लिये कोई निर्देश नहीं मिले थे, लेकिन शासन के द्वारा विशेष अभियान चलाये जाने के बाद हमनें अब लिस्टिंग करना शुरू कर दिया है।
कोई निश्चित दवा नहीं
डा. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि इससे बचने के लिए कोई फौरी तौर पर दवा नहीं है। काला मोतिया (ग्लूकोमा) को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन यदि इसका शुरू में पता लग जाए तो समुचित एवं नियमित इलाज हो तो ग्लूकोमा होने के कारण होने वाले दृष्टिहीनता से बचा जा सकता है। इससे संबंधित जानकारी के लिए 104 नंबर डायल कर और विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।