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Meerut News: कोरोना के कारण ठप हो गया था कारोबार, कर्ज बढ़ने लगा तो फंदे से झूलकर दी जान
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक कपड़ा कारोबारी ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक की जेब से बरामद सुसाइड नोट के मुताबिक वह कारोबार में भारी नुकसान से परेशान था।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक कपड़ा कारोबारी ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक की जेब से बरामद सुसाइड नोट के मुताबिक वह कारोबार में भारी नुकसान से परेशान था। इसलिए उसने यह खौफनाक कदम उठाया। वारदात मेरठ शहर के सरस्वती इलाके की है। जहां 59 वर्षीय कपड़ा कारोबारी राजेश बत्रा अपने परिवार के साथ रहता था।
रविवार रात राजेश बत्रा का शव उसके कमरे में पंखे पर लटका मिला। पुलिस की प्रारिंभक जांच में पता चला है कि मृतक की मेरठ शहर में कपड़े की दो फैक्ट्री हैं। कोरोना काल में लाकडाउन लगने से दोंनो फैक्ट्री नुकसान में चली गई। मजबूर होकर कारोबारी को कर्ज लेना पड़ा। लेकिन,कर्ज लेने से उसकी परेशानी दूर होने की बजाय और बढ़ गई। क्योंकि इससे उसका कर्ज तो बढ़ गया लेकिन कारोबार फिर से पुराने ढरें पर नहीं आ सका। नतीजन,लिये गए कर्ज पर बढ़ता ब्याज उसकी मुसीबत बन गया,जससे ठपटकारा पाने के लिए उसने मौत का रास्ता चुना।
मृतक कारोबारी ने एक महिला से करीब नौ लाख रुपये ब्याज पर उठाए थे
सूत्रों की माने तो मृतक कारोबारी ने एक महिला से करीब नौ लाख रुपये ब्याज पर उठाए थे। इसको चुकाने का उन पर दबाव बनाया जा रहा था। इसके चलते कारेबारी ने खुदकुशी जैसा गंभीर कदम उठाया। ब्रहमपुरी पुलिस के थाना प्रभारी विष्णु कौशिक ने बताया कि मृतक कारोबारी की जेब से जो सुसाइड नोट मिला था,उसमें कसी का नाम नहीं है। इसमें केवल इतना ही लिखा है कि वह बिजनेस में लॊस से काफी परेशान हो चुका है और आत्महत्या कर रहा है। उसके परिवार को परेशान ना किया जाए और पोस्टमार्टम भी न कराया जाए।
वैसे सुदखोर से परेशान होकर मौत का रास्ता चुनने वाले राजेश बत्रा अकेले नहीं हैं। मेरठ की ही बात करें तो इसी साल 17 फरवरी में परतापुर में प्रेम कुमार शाही ने सूदखोर से परेशान होकर आत्महत्या की थी। 20 मार्च 2022 को मुंडाली में सतपाल ने सूदखोर से परेशान होकर आत्महत्या की। 11 फरवरी 2022 में सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी योगेन्द्र सिंह ने भी सूदखोर से परेशान होकर भत्महत्या की थी। इनके अलावा भी ऐसी की घटनाएं हुई हैं जिनमें सूदखोर से लिया कर्जा नहीं चुकाने के कारण लोंगो को खुदकुशी जैसे गंभीर कदम उठाने पड़े हैं। खास बात यह भी कि इन सभी घटनाओं के पीछे कोरेना का साइड इफैक्ट रहा है।