शाह का ममता दी पर वार- हिंसा का कीचड़ जितना फैलाओगी, कमल खिलेगा

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने कहा किअभी मुझे जानकारी मिली है कि मुझ पर एफआईआर हुई है, दीदी मैं आपके एफआईआर से डरता नहीं हूं, मुझ पर तो एफआईआर हुई है, कई कार्यकर्ताओं की तो हत्या कर दी गई है।

Rishi
Published on: 15 May 2019 6:17 AM GMT
शाह का ममता दी पर वार- हिंसा का कीचड़ जितना फैलाओगी, कमल खिलेगा
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नई दिल्ली : बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी मुझे जानकारी मिली है कि मुझ पर एफआईआर हुई है, दीदी मैं आपके एफआईआर से डरता नहीं हूं, मुझ पर तो एफआईआर हुई है, कई कार्यकर्ताओं की तो हत्या कर दी गई है।

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क्या बोले अमित

दीदी के शासन में सोनार बांग्ला की जगह कंगाल बांग्ला बनेने की ओर अग्रसर है: शाह

टीएमसी वोट के लिए ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति कैसे तोड़ सकती है? मैं भी परेशान हूं: शाह

हमने कई बार चुनाव आयोग से शिकायत की, कई जगह दोबारा चुनाव की मांग की: शाह

मुझे आशा नहीं है कि चुनाव आयोग कुछ करेगा, चुनाव आयोग शुरू से बंगाल में पक्षपात कर रहा है: अमित शाह

कहीं ऐसा नहीं हो रहा है कि प्रधानमंत्री की रैली हो और अगले दिन हमारे कार्यकर्ता की हत्या कर दी जाए कि जमीन क्यों दी? शाह

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राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत नहीं है, 23 को यह शासन समाप्त होने जा रही है, जनता ही समाप्त कर देगी: शाह

हमारी मोटरसाइकिलें और जीप जली हैं, हमारी मोटरसाइकिलें हम जला देंगे? शाह

हम तो देशभर में चुनाव लड़ रहे हैं, कहीं हिंसा क्यों नहीं हो रही है? क्योंकि वहां टीएमसी नहीं है। बंगाल में हिंसा क्यों हो रही है, क्योंकि वहां टीएमसी है: शाह

कल अगर सीआरपीएफ नहीं होती तो मेरे लिए वहां से बचकर निकलना मुश्किल था। मेरे बहुत कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला स्वभाविक है। टीएमसी किसी भी हद तक जा सकती है, सीआरपीएफ ना होती तो मेरा बचना मुश्किल था। मैं सौभाग्य से बचकर निकला हूं: अमित शाह

हम 300 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं, लीडर ऑफ ऑपोजिशन सारे फ्रंट मिलकर तय कर लें: शाह

इन्होंने धमकी देने की भाषा और संस्कृति को अपनाया है, शुरू में सबने इग्नोर किया है, लेकिन बंगाल की जनता बदलाव का मन बना चुकी है, हम 23 से ज्यादा सीटें जीतकर बीजेपी स्वीप करने जा रही है: शाह

आप मुझसे पूछते हो कि कितनी सीटें जीत रहे हैं? हम पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार कर चुके हैं, हम 300 से अधिक सीटें जीतने जा रहे हैं: शाह

ममता बनर्जी ने दो दिन पहले ही बदला लेने की धमकी दी थी, ममता यदि सोचती हैं कि हिंसा का कीचड़ फैलाकर जीत जाएंगी, आप मुझसे उम्र में बड़ी ज्यादा हो लेकिन अनुभव मुझे ज्यादा है हिंसा का कीचड़ जितना फैलाओगी, कमल खिलेगा: शाह

चुनाव आयोग मूक पर्यवेक्षक बना हुआ है, चुनाव आयोग तुरंत हस्तक्षेप करे, बंगाल में हिस्ट्री शीटरों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? इसी प्रकार चुनाव कराना है तो बंगाल में तो चुनाव आयोग पर सवाल उठेंगे: शाह

हार सामने दिख रही है, इसलिए टीएमसी ऐसा कर रही है: शाह

6 चरण के चुनाव हो चुके हैं, टीएमसी हार रही है, पंचायत चुनाव में भी 7 राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या हुई

यह मूर्ति कमरे के अंदर थी, कॉलेज बंद हो चुका था। यह कमरा किसने खोला, ताला किसने खोली? ताला टूटा नहीं है? मूर्ति किसने तोड़ी? शाह

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परिसर का गेट टूटा नहीं, बीजेपी कार्यकर्ता बाहर थे, अंदर टीएमसी कार्यकर्ता थे तो मूर्ति किसने तोड़ी: अमित शाह

अमित शाह ने खुद पर हमले और ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर तस्वीरें दिखाकर टीएमसी पर आरोप लगाया

रोड शो के दौरन तीन बार हमले किए गए, पत्थर, केरोसिन बम फेंके गए, आगजनी हुई: शाह

कल रोड शो से तीन घंटे पहले हमारे बैनर पोस्टर हटा दिए गए, पीएम के पोस्टर फाड़े गए, पुलिस मूक दर्शक बनी रही: शाह

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हिंसा का आरोप टीएमसी बीजेपी पर लगा रही है, लेकिन हिंसा सिर्फ बंगाल में हो रही है, बीजेपी पूरे देश में चुनाव लड़ रही है: अमित शाह

छह चरण के चुनाव हो चुके हैं, बंगाल को छोड़कर कहीं हिंसा नहीं हुई: अमित शाह



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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