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लोकसभा चुनाव : दूसरे चरण की 41 सीटों पर रेड अलर्ट घोषित, 'टेंशन टाइट है'

18 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होना है। इस चरण में मतदाताओं को सूझबूझ से मतदान करना होगा, ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें आपराधिक चरित्र वाले उम्मीदवारों की भरमार है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस चरण में कुल 1,590 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से 251 यानी 16% के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।

Rishi
Published on: 14 April 2019 3:03 PM IST
लोकसभा चुनाव : दूसरे चरण की 41 सीटों पर रेड अलर्ट घोषित, टेंशन टाइट है
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नई दिल्ली : 18 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होना है। इस चरण में मतदाताओं को सूझबूझ से मतदान करना होगा, ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें आपराधिक चरित्र वाले उम्मीदवारों की भरमार है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस चरण में कुल 1,590 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से 251 यानी 16% के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।

एडीआर के आंकड़ों के मुताबिक दूसरे चरण में 1,590 प्रत्याशियों में से 167 यानी 11 प्रतिशत ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। जबकि 3 उम्मीदवार ने ऐसे मामलों में दोषी ठहराए जाने की भी सूचना दी है। 6 उम्मीदवारों पर हत्या और 25 पर हत्या की कोशिश के मामले दर्ज हैं। 8 के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण, अपहरण, अपहरण अथवा गलत तरीके से किसी को बंदी बनाकर रखने जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

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10 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ रेप, महिलाओं के सम्मान को भंग करने की नीयत से आपाधिक बल प्रयोग करने जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। 15 उम्मीदवारों पर भड़काऊ बयान देने के मामले भी चल रहे हैं।

बड़ी पार्टियों की बात करें तो कांग्रेस के 53 में से 23 (43 फीसदी), बीजेपी के 51 में से 16 (31 फीसदी), बीएसपी के 80 में से 16 (20 फीसदी), एआईएडीएमके के 22 में से 3 (14 फीसदी), डीएमके के 24 में से 11 (46 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक केस दर्ज होने की जानकारी दी है।

यदि गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो कांग्रेस के 17 (32 फीसदी), बीजेपी के 10 (20 फीसदी), बीएसपी के 10 (13 फीसदी), एआईएडीएमके के 3 (14 फीसदी), डीएमके के 7 (29 फीसदी) उम्मीदवारों के खिलाफ सीरियस ऑफेंस दर्ज हैं। इस कारण दूसरे दौर में 97 सीटों में 41 सीटों को रेड अलर्ट घोषित किया गया है। रेड अलर्ट चुनाव क्षेत्र वहां घोषित किया जाता है, जहां 3 या उससे ज्यादा प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक मुकदमें दर्ज होने की जानकारी दर्ज कराई होती है।

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धनबलियों में कांग्रेस सबसे आगे

दूसरे चरण में करोड़ों वोटर्स के सामने 423 करोड़पति उम्मीदवार दांव आजमा रहे हैं। यह संख्या इस चरण के कुल उम्मीदवारों का 27 फीसदी है। इन सारे प्रत्याशियों ने अपनी संपत्ति 1 करोड़ या उससे अधिक की बताई है। अगर राजनीतिक दलों के हिसाब से देखें तो कांग्रेस से सबसे ज्यादा 46 (87 फीसदी), बीजेपी से 45 (88 फीसदी), डीएमके से 23 (96 फीसदी), एआईएडीएमके से 22 (100 फीसदी) और बीएसपी से 21 (26 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई है।

यदि औसत की बात करें, दूसरे दौर में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.90 करोड़ होने की जानकारी है। इनमें कांग्रेस उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 31.83 करोड़, बीजेपी 21.59 करोड़, डीएमके 25.91 करोड़ और एआईएडीएमके की औसत संपत्ति 14.27 करोड़ बताई गई है।

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राज्य और सीट

18 अप्रैल को हो रहे दूसरे चरण के चुनाव में 13 राज्यों की 97 लोकसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाने हैं।

उत्तर प्रदेश की 8

बिहार की 5

असम की 5

छत्तीसगढ़ की 3

जम्मू-कश्मीर की 2

कर्नाटक की 14

महाराष्ट्र की 10

मणिपुर की 1

ओडिशा की 5

तमिलनाडु की सभी 39

त्रिपुरा की 1

पश्चिम बंगाल की 3

पुडुचेरी की 1

खास सीटों के नाम

श्रीनगर, उधमपुर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, बुलंदशहर, मांड्या, मैसूर, बंगलुरु, लातूर, सोलापुर, कोयंबटूर, पुडुचेरी, चेन्नई नॉर्थ, दार्जिलिंग, जलपाईगुरी, त्रिपुरा ईस्ट, अमरावती

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महिला उम्मीदवार

इस चरण में कुल 120 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जबकि 7 उम्मीदवारों की उम्र 80 के पार हो चुकी है।



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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