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मिशन 2019: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में जीत के लिए अपनाई थी ये रणनीति!
यूपी विधानसभा चुनाव खत्म होते ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी रही भाजपा ने पहले ही अपने सांसदों को इस बात के संकेत दे दिए थे कि जिन सांसदों का जनता के बीच कामकाज ठीक नहीं होगा उनको इस चुनाव मेें दोबारा मौका नहीं मिलेगा।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव खत्म होते ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी रही भाजपा ने पहले ही अपने सांसदों को इस बात के संकेत दे दिए थे कि जिन सांसदों का जनता के बीच कामकाज ठीक नहीं होगा उनको इस चुनाव मेें दोबारा मौका नहीं मिलेगा।
यही कारण है कि पार्टी नेतृत्व ने 17 वीं लोकसभा के हुए चुनाव में अपने 21 सांसदों के टिकट काट कर दूसरे कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतारा जिसका भाजपा को लाभ मिला तो नुकसान भी हुआ।
भाजपा ने जिन 21 सांसदों के टिकट काटकर दूसरे प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा उनमें से केवल 4 प्रत्याशी ही चुनाव हारे बाकी सभी को सफलता मिली।
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संभल
सभल से भाजपा ने सपा के मुस्लिम कार्ड पर अपना पिछड़ा दांव खेल दिया है। और सैनी बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले अपने सांसद सत्यपाल सैनी का टिकट काटा तो इसी बिरादरी से परमेश्वर लाल सैनी को अपना उम्मीदवार बना दिया।
परमेश्वर लाल सैनी भाजपा से पहले तकरीबन दस साल बसपा के सिपाही रहे हैं। लेकिन इस चुनाव में वह सपा के शफीकुर्रहमान बर्क से 174826 मतों के लम्बे अंतर से चुनाव हार गए।
शाहजहांपुर
भाजपा ने कृष्णाराज का टिकट काटकर अरुण सागर को मैदान में उतारा.। तो कृष्णाराज ने टिकट काटने का विरोध किया। उन्होंने चुनाव में ज्यादा दिलचस्पी भी नहीं दिखाई। गठबंधन ने इस सीट पर बसपा के अमर चंद्र जौहर को टिकट दिया है। अरूण सागर ने भाजपा ने नेतृत्व के निर्णय का सम्मान करते हुए 268418 मतों से चुनाव जीता।
फतेहपुर सीकरी
चैधरी बाबूलाल की टिकट कटने के बाद जिले की राजनीति में बड़ा बदलाव हुआ। बाबूलाल ने खुल कर पार्टी के इस फैसले के खिलाफ आ गएं। बाबूलाल ने अपने समर्थकों के साथ महापंचायत की, फूट-फूट कर रोये। भाजपा ने इस बार राजकुमार चाहर को टिकट दिया जिन्होंने कांग्रेस के राजबब्बर को 469308 मतों के लम्बे अंतर से हराया।
हरदोई
रदोई। भारतीय जनता पार्टी ने कई सांसदों के टिकट काट दिए हैं। हरदोई के मौजूदा युवा सांसद अंशुल वर्मा ने सियासत में एक युवा नेता के तौर पर अपनी अलग पहचान बनाई। भारतीय जनता पार्टी ने अंशुल का टिकट काट पूर्व सांसद जय प्रकाश को प्रत्याशी बनाया है। जेपी सांसद अंशुल वर्मा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
वह हरदोई से अपना टिकट कटने से नाराज थे। बुधवार दोपहर वह समाजवादी पार्टी में शामिल भी हो गए। दिलचस्प है कि इससे पहले अपना इस्तीफा देने पहुंचे अंशुल ने बीजेपी अध्यक्ष को संबोधित अपना इस्तीफा प्रदेश बीजेपी कार्यालय के एक सिक्यॉरिटी गार्ड को सौंपा था।
अंशुल की जगह बीजेपी ने हरदोई से जय प्रकाश वर्मा को टिकट दिया है। भजापा के जयप्रकाश रावत ने सपा की उषा वर्मा को 132474 मतों से यह सीट जीती।
मिश्रिख
यूपी के सीतापुर में बीजेपी सांसद अंजू बाला ने पार्टी से बगावत के सुर बुलंद कर दिए हैं. अंजू बाला ने अपने नाम के आगे से चैकीदारश् शब्द हटा कर बीजेपी से सवाल पूछा है, अंजू बाला ने पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से ट्वीट कर पूछा है कि जिसको मैंने 2014 में हराया, अब वह बीजेपी का अच्छा प्रत्याशी कैसे हो गया? बसपा के अशोक रावत को हराया था। भाजपाा के अशोक रावत ने बसपा की नीरू सत्यार्थी को 100672 से हराने में सफलता प्राप्त की।
संतकबीर नगर
संतकबीरनगर जिले में जूताकांड के बाद चर्चित हुए सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट काटकर प्रवीण निषाद को प्रत्याशी बनाया गया है।े लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले उन्होंने (प्रवीण निषाद) बीजेपी जॉइन कर ली। भाजपा के प्रवीन निषाद ने बसपा के भीष्मशंकर तिवारी 35749 मतों से पटकनी दी।
देवरिया
75 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टिकट न देने के फैसले के चलते ही भाजपा ने कलराज मिश्र को टिकट नहीं दिया और इस बार उन्होंने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा रमापतिराम त्रिपाठी को इस सीट से टिकट दिया। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रमापाितराम त्रिपाठी ने बसपा के विनोद जायसवाल को 246465 मतों से हराया।
अम्बेडकर नगर
लोकसभा चुनाव में टिकट कटते ही सांसद हरिओम पांडेय का दर्द खुलकर सामने आया। उनका एक ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने पार्टी पर कई गंभीर व आपत्तिजनक आरोप जड़ दिए। आरोप लगाया कि संगठन महासचिव सुनील बंसल की गणेश परिक्रमा न करने के चलते ही उनका टिकट कटा है। भाजपा ने अंबेडकरनगर संसदीय सीट से सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा को टिकट दिया लेकिर मुकुट विहारी वर्मा को हार का सामनाा करना पडा। इस सीट पर बसपा के रीतेश पाण्डेय ने उन्हे 96145 मतो से हराया।
हाथरस
भाजपा सांसद राजेश दिवाकर का टिकट काटा गया तो भाजपा ने हाथरस संसदीय क्षेत्र से इगलास े विधायक राजवीर सिंह दिलेर को नामांकन के एक दिन पहले अपना प्रत्याशी घोषित किया। लेकिन ं भाजपा के राजबीर दिलेर ने अपने कठिन परिश्रम से सपा के रामजी लाल सुमन को 260208 मतों से हराया।
रामपुर
डा. नैपाल सिंह कल्याण सिंह की सरकार में प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री भी रहे। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने रामपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया। वह चुनाव जीत गए, लेकिन मुरादाबाद से ही यहां आते रहे। दरअसल उनका परिवार मुरादाबाद में ही रहता है। स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह पिछले काफी समय से रामपुर में ज्यादा वक्त नहीं दे पा रहे थे।
इस बार भाजपा ने जयाप्रदा को चुनाव में उतारे लेकिन पार्टी को यहां हार का सामना करना पडा। ं सपा के आजम खां ने भाजपा की जया प्रदा को 109997 मतों से सहराया।
इटावा
भाजपा के पिछले सांसद अशोक दोहरे को जब लगा कि उनका टिकट कट सकता है तो उन्होंने कांग्रेस की तरफ अपने हाथ बढाए और भाजपा छोड दी। तो भाजपा ने रामशंकर कठेरिया को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया। भाजपा ने रामशंकर कठेरिया ने सपा के कमलेश कुमार को 59770 मतों से हराया।
कानपुर
कानपुर से डा मुरलीमनोहर जोशी को भी भाजपा नेतृत्व ने अधिक उम्र होने के चलते टिकट नहीं दिया और प्रदेश के खादी और ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचैरी को चुनाव मैदान में उतार दिया। जिसका पार्टी को लाभ मिला। सत्यदेव पचैरी ने श्रीप्रकाश जायसवाल को 151974 मतों से शिकस्त दी।
बाराबंकी
अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाली बाराबंकी की सांसद प्रियंका सिंह रावत का जब टिकट कटा तो वह खूब आज फूट-फूट कर रो पड़ीं। प्रियंका रावत दोबारा बाराबंकी लोकसभा सीट से टिकट की दावेदारी ठोंक रही थीं, लेकिन वर्तमान में जिले की जैदपुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक उपेन्द्र रावत को बीजेपी ने टिकट दिया है।
जिससे दुखी प्रियंका रावत आज अपने कार्यकर्ताओं से रूबरू होने आईं, लेकिन पक्ष रखने से पहले ही उनकी आंखें डबडबा गईं। यहां पर भाजपा के उपेन्द्र रावत ने सपा के रामसागर रावत को 109745 मतों से हराया।
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कुशीनगर
कुशीनगर में राजेश पांडेय उर्फ गुड्डू पांडेय का टिकट काटते हुए खड्डा से विधायक रहे विजय दूबे को प्रत्याशी बनाया गया । उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिला लेकिन वह चुनाव हार गए। इसके बाद से वह योगी आदित्यनाथ के फिर से करीब आ गए.। यहां पर भाजपा के विजय दुबे ने सपा के एमपी कुशवाहा को 337560 मतों से हराया।
बलिया
बलिया लोकसभा सांसद भरत सिंह को दुबारा भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गये हैं। यहां पर भाजपा के वीरेन्द्र सिंह ने सपा के सनातन पाण्डेय को 115519 मतों से शिकस्त दी।
मछली शहर
मछलीशहर सांसद राम चरित्र निषाद ने जब एसपी का दामन थामा तो भाजपा ने इस बार राम चरित्र का टिकट काटकर मछलीशहर से वीपी सरोज को अपना उम्मीदवार बनाया। टिकट कटने से राम चरित्र निषाद बीजेपी से नाराज चल रहे थे।
वीपी सरोज पहले बीएसपी में थे। 2014 के चुनाव में वीपी सरोज मछलीशहर से बीएसपी के प्रत्याशी थे और राम चरित्र निषाद ने उन्हें भारी मतों से पराजित किया था। भाजपा के बीपी सरोज ने बसपा के त्रिभुवनराम को 181 मतों से हराया।
संत कबीरनगर
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में निषाद पार्टी के अध्यक्ष प्रवीण निषाद ने जीत हासिल की थी। प्रवीण निषाद एसपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे थे। बीएसपी ने भी उनका समर्थन किया था। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने उन्हें अपने पाले में कर लिया। प्रवीण निषाद ने बसपा के भीष्मशंकर तिवारी को 35461 मतों से हराया।
राबर्टसगंज
2014 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर भाजपा लहर में छोटेलाल खरवार सांसद बने। योगी सरकार के बनने के बाद एक दिन अचानक ही छोटेलाल खरवार ने बड़ा धमाका किया। उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि उन्हें योगी आदित्यनाथ डांटकर भगा देते हैं। जब अमित शाह ने यूपी में बैठकें कीं तो कुछ सांसदों के टिकट काटे जाने की चर्चा मीडिया में आयी और उसमें छोटेलाल खरवार का नाम भी लिया जाने लगा।
यहां पर अपना दल को टिकट दिया गया जहां पर अपना दल के पकौडीलाल ने सपा के भाईलाल को 54336 मतों से हराया।
इनके अलावा में बहराइच से भाजपा की सांसद रहीसावित्री बाई फूले, इलाहाबाद से श्यामाचरण और इटावा से अशोक दोहरे दूसरे दल से चुनाव मैदान में उतरे।
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