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जावेद हबीब के दादा जी नेहरू और पिता अब्दुल कलाम के नाई थे, जानें इनके बारे में

एक इंटरव्यू में जावेद हबीब ने एक बार कहा था कि उनके पिता ने उन्हें लंदन के मॉरिस स्कूल ऑफ हेयर डिज़ाइन में जाने के लिए मना लिया था। वह कभी भी हेयर स्टाइलिस्ट नहीं बनना चाहते थे।

Shivakant Shukla
Published on: 23 April 2019 12:50 PM GMT
जावेद हबीब के दादा जी नेहरू और पिता अब्दुल कलाम के नाई थे, जानें इनके बारे में
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नई दिल्ली: मशहूर हेयर ड्रेसर जावेद हबीब सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी में शामिल होते वक्त उन्होंने कहा कि इस पार्टी से जुड़कर उन्हें खुशी हो रही है, क्योंकि पिछले पांच सालों में पीएम मोदी द्वारा किए गए काम को उन्होंने देखा है। हम आपको उनके बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं जिसे जानकर आपको हैरानी होगी।

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जावेद ने अपनी बायोग्रॉफी में कहा, 'जब मैंने हेयर स्टाइलिस्ट के रूप में काम शुरू किया था तब इस काम को सम्मान के भाव से नहीं देखा जाता था। हालांकि, हम लोगों को सम्मानित नाई माना जाता था क्योंकि इंदिरा गांधी, ओबरॉय, राजमाता गायत्री देवी जैसे लोग हमारे क्लाइंट थे। अंतरराष्ट्रीय हेयर स्टाइल को ट्रेंड में लाने के लिए मुझे काफी मशक्कत करनी पड़ी।' उनके पिता भी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाई थे।

जावेद हबीब का यह पॉलिटिकल कनेक्शन नया नहीं है। जावेद के दादा जी भारत के अंतिम वॉयसराय लॉर्ड माउंटबेटन और भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के व्यक्तिगत नाई थे। एक इंटरव्यू में जावेद ने कहा, 'मेरे दादाजी उस समय के लगभग सभी राजनीतिक लोगों के नाई थे और राष्ट्रपति भवन में रहते थे। जावेद के अनुसार उनका जन्म राष्ट्रपति भवन में ही हुआ था।

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एक इंटरव्यू में जावेद हबीब ने एक बार कहा था कि उनके पिता ने उन्हें लंदन के मॉरिस स्कूल ऑफ हेयर डिज़ाइन में जाने के लिए मना लिया था। वह कभी भी हेयर स्टाइलिस्ट नहीं बनना चाहते थे।

बता दें कि देश विदेश में फैले अपने हेयर सैलून के लिए मशहूर जावेद की नेटवर्थ करीब 209 करोड़ रुपये है। उन्होंने बीजेपी में ज्वाइन होने के बाद कहा कि किसी को भी उनके पिछले जीवन को लेकर शर्म नहीं महसूस करनी चाहिए. जब पीएम खुद अपने आपको 'चायवाला' कहते हुए गर्व महसूस करते हैं तो फिर उन्हें अपने आपको 'नाई' कहते हुए क्यों शर्म महसूस करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'आज तक मैं बालों का चौकीदार था, लेकिन अब मैं देश का चौकीदार हो गया हूं'।

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