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महात्मा गांधी स्मृति-शहीद दिवस:'एक बार इस राह पर मरना 100 जन्मों के समान है'

suman
Published on: 30 Jan 2021 9:04 PM IST
महात्मा गांधी स्मृति-शहीद दिवस:एक बार इस राह पर मरना 100 जन्मों के समान है
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राजीव गुप्ता जनस्नेही शहीदी दिवस महात्मा गांधी स्मृति / शहीद दिवस

Rajiv Gupta Janasnehi

राजीव गुप्ता जनस्नेही

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का 30 जनवरी को निर्वाण दिवस होता है। उनको सच्ची श्रद्धांजलि देने व उनके साथ अपने देश को आजादी दिलाने के लिए अपनी जान गवाने वाले शहीदों को याद करने के लिए आज के दिन शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है |जिसे सर्वोदय दिवस भी कहते हैं |वैसे भारत में कई तिथियों को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है| पहला शहीदी दिवस जिसे सर्वोदय दिवस भी कहते हैं। दूसरा शहीदी दिवस 23 मार्च को बनाया जाता है। हम सभी जानते हैं नाथूराम गोडसे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को 30 जनवरी 1948, शाम 5:17 बजे तीन गोली मार कर हत्या कर दी थी ।

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आजादी के लिए अपना बलिदान दिया

राष्ट्रपिता को उनके साथ अनेक लोगों ने जिन्होंने आजादी के लिए अपना बलिदान दिया था उसी बात को मद्देनजर रखते हुए 30 जनवरी को शहीदी दिवस या कहिए सर्वोदय दिवस के रूप में मनाया जाने लगा| हर साल 30 जनवरी को इस दिन विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होता है |भारत के राष्ट्रपति ,उपराष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री ,रक्षा मंत्री तीनों सेनाओं के प्रमुख राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि व अन्य देश के बलिदान देने वाली लोगों शहीद स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि प्रतिवर्ष देते हैं।

सेना के जवान भी उनके सम्मान में श्रद्धांजलि देते हुए अपने हथियार को नीचे झुकाते हैं और पूरे देश में गांधीजी के समेत अन्य शहीदों को भी याद करके 2 मिनट का मौन रखा जाता है| सभी स्कूलों में इस दिन कार्यक्रम में छात्र देशभक्ति के गीतों का व नाटकों का प्रदर्शन करते हैं |आज सर्वोदय दिवस या शहीदी दिवस पर राष्ट्रपिता को वह देश में देने वाले बलिदान करने वाले को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके बताए हुए अहिंसा और शांति के मार्ग पर चलते हुए राष्ट्र चरित्र का निर्माण करेंगे ।

शहीद दिवस

भारत में अन्य शहीद दिवस इस दिन भी मानते हैं दूसरा शहीद 23 मार्च: इस दिन को भी शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दे दी गई थी।तीसरा शहीदी दिवस 17 नवंबर लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि को मनाने के लिए उड़ीसा में शहीद दिवस मनाया जाता है। चोथा-19 नवंबर – मध्यप्रदेश के झांसी में रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिवस 19 नवंबर को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। ये उन लोगों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने 1857 की क्रांति में अपने प्राणों की बलि दी थी।

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पाँचवा-21 अक्टूबर पुलिस द्वारा मनाया जाने वाला शहीद दिवस है। केन्द्रीय पुलिस बल के जवान 1959 में लद्दाख में चीनी सेना द्वारा एंबुश में मारे गए थे। इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि “जिन लोगों ने वास्तव में इतिहास बनाया है, वे शहीद हैं!”तो अब आप जान गए होंगे कि 30 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर शहीद दिवस महात्मा गांधी की याद में उनको और अन्य शहीदों को श्रदांजली देने के लिए देश भर में मनाया जाता है|इसे महात्मा गांधी स्मृति दिवस भी कहते हैं।

*दम निकले इस देश की खातिर

बस मेरा यही अरमान है

एक बार इस राह पर मरना100 जन्मों के समान है*

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