×

बिहार चुनाव में दुर्गति से कांग्रेस में बढ़ी कलह, सोनिया ने बुलाई अहम बैठक

बिहार विधानसभा चुनाव और कई राज्यों में हाल में हुए उपचुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी में कलह बढ़ गई है। बिहार में महागठबंधन के हाथ से सत्ता फिसलने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

Newstrack
Published on: 17 Nov 2020 4:18 AM GMT
बिहार चुनाव में दुर्गति से कांग्रेस में बढ़ी कलह, सोनिया ने बुलाई अहम बैठक
X
बिहार चुनाव में दुर्गति से कांग्रेस में बढ़ी कलह, सोनिया ने बुलाई अहम बैठक

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव और कई राज्यों में हाल में हुए उपचुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी में कलह बढ़ गई है। बिहार में महागठबंधन के हाथ से सत्ता फिसलने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद तिवारी के अलावा कई और नेताओं ने भी कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस के भीतर भी आत्ममंथन की आवाज उठाने वालों की संख्या बढ़ने लगी है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं जबकि तारिक अनवर, कार्ति चिदंबरम और बिहार के कई कांग्रेसी नेताओं ने भी बिहार व अन्य राज्यों में मिली हार पर चिंतन करने की बात कही है। इस बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को पार्टी की विशेष समिति के बैठक बुलाई है। हालांकि अभी तक इस बैठक का एजेंडा स्पष्ट नहीं है मगर माना जा रहा है कि इसमें हाल के चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर चर्चा हो सकती है।

ये भी पढ़ें: कोरोना ने उड़ाई सरकार की नींद: दिल्ली पहुंचेगी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम

सिब्बल ने पार्टी की हार पर उठाए सवाल

हाल के चुनावी नतीजों में कांग्रेस की दुर्गति के बाद पार्टी में एक बार फिर कलह का माहौल दिखने लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने हाल में एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में साफ तौर पर कहा है कि हाल में बिहार और अन्य राज्यों में हुए चुनावों के नतीजों से साफ है कि लोग कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प के रूप में नहीं मानते। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि बिहार में विकल्प राजद ही था। उन्होंने गुजरात की सभी सीटों पर कांग्रेस की हार को लेकर भी सवाल खड़े किए। -

कांग्रेस नहीं लड़ सकी मजबूती से चुनाव

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी पार्टी गुजरात में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई थी। उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए सिब्बल ने कहा कि सूबे में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों को कई सीटों पर दो फ़ीसदी से भी कम वोट हासिल हुए हैं। इससे पता चलता है कि पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि चुनावों में मिली जबर्दस्त हार पर पार्टी जरूर आत्ममंथन करेगी।

चिट्ठी लिखने वालों में सिब्बल भी थे

कुछ महीने पहले पार्टी में सुधार की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में कपिल सिब्बल भी शामिल थे। उन्होंने पार्टी को मिली हार की नए सिरे से समीक्षा करने की मांग की है। हालांकि इस मांग के बाद पार्टी में एक बार फिर मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे लेकर कपिल सिब्बल पर निशाना साधा है।

ये भी पढ़ें: ब्रिक्स शिखर सम्मेलन: तनाव के बीच आज फिर मोदी और शी जिनपिंग आमने-सामने

गहलोत ने साधा सिब्बल पर निशाना

गहलोत ने इस बाबत कई ट्वीट करते हुए सिब्बल की आलोचना की है। उन्होंने सिब्बल को नसीहत दी है कि वे पार्टी के आंतरिक मामलों की चर्चा सार्वजनिक रूप से न करें और नेतृत्व में विश्वास बनाए रखें। अतीत के उदाहरणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब-जब कांग्रेस संकट में फंसी है, तब-तब वह पहले से ज्यादा मजबूत होकर उभरी है।

उन्होंने कहा कि सिब्बल के बयान ने देशभर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को आहत किया है। वैसे सियासी जानकारों का कहना है कि सिब्बल को नसीहत देते हुए गहलोत ने भी एक तरह से स्वीकार कर लिया है की पार्टी संकट के दौर से गुजर रही है।

संकट के बाद मजबूत बनकर उभरी पार्टी

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि 1969, 1977, 1989 और 1996 के दौरान भी कांग्रेस संकट में फंसी थी मगर अपनी मजबूत नीतियों और मजबूत पार्टी नेतृत्व के कारण हर बार पार्टी और मजबूत होकर उभरी है। हर संकट के बाद पार्टी ने और बेहतर प्रदर्शन किया है और 2004 में सोनिया गांधी के मजबूत नेतृत्व में यूपीए सरकार बनाने में भी कामयाब हुआ था। उन्होंने कहा कि इस बार भी हम निश्चित रूप से संकट से बाहर निकलेंगे। मौजूदा समय में कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है जो देश को एकजुट बनाए रखने में सक्षम है। कांग्रेस ही देश को विकास के रास्ते पर ले जा सकती है।

चौधरी ने भी किया सिब्बल पर कटाक्ष

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने भी हार के बाद सिब्बल की ओर से दिए गए बयान की आलोचना की है। उन्होंने सिब्बल को मोदी और केजरीवाल से लड़ने की नसीहत दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि सिब्बल जी, आप देश की राजधानी दिल्ली से सांसद और मंत्री रहे हैं। इन दिनों आप दिल्ली की राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं है।

उन्होंने सिब्बल से अपील की कि दिल्ली में मोदी और केजरीवाल से लड़ने के लिए आगे आइए। उन्होंने सिब्बल से अभी अपेक्षा की है कि वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय को भी अपना समय देंगे ताकि उनके निर्देशन में दिल्ली की लड़ाई लड़ी जा सके।

कार्ति बोले: पार्टी करे आत्ममंथन

कांग्रेस के एक और नेता और सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी मांग की है कि बिहार के विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त हार के बाद कांग्रेस को आत्ममंथन जरूर करना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति ने कहा कि निश्चित रूप से इस समय पार्टी को आत्मविश्लेषण और चिंतन करना चाहिए।

ये भी पढ़ें: देश पर बड़ा खतरा! दो खुंखार आतंकी गिरफ्तार, बनाया था ये बड़ा प्लान

सोनिया ने बुलाई आज अहम बैठक

इस बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को विशेष समिति की बैठक बुलाई है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यह बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शाम पांच बजे होगी मगर अभी तक इस बैठक का एजेंडा स्पष्ट नहीं हो सका है।

हाल के चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद हो रही इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सियासी जानकारों का कहना है कि इस बैठक में हार की समीक्षा का मुद्दा उठ सकता है। हर किसी की नजर इस बात पर टिकी हुई है कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद उठा रही आत्ममंथन की मांग पर पार्टी नेतृत्व की ओर से क्या रवैया अपनाया जाता है।

Newstrack

Newstrack

Next Story