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मोदी-शाह-योगी की तिकड़ी ने पहले भी मचाई धूम, इस बार भी खूब है डिमांड

उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद भाजपा ने आदित्यनाथ को कमान देकर हिंदुत्व कार्ड को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाने का प्रयास किया है।

Newstrack
Published on: 22 March 2021 7:06 AM GMT
मोदी-शाह-योगी की तिकड़ी ने पहले भी मचाई धूम, इस बार भी खूब है डिमांड
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मोदी-शाह-योगी की तिकड़ी ने पहले भी मचाई धूम, इस बार भी खूब है डिमांड (PC: social media)

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: देश के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव एक बार फिर भाजपा की तिकड़ी मोदी-शाह-योगी पर ही आकर टिक गए हैं। इन तीनों ही स्टार कम्पेनरों की बेहद डिमांड हैं। पांच राज्यों में हो रहे चुनाव प्रचार को देखकर साफ दिख रहा है कि लडाई साफ्ट हिन्दुत्व और हार्ड हिन्दुत्व के बीच होने वाली है। इसलिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पश्चिम बंगाल और केरल समेत अन्य तीन राज्यों में आगे किया गया हैं। चार साल पहले हुए यूपी विधानसभा चुनाव के बाद कर्नाटक, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैड, मध्यप्रदेश , राजस्थान ,छतीसगढ, महाराष्ट्र मिजोरम तेलांगाना बिहार में इस तिगडी ने स्टार कम्पेनर के तौर पर अपनी अलग छाप बनाई है।

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प्रधानमंत्री मोदी को विकास के चेहरे के तौर पर चुनाव में उतारती है

उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद भाजपा ने आदित्यनाथ को कमान देकर हिंदुत्व कार्ड को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाने का प्रयास किया है। अब भाजपा रणनीति के तहत जहां प्रधानमंत्री मोदी को विकास के चेहरे के तौर पर चुनाव में उतारती है। वहीं हिन्दुत्व कार्ड के रूप में योगी आदित्यनाथ की लगातार चुनावी सभाएं कराकर यह बताने का प्रयास करती है कि पार्टी पिछली सरकारों की तुष्टीकरण नीति के विपरीत चलकर 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे को लेकर चल रही है।

politics-bjp politics-bjp (PC: social media)

अमित शाह के युग में पार्टी का फुलप्रूफ मेकओवर करने का प्रयास किया गया है

दरअसल संघ अपनी रणनीति के तहत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भविष्य में राष्ट्रीय नेता के तौर पर लाकर दूसरी पीढी का बड़ा नेता बनाने की तैयारी में है। यही कारण है कि योगी आदित्यनाथ को लगातार दूसरे राज्यों में भेजकर उनकी एक अलग तरह की छवि के रूप् में प्रस्तुत किया जा रहा है।

अब इस सफल प्रयोग को भाजपा नेतृत्व अगले साल होने वाले यूपी में विधानसभा चुनाव में भी दोहराने के मूड में है क्योंकि जिन राज्यों में विधानसभा के चुनाव हुए उसमें पार्टी ने यही फार्मूला अपनाने का काम किया। इस तरह से योगी आदित्यनाथ को पूरे देश में घुमाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के युग में पार्टी का फुलप्रूफ मेकओवर करने का प्रयास किया गया है।

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प्रधानमंत्री मोदी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा के स्टार प्रचारक रहे हैं

प्रधानमंत्री मोदी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा के स्टार प्रचारक रहे हैं। लेकिन अब हालात अब ऐसे नहीं रह गए हैं। भाजपा में पीएम मोदी के साथ-साथ अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी स्टार प्रचारक की भूमिका में आ गए हैं। कहीं-कहीं तो योगी आदित्यनाथ, पीएम मोदी के मुकाबले ‘बीस’ साबित होते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में प्रचार के लिए एक बडे़ नेता के तौर पर उभरे हैं। अब जहां विधानसभा चुनाव होते हैं योगी की मांग बढती है।

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