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BJP और TMC में घमासान तेज, ममता सरकार का बंगाल में आजे से बड़ा अभियान

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी के बीच घमासान काफी बढ़ गया है। भाजपा सांसद सौमित्र खान ने दावा किया है कि टीएमसी के 62 विधायक भाजपा के संपर्क में है और 15 दिसंबर तक ममता सरकार का गिरना तय है।

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Published on: 1 Dec 2020 4:23 AM GMT
BJP और TMC में घमासान तेज, ममता सरकार का बंगाल में आजे से बड़ा अभियान
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BJP और TMC में घमासान तेज, ममता सरकार का बंगाल में आजे से बड़ा अभियान

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी के बीच घमासान काफी बढ़ गया है। भाजपा सांसद सौमित्र खान ने दावा किया है कि टीएमसी के 62 विधायक भाजपा के संपर्क में है और 15 दिसंबर तक ममता सरकार का गिरना तय है।

दूसरी ओर ममता सरकार मतदाताओं को साधने के लिए मंगलवार से बड़ा अभियान शुरू कर रही है। एक दिसंबर से 31 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान को द्वार-द्वार बंगाल सरकार नाम दिया गया है। इस अभियान के जरिए ममता बनर्जी आम लोगों की दिक्कतें दूर करना चाहती हैं ताकि उन्हें सरकार से कोई शिकवा शिकायत न रहे।

ममता का द्वार-द्वार सरकार अभियान

पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी घमासान का दौर काफी तेज हो गया है। भाजपा ने ममता सरकार पर लगातार हमलावर रुख अपना रखा है और भाजपा की चुनौतियों से निपटने के लिए ममता भी सियासी चालें चल रही हैं। ममता सरकार के द्वार-द्वार बंगाल सरकार अभियान के तहत अगले 2 महीने के दौरान 20,000 शिविरों का आयोजन किया जाएगा। ये शिविर ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में नगर निगमों व पालिकाओं के अधीन विभिन्न वार्डों में लगाए जाएंगे।

mamata banarjee

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समस्याओं का तत्काल होगा निवारण

सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि शिविर के दौरान राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई 11 बड़ी परियोजनाओं के लिए पंजीकरण भी किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि शिविरों में लोगों की ओर से जिन कमियों या कठिनाइयों को उठाया जाए, उनका तत्काल समाधान करने की कोशिश की जाए।

राज्य में लागू होगी स्वास्थ्य साथी योजना

राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंधोपाध्याय ने बताया कि शिविरों के बारे में जानकारी देने के लिए पूरे राज्य में प्रचार अभियान भी चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना राज्य के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाने की है। इसके लिए स्वास्थ्य साथी परिवार योजना का लाभ 1 दिसंबर से राज्य के हर व्यक्ति और परिवार को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य साथी योजना के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए भी लोगों के नाम दर्ज किए जाएंगे। लोगों की अन्य दिक्कतों का निवारण भी शिविर के दौरान किया जाएगा। इसके साथ ही इन शिविरों में एससी-एसटी व ओबीसी समुदाय से जुड़े लोगों को जाति प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा।

चार चरणों में चलेगा अभियान

मुख्य सचिव ने बताया कि यह अभियान चार चरणों में चलाया जाएगा। पहला चरण 1 दिसंबर से 11 दिसंबर, दूसरा चरण 15 दिसंबर से 24 दिसंबर, तीसरा चरण 2 जनवरी से 12 जनवरी एवं चौथा चरण 18 जनवरी से 30 जनवरी तक चलाया जाएगा। इन शिविरोंघ में लोगों की समस्याएं सुनने के साथ ही तत्काल उनका निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा।

हर जिले में टास्क फोर्स का गठन

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को इस बाबत सभी जिलों के डीएम, एसपी व अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की और शिविरों की कामयाबी के लिए उन्हें जमीनी स्तर पर काम करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री प्रत्येक जिले में डीएम के नेतृत्व में टास्क फोर्स का भी गठन किया है।

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West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee

भाजपा सांसद ने किया सरकार गिरने का दावा

दूसरी ओर भाजपा लगातार ममता सरकार की घेरेबंदी में जुटी हुई है। भाजपा के सांसद सौमित्र खान के दावे से राज्य की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। भाजपा सांसद ने दावा किया है कि टीएमसी के 62 विधायक भाजपा के संपर्क में है और 15 दिसंबर तक ममता सरकार गिर जाएगी। उन्होंने यह भी दावा किया की राज्यपाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बहुमत साबित करने के लिए कह सकते हैं। हाल के दिनों में टीएमसी में भी ममता से नाराजगी बढ़ी है। ममता सरकार के मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी ने हाल में इस्तीफा दे दिया था और अब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

ममता के भतीजे को भेजा कानूनी नोटिस

उधर भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा उनके लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के नेता के लिए भी शिष्टाचार निभाया जाना चाहिए मगर बनर्जी के आचरण में शिष्टाचार का पूरी तरह अभाव है। उन्होंने मेरे खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है। अभिषेक बनर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं और उन्हें तृणमूल कांग्रेस में ममता के बाद नंबर दो की हैसियत वाला नेता माना जाता है।

अंशुमान तिवारी

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