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कांग्रेस ने PM मोदी से पूछा- कब खत्म होगा पूरी तरह लाॅकडाउन, क्या है लक्ष्य

कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में सरकार ने लॉकडाउन लागू किया है। अब लॉकडाउन को बढ़ाकर 17 मई तक कर है। कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।

Dharmendra kumar
Published on: 2 May 2020 2:32 PM GMT
कांग्रेस ने PM मोदी से पूछा- कब खत्म होगा पूरी तरह लाॅकडाउन, क्या है लक्ष्य
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में सरकार ने लॉकडाउन लागू किया है। अब लॉकडाउन को बढ़ाकर 17 मई तक कर है। कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया है कि इस लॉकडाउन से बाहर निकलने की योजना क्या है और यह पूरी तरह खत्म कब होगा। इसके साथ ही कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों के घर वापसी पर हमला बोला है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रवासी मजदूरों से किराया लिए बगैर उन्हें घर भेजने के लिए सरकार रेलगाड़ियों की व्यवस्था करे और किसानों, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) की इकाइयों और वेतनभोगी वर्ग को राहत देने के लिए तत्काल कदम उठाए।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार शाम को आदेश जारी कर 17 मई तक लॉकडाउन का तीसरा चरण लागू कर दिया। उन्होंने कहा कि न प्रधानमंत्री सामने आए, न राष्ट्र को संबोधित किया, न गृहमंत्री आए, यहां तक कि कोई अधिकारी भी नहीं सामने आया। सिर्फ एक आधिकारिक आदेश सामने आया।

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सुरजेवाला ने पूछा कि लॉकडाउन के तीसरे चरण के पीछे क्या लक्ष्य और रणनीति है और इसके आगे का रास्ता क्या है? क्या लॉकडाउन-3 आखिरी है और 17 मई को खत्म हो जाएगा? या फिर, लॉकडाउन-4 व लॉककाउन-5 भी आने वाला है? यह पूर्णतया कब खत्म होगा?

आर्थिक संकट से कैसे उबरेगी सरकार?

कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल पूछा कि 17 मई तक कोरोना संक्रमण व आर्थिक संकट से उबरने का लक्ष्य क्या है? मोदी सरकार ने 17 मई तक संक्रमण, रोजी-रोटी की समस्या व आर्थिक संकट से निपटने के लिए क्या लक्ष्य रखे हैं? उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए 17 मई तक क्या सार्थक व निर्णायक कदम उठाए जाएंगे?



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विशेष राहत पैकेजी की मांग

रणदीप सुरजेवाला ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तरफ से प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्रों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लाखों मजदूरों की 15 दिन में बिना किराया लिए घर वापसी करने की खातिर सैनिटाइज की गई ट्रेन का सरकरा इंतजाम करे। गरीबों-मजदूरों-किसानों के जन-धन खातों, किसान योजना खातों, मनरेगा मजदूर खातों व बुजुर्ग-महिला-विकलांगों के खातों में सीधे 7500 रुपये डाले जाएं।

किसानों का 24 घंटे में हो भुगतान

कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार से अपील की कि किसानों का एक-एक दाना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदें व 24 घंटे के अंदर भुगतान हो। गन्ना किसान हो या अन्य किसान, सबके हजारों करोड़ रुपये के बकाए का सात दिनों में भुगतान हो। किसान का ब्याज माफ कर कर्ज वसूली एक साल के लिए स्थगित की जाए।

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एमएसएमई के लिए पैकेज की मांग

कांग्रेस की तरफ से 11 करोड़ नौकरी देने वाली 4.25 करोड़ एमएसएमई इकाइयों को फौरन दो लाख करोड़ का तनख्वाह व ऋण गारंटी पैकेज देने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि मध्यमवर्गीय व नौकरीपेशा लोगों का वेतन व नौकरी की सुरक्षा का पैकेज सुनिश्चित हो तथा खत्म होती करोड़ों नौकरियों व मनमाने तरीके से काटी जा रही तनख्वाहों पर सरकार अंकुश लगाए।

जांच का दायरा बढ़ाए सरकार

सुरजेवाला ने कहा कि देश में कोरोना की जांच का दायरा कई गुना बढ़ाया जाए। डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मियों को निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) मुहैया करवाएं व विशेष आर्थिक मदद दें। यही सुविधा पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों व जरूरी सेवाओं में लगे कर्मियों को भी मिले।

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फिजूलखर्ची फौरन रोके सरकार

कांग्रेस नेता ने मांग की है कि केंद्र सरकार अपनी फिजूलखर्ची पर फौरन रोक लगाए। प्रधानमंत्री मोदी अविलंब 20,000 करोड़ रुपये की सेंट्रल विस्टा परियोजना, 1,10,000 करोड़ रुपये की बुलेट ट्रेन परियोजना, 8,458 करोड़ की लागत से प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए जहाज की खरीद पर रोक लगाए व भारत सरकार के फिजूल खर्चों पर 30 प्रतिशत की कटौती की जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से बचाए पैसे से राज्यों को कोरोना से जंग लड़ने के लिए 1,00,000 करोड़ का पैकेज दिया जाए व उद्योगों को क्षेत्र केंद्रित पैकेज दिया जाएं।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

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