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योगी का उत्तराखंड दौरा: इस मुद्दे पर धोखा दे गए CM, कांग्रेस का आरोप
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों बद्रीनाथ- केदारनाथ में दो दिवसीय दौरे पर गए हुए थे। उनका ये दौरा कांग्रेस पार्टी को रास नहीं आयी। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने सीएम योगी के इस उत्तराखंड दौरे पर कई सवाल उठाये हैं।
देहरादून: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों बद्रीनाथ- केदारनाथ में दो दिवसीय दौरे पर गए हुए थे। उनका ये दौरा कांग्रेस पार्टी को रास नहीं आयी। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने सीएम योगी के इस उत्तराखंड दौरे पर कई सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि UP के सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी-उत्त्तराखण्ड परिसम्पत्ति निपटारे पर जनता को गुमराह कर गए। जबकि 20 साल बाद भी कई परिसंपत्तियों का मामला अभी भी उलझा हुआ है।
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गरिमा दसौनी ने लगाये बड़े इल्जाम
गरिमा दसौनी ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दिनों बद्रीनाथ- केदारनाथ आये थे और इसी दौरान उत्तराखण्ड सरकार ने जनता की आंखों में धूल झोंकते हुए बद्रीनाथ हैलीपैड़ के बगल में 20 नाली भूमि उत्तर प्रदेश के पर्यटन गृह के निर्माण हेतु दे दी। दसौनी ने कहा कि हद तो तब हो गई जब इस पर्यटन गृह के शिलान्यास के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने उत्त्तराखण्ड के सीएम की मौजूदगी में कहा कि दोनों राज्यों के बीच परिसम्पत्तियों के सारे विवाद निपटा लिये गये हैं।
सीएम योगी पर हमला बोलते हुए गरिमा दसौनी ने कहा कि हैरतअंगेज बात यह है कि उस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत भी वहां मौजूद थे और योगी आदित्यनाथ के इतने बड़े झूठ पर भी वह मौन धारण कर आपत्ति तक दर्ज नहीं करा पाये।
गरिमा दसौनी
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उत्तर प्रदेश का उत्तराखंड की जमीन पर कब्जा
गरिमा दसौनी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के 13 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि एवं 4 हजार से अधिक भवनों पर कब्जा है। हरिद्वार का कुंभ मेला क्षेत्र जहां कावड़ मेला लगता है वहां की 697.05 हेक्टेयर मेला भूमि पर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग का कब्जा है, जिसे लौटाने पर उत्तर प्रदेश का सिंचाई विभाग साफ इंकार कर चुका है।
मालिक बने रहना चाहता है उत्तर प्रदेश
आगे उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की आवास-विकास की भूमि को लौटाने के बजाय उत्तर प्रदेश खुद उस भूमि का मालिक बने रहना चाहता है। साथ ही दसौनी ने बड़ा इल्जाम लगाते हुए कहा कि हरिद्वार का भीमगौड़ा बैराज, बनबसा का लोहिया हेड बैराज, कालागढ़ का रामगंगा बैराज अभी भी उत्तर प्रदेश के कब्जे में है।
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