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क्या BJP सरकार में नहीं है बोलने की आजादी? सुमित्रा महाजन के बयान से मचा सियासी हड़कंप

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी शासनकाल के दौर में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के लिए वह कांग्रेस नेताओं से संपर्क करती थीं। वह खुद से कुछ कहने की जगह कांग्रेस के नेताओं की मदद लेती थीं।

Dharmendra kumar
Published on: 3 Dec 2019 10:40 AM GMT
क्या BJP सरकार में नहीं है बोलने की आजादी? सुमित्रा महाजन के बयान से मचा सियासी हड़कंप
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नई दिल्ली: बिजनेसमैन और बजाज समूह के चेयरमैन राहुल बजाज की मोदी सरकार पर बयान के बाद देश में चर्चा तेज हो गई है कि क्या मोदी सरकार में बोलने की आजादी नहीं है? क्या सच में सरकार के खिलाफ आवाज उठाने में लोग डर रहे हैं? यह आरोप कोई नया नहीं है इससे पहले भी कई लोगों ने कहा कि इस सरकार के खिलाफ किसी में बोलने की हिम्मत नहीं है। मीडिया पर भी आरोप लगाए जाते हैं कि वह सरकार के खिलाफ लिखने या बोलने से डरता है।

इस बीच बीजेपी की वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बड़ा बयान दिया है। सुमित्रा महाजन के बयान के बाद बीजेपी में हडकंप मच गया है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी शासनकाल के दौर में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने के लिए वह कांग्रेस नेताओं से संपर्क करती थीं। वह खुद से कुछ कहने की जगह कांग्रेस के नेताओं की मदद लेती थीं।

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सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार में महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुद से कुछ नहीं कह सकती थीं, क्योंकि राज्य में उनकी ही पार्टी की सरकार थी।

आपको बता दें कि सुमित्रा महाजन की कद्दावर नेता हैं। इसके साथ ही इंदौर से 8 बार सांसद रहीं हैं। मोदी सरकार के पहले कार्याकाल में वह लोकसभा अध्यक्ष थीं। पिछले साल विधानसभा चुनाव में मिली हार से पहले 15 साल तक मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे।

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बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री सुमित्रा महाजन ने कहा है कि मध्य प्रदेश में जब शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली बीजेपी सत्ता में थी, तब अहम मुद्दों को लेकर मैं चुप रहा करती थी, क्योंकि यह मेरी ही पार्टी (बीजेपी) की सरकार थी। मुझे लगता था कि इंदौर की जनता के हित के लिए कुछ मुद्दों को उठाना चाहिए तो मैं कांग्रेस के नेताओं की मदद लेती थी।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का वीडियो वायरल हो गया है जिसमें वह यह कहते हुए दिख रही हैं कि अपनी सरकार के खिलाफ मैं नहीं बोल सकती थी।

मध्य प्रदेश के राज्यपाल की मौजूदगी में सुमित्रा महाजन ने इतना बड़ा राज खोला है। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार के खिलाफ मैं नहीं बोल सकती थी। कोई बात उठाने के लिए मैं जीतू पटवारी और तुलसी सिलावट को धीरे से कहती थी कि तुम करो कुछ। महाजन ने आगे कहा कि जीतू पटवारी में मेरा शिष्य बनने के सभी गुण हैं। सब इंदौर का भला चाहते हैं। पार्टी अपनी जगह है।

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दरअसल यह मामला रविवार का है जब शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने अपने घर में एक संवाद का कार्यक्रम रखा था जिसमें मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन और जीतू पटवारी के साथ मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद थे।

बता दें कि शनिवार को कार्यक्रम में राहुल बजाज ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा था कि जब यूपीए सरकार सत्ता में थी, तो हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे। अब हम अगर बीजेपी सरकार की खुले तौर पर आलोचना करें तो इतना विश्वास नहीं है कि आप इसे पसंद करेंगे।

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राहुल बजाज ने गृह मंत्री अमित शाह से कहा था कि इस वक्त लोगों के बीच खौफ का माहौल है और लोग सरकार की आलोचना करने से दूर भागते हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास नहीं है कि उनकी आलोचना को सरकार में किस तरह लिया जाएगा।

राहुल बजाज के बयान का गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर दिया। अमित शाह ने इस बात को खारिज कर दिया कि देश में डर का मौहाल है। उन्होंने कहा कि किसी को किसी के बारे में डरने की जरूरत नहीं है, मीडिया में नरेंद्र मोदी सरकार की लगातार आलोचना हो रही है।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

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