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महाराष्ट्र LIVE: एनडीए से बाहर हो शिवसेना, तभी NCP देगी समर्थन
बीजेपी के सरकार बनाने से इनकार के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक फिर कहा है कि हम किसी भी कीमत पर शिवसेना का मुख्यमंत्री देंगे।
महाराष्ट्र: बीजेपी के सरकार बनाने से इनकार के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक फिर कहा है कि हम किसी भी कीमत पर शिवसेना का मुख्यमंत्री देंगे।
शिवसेना के उच्च सूत्रों का कहना है कि पहले एनसीपी-कांग्रेस, मुख्यमंत्री के लिए शिवसेना को समर्थन का ऐलान करे, उसके बाद शिवसेना एनडीए से बाहर आने का ऐलान करेगी। राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा पेश करने के लिए कहा है। उधर एनसीपी चाहती है कि शिवसेना एनडीए से बाहर आये। लेकिन अब देखना होगा कि आखिर महाराष्ट्र की बागडोर किसके हाथ में लग सकता है।
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सूत्रों के अनुसार दिल्ली कांग्रेस चाहती है शिवसेना और NCP की सरकार को कांग्रेस बाहर से समर्थन करे लेकिन कांग्रेस के विधायक सरकार में शामिल होना चाहते हैं। ऐसे में सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री, एनसीपी और कांग्रेस के उपमुख्यमंत्री होगा और प्रत्येक पार्टी के 6 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री बनेंगे।
राज्यपाल ने शिवसेना से सरकार बनाने के लिए पूछा
इसके बाद रविवार को राज्यपाल ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते शिवसेना से सरकार बनाने के लिए पूछा है। हालांकि अभी शिवसेना का जवाब आना बाकी है, इस बीच एनसीपी ने भी शिवसेना के सामने समर्थन देने के बदले एनडीए से नाता तोड़ने की शर्त रख दी है। सोमवार को शिवसेना के नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकत करने वाले हैं।
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने साफ किया है कि अगर शिवसेना हमारा समर्थन चाहती है तो उसे एनडीए से नाता तोड़ना होगा और बीजेपी से अपने रिश्ते खत्म करने होंगे। उन्होंने कहा कि शिवसेना को समर्थन के बदले केंद्रीय कैबिनेट से अपने सभी मंत्रियों को इस्तीफा दिलवाना होगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 12 नंवबर को पार्टी ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
क्या है महाराष्ट्र में बहुमत का खेल
महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ है और दोनों में से कोई दल अकेले सरकार नहीं बना सकता। ऐसे में शिवसेना को सरकार गठन के लिए कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन की जरूरत होगी। चुनाव में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की है। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है। ऐसे में शिवसेना को न सिर्फ एनसीपी बल्कि कांग्रेस को भी सरकार बनाने के लिए साथ में लेना होगा।
संजय राउत ने कहा-सीएम शिवसेना का ही होगा
सांसद संजय राउत ने एक फिर कहा है कि जैसा कि उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि सीएम शिवसेना का ही होगा। राउत ने कहा कि अगर बीजेपी अकेले राज्य में सरकार नहीं बना सकती तो फिर वह किस मुख्यमंत्री पद की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह सब सिर्फ मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए किया जा रहा था लेकिन अब वह पीछे हट गए तो बीजेपी का मुख्यमंत्री कैसे होगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपना सीएम भी नहीं बनाना चाहती है और शिवसेना को दिया गया वादा भी नहीं पूरा करना चाहती, ये कौन सी भूमिका है।
कांग्रेस नेता का बड़ा बयान
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि हम आगे क्या करना है, इस पर चर्चा कर रहे हैं। चव्हाण ने कहा कि हम राज्यसभा में सियासी संकट नहीं चाहते और न ही फिर से चुनाव चाहते हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए हम अपनी रणनीति तय करेंगे। उन्होंने कहा कि हम जो भी फैसला लेनें उसमें एनसीपी भी हिस्सेदारी होगी।
हम सरकार नहीं बनाएंगे: बीजेपी
बीजेपी के नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर कहा है कि उनसे पास विधानसभा में अकेले सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है और ऐसे में पार्टी अकेले सरकार नहीं बना सकती। राज्यपाल ने शनिवार को बीजेपी से सरकार बनाने के लिए पूछा था जिसके बाद आज फडणवीस समेत बीजेपी ने बड़े नेता राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं। बीजेपी ने कहा कि जनता ने गठबंधन को बहुमत दिया है लेकिन शिवसेना सरकार गठन के लिए सहयोग करने को तैयार नहीं है। ऐसे में हमने राज्यपाल को बताया है कि बीजेपी अकेले महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती।
सिंहासन उठाएंगे नहीं खुद बैठेंगे: उद्धव
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी विधायकों से दो टूक कहा है कि इस बार वह सिंहासन उठाएंगे नहीं बल्कि शिवसैनिक खुद उसपर बैठेंगे। सूत्रों के मुताबिक यह बात ठाकरे ने होटल में अपने विधायकों को संबोधित करते हुए कही है। शिवसेना ने अब सीएम पद के लिए आदित्य ठाकरे की जगह उद्धव का नाम आगे कर दिया है।
वहीं दूसरी ओर बीजेपी अब तक सरकार बनाने के मन नहीं बना पाई है, राज्यपाल ने बीते दिन फडणवीस से पूछा था कि क्या वह सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
उद्धव को सीएम बनाने की मांग
शिवसेना की बैठक में उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने की मांग की गई है। आज मुंबई में कई जगहों पर उद्धव ठाकरे के बतौर सीएम पोस्टर-बैनर देखे गए हैं।
नौ नवंबर कार्यकाल हो गया समाप्त
बताते चले कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो गया है। साथ चुनाव लड़ने वाली भाजपा और शिवसेना के अपनी शर्तों पर अड़ने के कारण राज्य में सरकार का गठन अभी नहीं हो पाया है।
शिवसेना सीएम पद पर 50-50 का फॉर्मूला चाहती है वहीं भाजपा इस पद को लेकर किसी समझौते के मूड में नहीं है। वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया है। राज्यपाल ने भाजपा को 11 नवंबर तक बहुमत साबित करने का समय दिया है।
मातोश्री के बाहर लगे बैनर, उद्धव-आदित्य दोनों को बताया भावी सीएम
मातोश्री के बाहर दो तरह के बैनर लगे हैं, जिसमें एक पर उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का अगला सीएम बताया गया है तो वहीं दूसरे बैनर पर आदित्य ठाकरे को अगला मुख्यमंत्री कहा गया है।
मातोश्री के बाहर लगा एक पोस्टर कहता है कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री आदित्य ठाकरे होंगे। बैनर में इस बात का भी दावा किया गया है कि आदित्य ठाकरे अगले कुछ दिनों में शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा होंगे।
मातोश्री के बाहर लगे एक अन्य बैनर में कहा गया है कि अगले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे होंगे। महाराष्ट्र को अगले मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव ठाकरे की जरूरत है।
वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश करेंगेः नवाब मलिक
महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच एनसीपी का बयान आया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा-शिवसेना सरकार बनाती है तो हम विपक्ष में बैठेंगे।
अगर वे सरकार नहीं बनाते हैं तो कांग्रेस-एनसीपी एक वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश करेगी। हमने राज्य में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए 12 नवंबर को अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है।
जयपुर में हुई कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग
वहीं दूसरी ओर जयपुर के रिसोर्ट में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। विधायक दल के नेता के नाम पर सहमति न बनने के कारण आलाकमान पर फैसला छोड़ दिया गया है। बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बाल थोराट भी मौजूद थे।
देवड़ा ने किया ट्वीट, कहा- कांग्रेस-एनसीपी को मिले मौका
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि अगर बीजेपी और शिवसेना सरकार नहीं बना पाईं तो राज्यपाल को एनसीपी और कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर बोला हमला
रविवार को एक बार फिर शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर हमला बोला। इसी के साथ ही संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना सरकार बनाने की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है।
राउत ने कहा कि राज्यपाल ने सबसे बड़े राजनीतिक दल को सरकार बनाने के लिए बुलाया है, ऐसे में उन्हें पहल करनी चाहिए। इसी के साथ ही शिवसेना ने कांग्रेस को लेकर अपना रुख भी बताया है और कहा है कि कांग्रेस दुश्मन नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि बीजेपी अभी तक इंतजार क्यों कर रही है, जबकि कम सीटों में उन्होंने अन्य राज्य में सरकार बनाई है।
'कांग्रेस से मतभेद लेकिन वो दुश्मन नहीं': राउत
शिवसेना नेता ने कहा कि अगर भाजपा को गवर्नर का न्योता मिला है, तो फिर क्यों इंतजार किया जा रहा है। हमने देखा है कि बीजेपी को 11 नवंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा गया है। संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है, हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने पहले ही साफ किया है कि राज्य की स्थिति को बिल्कुल साफ करना चाहिए। बीजेपी अगर सबसे बड़ी पार्टी है तो उन्हें 24 घंटे में सरकार बना लेनी चाहिए, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यही कारण है कि राज्यपाल को ये निर्णय लेना पड़ा।
फ्लोर टेस्ट में बीजेपी के खिलाफ वोट करेगी एनसीपी
एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि यदि फ्लोर टेस्ट होता है तो उनकी पार्टी भाजपा के खिलाफ वोट करेगी।
नवाब मलिक ने ये भी कहा कि यदि शिवसेना ने भी भाजपा के खिलाफ वोट किया उनकी पार्टी अन्य विकल्पों पर भी विचार कर सकती है।
बता दे कि चुनाव नतीजे आए दो हफ्तों से ज्यादा वक्त गुजर गया है लेकिन महाराष्ट्र की कोई भी पार्टी या गठबंधन दल अभी तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर पाए हैं।
आगे की रणनीति क्या होगी, इसे लेकर रविवार को बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक होगी। इसकी जानकारी पार्टी नेता चंद्रकांत पाटिल ने दी। उधर शिवसेना ने राज्यपाल कोश्यारी की इस पहल का स्वागत किया है।
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13वीं विधानसभा का कार्यकाल समाप्त…
दरअसल, महाराष्ट्र में 13वीं विधानसभा का कार्यकाल 9 नवम्बर को समाप्त हो गया है। हालांकि अभी तक राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है।
बता दें कि सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि वह अभी कार्यवाहक सीएम बने रहेंगे।
वहीं महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना को अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है।
बता दें कि भाजपा राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है और शिवसेना के साथ सीएम पद को लेकर दोनों पार्टियों में सहमति नहीं बन पा रही है।
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भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी…
बताया जा रहा है कि इसी वजह से कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना को अपने विधायकों के टूटने की आशंका है। इसके चलते कांग्रेस जहां अपने विधायकों को जयपुर भेजने की बात कह रही है।
वहीं शिवसेना ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए मुंबई के एक होटल में रखा हुआ है। कांग्रेस भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगा चुकी है। आरोपों के अनुसार, भाजपा ने 25-50 करोड़ रुपए का ऑफर दिया है।
फंसा है पेंच…
बता दें कि शिवसेना और भाजपा के बीच सीएम पद साझा करने के मुद्दे पर पेंच फंसा हुआ है। शिवसेना जहां ढाई-ढाई साल के लिए दोनों पार्टियों को सीएम पद देने की मांग पर अड़ी है, वहीं भाजपा इससे साफ इंकार कर चुकी है।
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देवेंद्र फडणवीस का सीएम पद से इस्तीफा…
शुक्रवार को महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। फडणवीस सरकार का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो गया।