TRENDING TAGS :
कांग्रेस नेताओं में अनबन: लगातार फूट रहा लेटर बम, नहीं बन रही आपस में
कांग्रेस का निष्कासन भोग रहे नौ पूर्व नेताओं ने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर आंतरिक लोकतंत्र बहाली की मांग दोहराई है।
लखनऊ: कांग्रेस का निष्कासन भोग रहे नौ पूर्व नेताओं ने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर आंतरिक लोकतंत्र बहाली की मांग दोहराई है। पिछले साल पार्टी से निकाले जाने पर भी इन नेताओं ने सोनिया गांधी से मिलने के लिए वक्त मांगा था। कांग्रेस कार्यसमिति के 23 नेताओं की चिट्ठी के बाद अब निष्कासित नेताओं की चिट्ठी चर्चा में है।
ये भी पढ़ें:कब्रिस्तान में हिले लोग: गए थे अंतिम संस्कार करने, हो गया ऐसा कि भाग खड़े हुए सभी
अजय कुमार लल्लू की ताजपोशी के साथ ही कांग्रेस में बगावत के सुर सुनाई देने लगे थे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर अजय कुमार लल्लू की ताजपोशी के साथ ही कांग्रेस में बगावत के सुर सुनाई देने लगे थे तब पार्टी नेतृत्व ने दस वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। जन्म से कांग्रेसी और मरते दम तक कांग्रेसी होने का दावा करने वाले इन नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मिलने का समय भी मांगा लेकिन आज तक मुलाकात संभव नही हो सकी। यह अलग बात है कि पार्टी ने बाद में वयोवृद्ध कांग्रेस नेता रामकृष्ण द्विवेदी का निष्कासन रद कर दिया था।
बैठक से पहले 23 नेताओं ने जो लेटर बम फोड़ा है
कांग्रेस कार्यसमिति की पिछले महीने हुई बैठक से पहले 23 नेताओं ने जो लेटर बम फोड़ा है उनमें से कई अब भी शांत नहीं हैं। इसी माहौल में अब प्रदेश के निष्कासित नौ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उन्हें पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र बहाल करने की सलाह दी है। पूर्व सांसद संतोष ने आठ अन्य साथियों की सहमति से लिखे पत्र में कांग्रेस हाईकमान से कहा है कि अगर पार्टी में इसी तरह से परिवारवाद हावी रहा और काम करने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होती रही तो कांग्रेस की स्थिति इतिहास में दर्ज होने वाली ही रह जाएगी।
congress-party-flag (social media)
अब भी कांग्रेसी मानने वाले इन नेताओं ने अपने पत्र में सोनिया गांधी को आगाह किया
खुद को अब भी कांग्रेसी मानने वाले इन नेताओं ने अपने पत्र में सोनिया गांधी को आगाह किया है कि ऐसे लोगों से बाज आएं जिनका कांग्रेस कोई पुराना रिश्ता नहीं है। जो लोग कांग्रेस की रीति-नीति से दूर हैं और वैचारिक धरातल पर भी दूसरे राजनीतिक दलों के निकट हैं। कांग्रेस में ऐसे लोगों को अहम जिम्मेदारी दी गई है जो कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। पिछले कुछ समय से पार्टी जिस तरह से चल रही है उससे कार्यकर्ताओं में असमंजस और अवसाद का माहौल बनने लगा है।
ये भी पढ़ें:पितृपक्ष में पितरो के आत्मा की शान्ति के लिए किया, जाता हैं पिंडदान
इस समस्या से निपटने के लिए पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को बहाल किया जाना बेहद जरूरी है। ऐसे लोगों के हाथ में कांग्रेस को जाने से बचाना होगा जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कांग्रेस की विचारधारा से दूर-दूर तक संबंध नहीं रखते हैं। संतोष सिंह की ओर से भेजे गए इस पत्र पर कांग्रेस से निष्कासित नेतागण पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, भूधर नारायण मिश्र, विनोद चौधरी, राजेंद्र सिंह सोलंकी, सिराज मेंहदी, नेकचंद पांडेय, संजीव सिंह और स्वयंप्रकाश गोस्वामी ने हस्ताक्षर किए हैं।
अखिलेश तिवारी
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।
न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें - Newstrack App