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राहुल का मोदी सरकार पर हमला, बोले- और कितने अन्नदाताओं को देनी होगी कुर्बानी?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने एक मीडिया रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया है और इसके हवाले से दावा किया है कि किसान आंदोलन में अब तक 22 किसानों की जान चुकी है।

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Published on: 18 Dec 2020 6:27 AM GMT
राहुल का मोदी सरकार पर हमला, बोले- और कितने अन्नदाताओं को देनी होगी कुर्बानी?
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गिरिराज सिंह को ट्रोल करने वाले लिखने लगे कि मोदी जी हैं इसीलिए तो चीन के सैनिक लद्दाख में 6 महीने से भारत मां की जमीन हड़प करके बैठे हैं।

नई दिल्ली: नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली की सीमाओं पर 23वें दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारी किसान केंद्र सरकार के हर प्रस्ताव, हर अपील को मानने से इंकार कर रहे हैं। किसानों की एक ही मांग है कि सरकार कृषि कानूनों को वापस ले।

अब इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने एक मीडिया रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया है और इसके हवाले से दावा किया है कि किसान आंदोलन में अब तक 22 किसानों की जान चुकी है। राहुल ने अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा है कि 'और कितने अन्नदाताओं को क़ुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी क़ानून कब ख़त्म किए जाएंगे?'

इस मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बठिंडा के जय सिंह, जतिंदर सिंह, नवांशहर के गुरप्रीत सिंह, सुरिंदर सिंह, राजकुमार, लुधियाना के भाग सिंह, अजनाला के बलवीर सिंह, मोगा के मक्खन सिंह, मेवा सिंह, सनौर के लाभ सिंह,गुरजिंदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब के सुखदेव सिंह, नाभा के पाल सिंह, मानसा के गुरजंट सिंह, धन्ना सिंह, तलवंडी साबो के लखबीर सिंह, होशियारपुर के कुलबिंदर सिंह, समाना के भीम सिंह और खन्ना के रविंदर पाल की जान जा चुकी है।



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बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली सीमा पर सिख संत बाबा राम सिंह के कथित तौर पर आत्महत्या करने पर सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस ने कहा था कि सरकार को अपनी जिद छोड़कर तत्काल कृषि विरोधी कानूनों को वापस लेना चाहिए।

राहुल गांधी ने कहा था कि करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि। उन्होंने कहा कि कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है। ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!

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गौरतलब है कि किसानों ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है। पंजाब-हरियाणा से किसानों का ग्रुप लगातार दिल्ली सीमा पर पहुंच रहा है। किसान नेताओं का आरोप है कि प्रदर्शनकारियों को रास्ते में रोका जा रहा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि सरकार ने रोकटोक बंद नहीं की तो सभी रास्ते फिर से बंद कर देंगे।

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कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को किसानों को आठ पन्नों का एक पत्र लिखा है। इस पत्र में कृषि कानून की खूबियां बताई गई बैं। इसके साथ कृषि कानून को लेकर फैलाई गयी भ्रांतियों के बारे में भी बताया गया है।

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