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लोकल चुनाव में भाजपा वोकल: ओवैसी का किला ढहाने की तैयारी, योगी भी भरेंगे हुंकार

हैदराबाद में हो रहे स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी है। लोकल चुनाव में भी देश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा वोकल दिख रही है। ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन के चुनावों को भाजपा ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है।

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Published on: 28 Nov 2020 3:41 AM GMT
लोकल चुनाव में भाजपा वोकल: ओवैसी का किला ढहाने की तैयारी, योगी भी भरेंगे हुंकार
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लोकल चुनाव में भाजपा वोकल: ओवैसी का किला ढहाने की तैयारी, योगी भी भरेंगे हुंकार

नई दिल्ली: हैदराबाद में हो रहे स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस बार पूरी ताकत झोंक दी है। लोकल चुनाव में भी देश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा वोकल दिख रही है। ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन (जीएचएमसी) के चुनावों को भाजपा ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है।

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी के गढ़ में हो रहे इस चुनाव में इस बार भाजपा के कई दिग्गज भी उतर रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस बार ओवैसी गढ़ में चुनाव प्रचार के लिए उतर रहे हैं।

ओवैसी के खिलाफ हुंकार भरेंगे योगी

सियासी जानकारों का कहना है कि शायद ऐसा पहली बार हो रहा है जब भाजपा स्थानीय निकाय के चुनावों के लिए इतनी ज्यादा ताकत लगा रही है। सबकी नजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हैदराबाद दौरे पर टिकी हुई है। योगी आदित्यनाथ रविवार को हैदराबाद के राजेंद्र नगर और छेवेल्ला संसदीय क्षेत्र में आने वाले जीएचएमसी डिवीजन में रैली करेंगे। योगी आदित्यनाथ पहले भी ओवैसी को ललकारते रहे हैं।

माना जा रहा है कि रविवार को होने वाले दौरे के दौरान भी वे ओवैसी के खिलाफ हुंकार भरेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भी योगी आदित्यनाथ ने सीमांचल में सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर ओवैसी को ललकारा था।

प्रचार में उतरे नड्डा, शाह भी करेंगे रैली

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। शुक्रवार को उन्होंने मलकाजगिरी संसदीय क्षेत्र के तहत म्युनिसिपल डिवीजन में रोड शो करके मतदाताओं से समर्थन मांगा। बाद में उन्होंने युवाओं और बुद्धिजीवियों को भी संबोधित किया।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी रविवार को चुनाव मैदान में उतरेंगे और सिकंदराबाद में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्णा सागर राव का कहना है कि शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी रविवार की रैली के लिए आमंत्रित करने की योजना बनाई गई थी मगर समय की कमी से ऐसा नहीं हो पाया।

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भाजपा के घोषणापत्र में तमाम वादे

भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी गुरुवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी करने के लिए हैदराबाद पहुंचे थे। पार्टी की ओर से गरीब परिवारों के बच्चों को टैबलेट देने, एससी कालोनियों और स्लम में प्रॉपर्टी टैक्स में छूट, मेट्रो और सिटी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा, मुफ्त पीने का पानी देने और सौ यूनिट से कम बिजली खर्च करने वाले परिवारों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया गया है।

केंद्रीय मंत्रियों ने भी किया दौरा

भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्मृति ईरानी ने भी हैदराबाद का दौरा किया है। अपने दौरे के दौरान जावड़ेकर ने प्रदेश सरकार के खिलाफ चार्जशीट भी जारी की। युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या भी चुनाव मैदान में उतर चुके हैं और भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे हैं। पार्टी के महासचिव भूपेंद्र यादव की अगुवाई में चार लोगों की टीम बनाकर पार्टी की ओर से इस चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ने का संदेश पहले ही दिया जा चुका है।

टीआरएस ने कसा भाजपा पर तंज

टीआरएस वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष के टी रामाराव ने इस बात पर हैरानी जताई कि स्थानीय निकाय के चुनाव के लिए बीजेपी इतनी ताकत झोंक रही है और भाजपा के इतने ज्यादा राष्ट्रीय नेता चुनाव प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं के दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि अच्छा होता कि जब शहर ने भारी बारिश और बाढ़ का सामना किया था, उस समय इन नेताओं ने इस शहर का हालचाल पूछा होता।

नड्डा ने टीआरएस को दिया जवाब

टीआरएस के गली चुनाव में प्रचार के तंज पर भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि यह 74 लाख वोटर का अपमान है। नड्डा ने कहा कि मेरे हैदराबाद आने से पहले कहा गया कि एक पार्टी का अध्यक्ष गली के चुनाव के लिए आ रहा है। यह हैदराबाद के मतदाताओं का घोर अपमान है। उन्होंने सवाल किया की 74 लाख मतदाता, 5 लोकसभा सीटें, 24 विधानसभा सीटें और एक करोड़ की आबादी, क्या इसे गली का चुनाव माना जा सकता है। उन्होंने हैदराबाद के चुनाव में भाजपा को मतदाताओं का समर्थन मिलने का भरोसा भी जताया।

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मुस्लिम वोटों पर टिकी है ओवैसी की नजर

दूसरी ओर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस बार भीअधिकांश मुस्लिम उम्मीदवारों पर ही भरोसा जताया है। ओवैसी ने पुराने हैदराबाद के इलाके की सीटों पर 51 प्रत्याशी उतारे हैं जिनमें सिर्फ 5 हिंदुओं को ही टिकट दिया गया है। ओवैसी ने उन्हीं सीटों पर हिंदू प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं जहां पर हिंदू-मुस्लिम आबादी लगभग बराबर है।

ओवैसी हाल के दिनों में मुस्लिम समुदाय के सबसे बड़े नेता के रूप में सामने आए हैं और उनका सियासी आधार मुस्लिम वोटों पर ही टिका है। यही कारण है कि उन्होंने मुस्लिम प्रत्याशियों पर ही भरोसा जताया है। हाल में उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में भी अपनी ताकत दिखाई थी और उनकी पार्टी के पांच प्रत्याशी चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे।

अंशुमान तिवारी

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