TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

उपचुनाव: यहां विकास के मुद्दे पर नहीं, ‘तुलसी’ और ‘शिवलिंग’ बांटकर नेता लड़ेंगे चुनाव

मध्य प्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का एलान होना अभी बाकी है। लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। गौरं करने की बात तो ये कि नेता विकास के मुद्दे पर बात करने की जगह तुलसी और शिवलिंग पर बांटने पर अपना सारा ध्यान लगा रहे हैं।

Newstrack
Published on: 15 July 2020 9:31 PM IST
उपचुनाव: यहां विकास के मुद्दे पर नहीं, ‘तुलसी’ और ‘शिवलिंग’ बांटकर नेता लड़ेंगे चुनाव
X

सतना: मध्य प्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का एलान होना अभी बाकी है।

लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

गौर करने की बात तो ये कि नेता विकास के मुद्दे पर बात करने की जगह तुलसी और शिवलिंग पर बांटने पर अपना सारा ध्यान लगा रहे हैं।

बात करें और बीजेपी की तो उपचुनाव की लड़ाई में सबसे अहम सीटों में से एक सांवेर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपने नेता 'तुलसी सिलावट' के प्रचार के लिए 'तुलसी' को ही माध्यम बनाया है।

सांवेर विधानसभा में बीजेपी ने 'हर-हर मोदी, घर-घर तुलसी' अभियान चलाया जा रहा है।

इसके अंतर्गत बीजेपी नेता घर-घर जाकर तुलसी के पौधे लोगों को दे रहे हैं।

पौधे के साथ केंद्र सरकार की उपलब्धियों का एक पर्चा भी दिया जा रहा है, जिस पर तुलसी सिलावट की फोटो और उनके विभाग की उपलब्धियों का जिक्र है।

मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान की बारी! क्या यहां भी जाएगी कांग्रेस की सत्ता

कांग्रेस बांट रही है 'शिवलिंग'

वहीं बीजेपी के प्रचार की काट के लिए कांग्रेस घर-घर शिवलिंग बांटकर बीजेपी के धर्म वाले एजेंडे पर हमला बोलेगी।

कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे जीतू पटवारी ने बताया कि कांग्रेस पहले से ही घर-घर शिवलिंग बांटने का काम कर रही है।

कांग्रेस करीब एक लाख शिवलिंग बांटने का लक्ष्य लेकर चल रही है और शिवलिंग के साथ, तांबे का स्टैंड, पूजन सामग्री, प्रसाद और शिवलिंग की घर में स्थापना और पूजन कैसे करें, इसकी विधि भी बांट रही है।

मध्य प्रदेश के मंत्रियों में 35 फीसद का आपराधिक रिकॉर्ड, दो हैं सजायाफ्ता

मध्य प्रदेश के 34 मंत्रियों में से 12 के खिलाफ आपराधिक मामले

मध्य प्रदेश के 34 मंत्रियों में से 12 (35%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं; विश्लेषण किए गए 34 मंत्रियों की औसत संपत्ति 6.48 करोड़ रुपये है।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में हाल ही में कैबिनेट का विस्तार हुआ है।

मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मध्य प्रदेश राज्य विधानसभा 2018 से मुख्यमंत्री सहित सभी 34 मंत्रियों के स्वघोषित-शपथ पत्रों के विश्लेषण यह बात उभर कर सामने आई है।

आपराधिक पृष्ठभूमि

एडीआर के अनुसार 12 (35%) मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

जबकि इन 34 मंत्रियों में छह (18%) मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

इसके अलावा 2 मंत्रियों ने खुद के खिलाफ सजायाफ्ता मामलों की घोषणा की है।

एक मंत्री अर्थात् हरदा निर्वाचन क्षेत्र के कमल पटेल ने हत्या के प्रयास का मामला घोषित किया है।

मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में आया नया पेंचः शिवराज और संगठन इन्हें लेकर है खींचतान



\
Newstrack

Newstrack

Next Story