TRENDING TAGS :
डिप्टी CM बनने के 48 घंटे के बाद 'पवार' को घोटाले से जुड़े 9 केस में मिली क्लीन चिट
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को सिंचाई घोटाले में बड़ी राहत मिली है। अजित पवार के खिलाफ सिंचाई घोटाले के 9 मामलों को बंद कर दिया गया है।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को सिंचाई घोटाले में बड़ी राहत मिली है। अजित पवार के खिलाफ सिंचाई घोटाले के 9 मामलों को बंद कर दिया गया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) सूत्रों के मुताबिक, सिंचाई घोटाले से संबंधित 3000 प्रोजेक्ट्स जांच के घेरे में हैं और इनमें से 9 मामलों को सबूतों के अभाव में बंद कर दिया गया है। अभी तक जिन टेंडर की जांच की गई है, उनमें एसीबी को अजित पवार के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला है।
तकनीकी तौर पर 3000 टेंडर जांच के घेरे में हैं और अजित पवार को क्लीन चीट नहीं मिली है। एसीबी के मुताबिक, सिर्फ 9 टेंडर्स (निविदाओं) के केस में अजित पवार को राहत मिली है और ये केस साक्ष्य के नहीं मिलने के कारण बंद कर दिए गए हैं।
ये भी पढ़ें...महाराष्ट्र पर लोकसभा में हंगामा: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा- ये लोकतंत्र की हत्या
एनसीपी-कांग्रेस सरकार के दौरान घोटाले का लगा आरोप
दूसरी बार महाराष्ट्र के सीएम बने अजित पवार पर भ्रष्टाचार से जुड़े कई केस चल रह हैं। इन्हीं में से एक सिंचाई घोटाले का मामला है। ये घोटाला 70 हजार करोड़ को बताया जाता है, जो कथित तौर पर राजनेताओें और नौकरशाहों की मिलीभगत से 1999 से 2009 के बीच हुआ।
महाराष्ट्र में 1999 से 2014 के दौरान कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार में सिंचाई विभाग का अजित पवार के पास था, ऐस में उनका नाम इस घोटाले में आया था।
मामले पर अजित को घेरती रही थी भाजपा सिंचाई घोटाले को लेकर भाजपा लगातार अजित पवार पर हमलावर रही थी। चुनाव प्रचार में फडणवीस ने तो अजित को जेल भेजने की भी बात कही थी।
बॉम्बे हाईकोर्ट में अभी भी ये मामले चल रहा था। 28 नवंबर 2018 को महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो ने अजित पवार को 70 हजार करोड़ के कथित सिंचाई घोटाले में आरोपी ठहराया था।
�
ये भी पढ़ें...महाराष्ट्रः अजित पवार ने पीएम मोदी को किया ट्वीट, कहा-धन्यवाद
डिप्टी सीएम बनते ही क्लीन चिट महाराष्ट्र की सियासत में शनिवार सुबह नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और एनसीपी के अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली।
अजित पवार ने एनसीपी के विधायकों का समर्थन होने की बात कही लेकिन पार्टी प्रमुख शरद पवार ने इसको पूरी तरह खारिज कर उनको पार्टी से निकालने तक की बात कह दी है। अजित, एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं लेकिन वो चाचा के खिलाफ चले गए हैं। दो दिन बाद उन्हें क्लीन चिट मिल गई।
ये भी पढ़ें...महाराष्ट्र: राजनीति में नया नहीं है शह-मात का खेल, यूपी में भी हुआ है सियासी उलटफेर