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Maharashtra Politics: NCP में उठापटक जारी, शरद पवार से मिले अजित गुट के विधायक, छगन भुजबल भी शामिल
Maharashtra Politics:अजित पवार गुट के कुछ और विधायक आज शरद पवार से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। इन विधायकों में मंत्री पद की शपथ लेने वाले छगन भुजबल भी शामिल हैं।
Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में बगावत के बाद इन दिनों महाराष्ट्र की सियासत काफी गरमाई हुई है। अजित पवार की अगुवाई में हुई बगावत के बाद चाचा शरद पवार ने भी कड़ा रुख अपना रखा है। पार्टी और सिंबल पर कब्जे की जंग को लेकर दोनों गुटों के बीच जबर्दस्त खींचतान चल रही है। वैसे चाची प्रतिभा पवार से मुलाकात करने के लिए अजित पवार एक दिन पूर्व शरद पवार के आवास पर भी गए थे।
इस बीच अजित पवार गुट के कुछ और विधायक आज शरद पवार से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। इन विधायकों में मंत्री पद की शपथ लेने वाले छगन भुजबल भी शामिल हैं। वैसे अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इन विधायकों का शरद पवार से मिलने के पीछे मकसद क्या है। अभी तक दोनों गुटों की ओर से इस बाबत कोई बयान नहीं जारी किया गया है।
शरद पवार से मुलाकात पर हैरानी
अजित पवार के साथ शपथ लेने वाले छगन भुजबल ने हाल के दिनों में शरद पवार पर तीखा हमला बोला था। अजित पवार ने गत 2 जुलाई को बगावती तेवर दिखाते हुए एनडीए में शामिल होने का ऐलान किया था। उन्होंने राज्य के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है जबकि छगन भुजबल समेत आठ अन्य एनसीपी विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। ऐसे में छगन भुजबल और अजित गुट के कुछ और विधायकों की शरद पवार से मुलाकात पर हैरानी भी जताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक अजीत गुट के विधायक शरद पवार से मुलाकात करने के लिए वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे। इन विधायकों में छगन भुजबल,अदिति तटकरे और हसन मशरिफ शामिल बताए जा रहे हैं। हालांकि इस मुलाकात के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
अजित भी पहुंचे थे शरद के आवास पर
एनसीपी में बगावत करने वाले गुट के नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार भी शुक्रवार को शरद पवार के आवास पर पहुंचे थे। अजित पवार ने बाद में कहा था कि वे अपनी चाची प्रतिभा पवार को देखने के लिए शरद पवार के आवास पर गए थे। शुक्रवार को सर्जरी के बाद प्रतिभा पवार को अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। अजित पवार का कहना है कि वे अपने चाची का हाल-चाल पूछने के लिए गए थे।
अजित पवार ने शनिवार को बयान दिया था कि इस दौरान उनकी चाचा शरद पवार और सुप्रिया सुले से भी मुलाकात हुई थी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि उनकी दोनों नेताओं से क्या बातचीत हुई। उन्होंने अपने चाचा शरद पवार को प्रेरणास्रोत बताते हुए उनकी तस्वीर का इस्तेमाल करने की बात भी स्वीकार की। उनका कहना था कि शरद पवार ने शिक्षा विभाग से जुड़े एक मामले में उन्हें एक पत्र भी दिया है।
दोनों गुटों के बीच पार्टी पर कब्जे की जंग
वैसे एनसीपी में बगावत के बाद दोनों गुटों के बीच पार्टी पर कब्जे को लेकर जंग जारी है। अजित पवार गुट के नेताओं की ओर से 42 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा है। 5 जुलाई को दोनों गुटों की ओर से अलग-अलग बैठकों का आयोजन किया गया था और इस बैठक के दौरान अजित पवार ने अपनी ताकत दिखाते हुए शरद पवार गुट को पीछे छोड़ दिया था। जानकारों के मुताबिक अजित पवार गुट की बैठक के दौरान 30 विधायक मौजूद थे। एनसीपी के पांच एमएलसी भी अजित पवार के साथ हैं।
दूसरी ओर शरद पवार भी पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वे लगातार पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं और पार्टी को मजबूत बनाने का अनुरोध कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं से महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर पार्टी को मजबूती से स्थापित करने की अपील की है। दोनों गुटों का झगड़ा चुनाव आयोग की चौखट तक पहुंच चुका है और अब यह देखने वाली बात होगी कि कौन गुट पार्टी पर कब्जे की इस जंग में विजयी साबित होता है।