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मोदी सरकार के लिए बुरी खबर: इस बड़े राज्य से विदाई तय, Exit Poll में मिले ये संकेत

झारखंड विधानसभा की सभी 81 सीटों के लिए मतदान हो चुके हैं। सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। इससे पहले एग्जिट पोल (Exit Poll) जारी कर दिया गया है।

Aditya Mishra
Published on: 20 Dec 2019 3:54 PM GMT
मोदी सरकार के लिए बुरी खबर: इस बड़े राज्य से विदाई तय, Exit Poll में मिले ये संकेत
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रांची: झारखंड विधानसभा की सभी 81 सीटों के लिए मतदान हो चुके हैं। सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। इससे पहले एग्जिट पोल (Exit Poll) जारी कर दिया गया है।

इसमें बीजेपी को 22 से 32 सीटें, जेएमएम को 38 से 50 सीटें, जेवीएम को 2 से 4 सीटें, आजसू को 3 से 5 और अन्य को 4 से 7 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।

अगर वोट प्रतिशत की बात करें, तो बीजेपी को 34 फीसदी, जेएमएम को 37 फीसदी, जेवीएम को 06 फीसदी, आजसू को 09 फीसदी वोट मिलने का दावा किया गया है। हालांकि चुनाव परिणाम 23 दिसंबर को वोटों की गिनती के बाद आएगा।

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एग्जिट पोल में कुल 12,489 लोगों से की बात

एग्जिट पोल में कुल 12,489 लोगों से बात की गई। इसमें 76 फीसदी पुरुष और 24 फीसदी महिलाएं शामिल थीं। जाति के आधार पर बात करें तो इसमें एसटी (हिंदू) 20, एसटी (क्रिश्चिन) 6, एससी 15, मुस्लिम 14, ओबीसी 19, कुर्मी/महतो 9, यादव 7, जनरल के 7 और अन्य के 3 फीसदी लोग शामिल हैं। इनमें 77 फीसदी लोग ग्रामीण और 23 फीसदी शहरी इलाकों से हैं।

झारखंड विधानसभा की सभी 81 सीटों के लिए पांच चरण में मतदान कराए गए। पहले चरण के लिए 30 नवंबर, दूसरे चरण के लिए 07 दिसंबर, तीसरे चरण के लिए 12 दिसंबर, चौथे चरण के लिए 16 दिसंबर और पांचवें चरण के लिए 20 दिसंबर को मतदान हुए थे।

झारखंड में पहले चरण में 13, दूसरे चरण में 20, तीसरे चरण में 17, चौथे चरण में 15 और पांचवें चरण में 16 विधानसभा सीटों के लिए मतदान कराए गए। इस बार झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से 9 सीटें अनुसूचित जाति और 28 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थीं।

चुनाव आयोग ने झारखंड में विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक चुनाव कराने के लिए 29 हजार 464 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इससे पहले पिछले बार सूबे में 24 हजार 648 मतदान केंद्र बनाए गए थे।

बीजेपी, जेवीएम, बीएसपी, एजेएसयू, जेएमएम, एआईटीसी, कांग्रेस, सीपीआईएम, सीपीआई और आरजेडी राजनीतिक पार्टियां चुनाव मैदान में हैं। इस चुनाव में कई दिग्गजों की साख भी दांव में है।

झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 6 जनवरी 2015 से शुरू हुआ था, जो 5 जनवरी 2020 को खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग ने झारखंड विधानसभा चुनाव का ऐलान एक नवंबर को किया था।

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कई दिग्गजों की साख दांव पर

इस चुनाव में कई दिग्गजों की साख दांव पर है। इस चुनाव में जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दो सीटों बरहेट और दुमका सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं।

वहीं, हाई प्रोफाइल पौड़ेयाहाट सीट से पूर्व मंत्री प्रदीप यादव जेवीएम चुनाव मैदान में हैं। यहां से बीजेपी ने गजाधर सिंह और जेएमएम ने अशोक कुमार चौधरी को उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।

इसके अलावा सारठ विधानसभा सीट पर रघुबर सरकार के मंत्री रणधीर कुमार सिंह चुनावी ताल ठोक रहे हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने जेवीएम से चुनाव जीता था और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे। यहां से जेएमएम ने परिमल कुमार सिंह और जेवीएम ने उदय शंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।

इसके अतिरिक्त राजमहल सीट पर बीजेपी के अनंत ओझा और जेएमएम के केताबुद्दीन शेख के बीच मुकाबला है, तो लिट्‌टीपाड़ा सीट पर बीजेपी के दनियल किस्कू और जेएमएम के दिनेश विलियम मरांडी के बीच कांटे की टक्कर है।

ऐसे ही जामा सीट पर जेएमएम सीट पर जेएमएम के सीता मुर्मू और बीजेपी के सुरेश मुर्मू आमने-सामने हैं।

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Aditya Mishra

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