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राहुल का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला, कोरोना काल में नौकरी छीनने का लगाया आरोप
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। राहुल ने ट्वीट करके कहा कि नौकरी छीन ली, जमा पूंजी हड़प ली, बीमारी भी फैलने से नहीं रोक पाए। मगर वो शानदार झूठे सपने दिखाते हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। राहुल ने ट्वीट करके कहा कि नौकरी छीन ली, जमा पूंजी हड़प ली, बीमारी भी फैलने से नहीं रोक पाए। मगर वो शानदार झूठे सपने दिखाते हैं।
राहुल का ये बयान अखबार में छपी उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें बताया गया है यह कोरोना संकट की वजह से आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों ने भविष्य निधि (पीएफ) पीएफ से कुल 30,000 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
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कोरोना काल में बढ़ी बेरोजगारी
ईपीएफओ करीब 10 लाख करोड़ का फंड मैनेज करता है और इसके सब्सक्राइबर्स की संख्या करीब 6 करोड़ है। कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं।
लाखों लोगों की जॉब छूट गई। ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने लोगों को अपने पीएफ का कुछ हिस्सा एडवांस निकालने की सुविधा दी।
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जुलाई तक करीब 80 लाख सब्सक्राइबर्स ने EPFO से 30 हजार करोड़ रुपये का फंड निकाल लिया है।
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राहुल गांधी पहले भी जारी कर चुके हैं वीडियो
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों लगातार वीडियो जारी कर रहे हैं। राहुल गांधी अपने वीडियो सीरीज ‘सत्य का सफर: राहुल गांधी के साथ’ के जरिए देश की चुनौतियों को देश के सामने रख रहे हैं। राहुल गांधी ने इस सीरीज की तीसरी कड़ी आज जारी की है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने अपने वीडियो में चीन को लेकर कहा है कि अगर आप उनसे निपटने के लिए मजबूत स्थिति में हैं, तभी आप काम कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उनसे वो हासिल कर पाएंगे, जो आपको चाहिए और यह सचमुच में किया जा सकता है, लेकिन अगर उन्होंने (चीन) ने कमजोरी पकड़ ली, तो फिर ये गड़बड़ है।
राहुल गांधी का कहना है कि आप बिना किसी दृष्टिकोण के चीन से निपट नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं केवल राष्ट्रीय दृष्टिकोण की बात नहीं कर रहा हूं, मेरा मतलब अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से है। बेल्ट एंड रोड, यह धरती की प्रकृति को बदलने का प्रयास है। भारत को वैश्विक दृष्टिकोण अपनाना ही होगा। भारत को अब विचार बनाना होगा, जो वैश्विक विचार हो।