नहीं रहे शिव प्रसाद, कभी सुदामा तो कभी नारद बनते थे TDP के पूर्व सांसद

प्रसाद के लिए नायडू ने आगे कहा कि आंध्र प्रदेश राज्य को लेकर प्रसाद ने जो संघर्ष किया, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता है। नायडू ने ये भी कहा कि प्रसाद की आंध्र प्रदेश के बंटवारे में भी अहम भूमिका रही।

Manali Rastogi
Published on: 23 May 2023 1:05 PM GMT (Updated on: 23 May 2023 1:05 PM GMT)
नहीं रहे शिव प्रसाद, कभी सुदामा तो कभी नारद बनते थे TDP के पूर्व सांसद
X
नहीं रहे शिव प्रसाद, कभी सुदामा तो कभी नारद बनते थे TDP के पूर्व सांसद

चेन्नई: तेलगु देशम पार्टी के पूर्व सांसद एन शिव प्रसाद अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनका आज निधन हो गया। दरअसल शिव प्रसाद काफी समय से बीमार थे। उनका इलाज चेन्नई के अपोलो अस्पताल में चल रहा था। शिव प्रसाद वही सांसद हैं, जोकि संसद में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग करने के लिए कभी नारद तो कभी सुदामा बनकर जाते थे। इसकी वजह से वह संसद में काफी मशहूर थे।

Image result for Naramalli Siva Prasad

यह भी पढ़ें: Kareena Kapoor Birthday: ये है ग्लोइंग स्किन का राज, जानिए 5 ब्यूटी सीक्रेट

एन शिव प्रसाद के निधन पर तमाम नेताओं ने शोक जताया। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने भी एन शिव प्रसाद के निधन पर शोक जताया है। प्रसाद के निधन पर नायडू ने कहा कि वह उनके प्रिय मित्र थे।

Image result for Naramalli Siva Prasad

यह भी पढ़ें: मर्दों के लिए जरूरी! अकेले में महिलाओं को नापसंद आपका ये काम

प्रसाद के लिए नायडू ने आगे कहा कि आंध्र प्रदेश राज्य को लेकर प्रसाद ने जो संघर्ष किया, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता है। नायडू ने ये भी कहा कि प्रसाद की आंध्र प्रदेश के बंटवारे में भी अहम भूमिका रही। शिव प्रसाद के निधन से नायडू काफी हताश हैं और उन्होंने कहा कि प्रसाद का जाना चित्तूर और आंध्र प्रदेश के लिए एक गहरी क्षति है।

Image result for Naramalli Siva Prasad

यह भी पढ़ें: मोदी और इमरान होंगे आमने-सामने, आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार होगा ऐसा

कौन थे एन शिव प्रसाद?

  • 2009 के लोकसभा चुनाव में नारामल्ली शिव प्रसाद ने नारामल्ली शिवप्रसाद चुनाव जीता था।
  • 11 जुलाई 1951 को जन्मे एन शिव प्रसाद एंटर्टेंमेंट सेक्टर में भी काम कर चुके थे।
  • आंध्र प्रदेश के विभाजन के शिव प्रसाद सख्त खिलाफ थे। इसका वह कई बार लोकसभा में विरोध कर चुके थे।
  • वह संसद में एक बार संविधान निर्माता डॉ बीआर अंबेडकर की पोशाक पहनकर भी आए थे।

Manali Rastogi

Manali Rastogi

Next Story