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Prayagraj News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर समेत तीन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
Prayagraj News: तीन प्रोफेसरों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी हुआ है। इन पर एससी-एसटी यौन शोषण का आरोप लगा है। इस मामले में 2016 में कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था।
Prayagraj News: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इकोनॉमिक्स विभाग के रिटायर्ड प्रोफेसर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। मनमोहन कृष्णा, प्रोफेसर प्रहलाद कुमार और कार्यरत प्रोफेसर जावेद अख्तर के खिलाफ सोमवार को न्यायालय एडीजे की तरफ से एनबीडब्ल्यू गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी हुआ है। इन तीनों पर एससी-एसटी यौन शोषण का आरोप लगा है। इस मामले में 2016 में प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने मुकदमा दर्ज कराया था।
महिला प्रोफेसर का आरोप था कि इन तीनों ने जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अशब्द शब्दों का इस्तेमाल किया था। महिला प्रोफेसर दीपशिखा सोनकर का आरोप था कि अनुसूचित जाति का होने के कारण शुरू से ही इनका इन प्रोफेसरों द्वारा उत्पीड़न किया जाता रहा था। इसकी शिकायत विश्वविद्यालय सहित कर्नलगंज थाने और अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग राष्ट्रीय महिला आयोग से भी की थी। 4 अगस्त 2016 को उनको इन तीनों प्रोफेसरों ने विभागाध्यक्ष कार्यालय में बुलाया और डांटना शुरू कर दिया और यही नहीं जाति सूचक शब्द और अशब्दों का प्रयोग करते हुए एक घंटे तक बंधक बनाए रखा।
उन्होंने बताया कि उनके बार-बार कहने पर कि वे जाएं, लेकिन, उनको जाने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि किसी तरह जब वे वहां से निकलीं तो कर्नलगंज थाने पहुंची और मुकदमा दर्ज कराई। तब से यह मामला चल रहा है। सोमवार को इसी मामले में न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। महिला प्रोफेसर ने आरोप लगाया है कि हमेशा मुकदमा वापस लेने के लिए बाहरी अराजक तत्वों द्वारा परेशान किया जा रहा है। इसकी शिकायत थाने में दी गई है। महिला प्रोफेसर ने कहा है कि उन्हें न्यायालय से न्याय की उम्मीद है।
बर्खास्तगी और विवि परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर कुलपति कार्यालय का किया घेराव-
आज छेड़खानी जैसे गंभीर आरोप में न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी अभिपत्र जारी होने के पश्चात इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर और कुलपति के सलाहकार मनमोहन कृष्णा की सलाहकार पद से बर्खास्तगी और विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर कुलपति कार्यालय का घेराव किया गया और कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार शुक्ला को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग की गई।