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Prayagraj News: झूसी में बाइक सवार पति पत्नी की नगर निगम की गाड़ी से कुचलकर मौत
Prayagraj News: सुबह 9:30 बजे एक दंपत्ति परिवार पति पत्नी अपने परिवार के ही एक निशान में शामिल होने के लिए गारापुर माता चौरन के मंदिर पर झूसी होते हुए जा रहे थे उसी रास्ते में कटका पुरानी रोड डॉक्टर बंगाली के घर के ठीक सामने गलत रूट से आ रही नगर निगम जोन-8 की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी ने दंपति परिवार को कुचलते हुए आगे निकल गई।
Prayagraj News: प्रयागराज थाना झूसी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सुबह 9:30 बजे एक दंपत्ति परिवार पति पत्नी अपने परिवार के ही एक निशान में शामिल होने के लिए गारापुर माता चौरन के मंदिर पर झूसी होते हुए जा रहे थे उसी रास्ते में कटका पुरानी रोड डॉक्टर बंगाली के घर के ठीक सामने गलत रूट से आ रही नगर निगम जोन-8 की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी ने दंपति परिवार को कुचलते हुए आगे निकल गई। कुछ दूर पर नगर निगम गाड़ी और ड्राइवर दोनों को दौड़ाकर पकड़ लिया गया। गाड़ी को जप्त कर, ड्राइवर को पुलिस ने हिरासत में लेलिया है। गाड़ी पर कोई नंबर प्लेट नहीं है।
पत्नीअंजू की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पति राजू गंभीर रूप से घायल हो गया। कुछ अन्य सदस्य निशान में शामिल होने के लिए जा रहे थे मौके पर इस घटना को देखते ही स्तब्ध रह गए और आनन-फानन में पति राजू को एसआरएन के लिए ले जाया गया जहां पर उपचार के दौरान ही मौत हो गई। इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है। पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
राजू की उम्र 30 वर्ष, पिता स्वर्गीय राम अवतार निवासी नैका, पत्नी अंजू की उम्र 28 वर्ष थी। राजू दो भाइयों में सबसे बड़ा था। छोटा भाई राहुल, राजू की शादी 2012 दारागंज पूरापराइन गल्ला मंडी के पास में हुआ था। शादी हुए तकरीबन 10 वर्ष बीत चुके हैं। राजू का कोई संतान नहीं है। अपने छोटे भाई राहुल के एक लड़का और एक लड़की दोनों को लिखित तरीके से गोद ले लिए थे। बेटा 9 वर्ष का है जो कक्षा चार में पढ़ रहा है। बेटी है 7 वर्ष की है जो कक्षा 3 में पढ़ रही है। दोनों के पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्च वहन करता था।
इसके साथ ही परिवार की जिम्मेदारी थी। राजू लकड़ी फर्नीचर का काम करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था। पिताजी की मृत्यु अभी दिसंबर 2022 में हुई थी। राजू का छोटा भाई राहुल भी बेरोजगार है। घर में दो बच्चों और बूढ़ी मां का सहारा राजू ही था। अब दोनों बच्चों के सर से मां और पिता दोनों का साया उठ गया। घर से एक साथ दो अर्थियां उठेंगे। पास पड़ोस भी इस घटना से सिहर उठे हैं। अब सबके जुबां पर यही है कि दोनों बच्चों और बूढ़ी मां का सहारा कौन होगा, इन का खर्चा कैसे चलेगा।