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Lockdown: बच्चों के रूम को दें ऐसा लुक, बाहर जानें की वो नहीं करेंगे जिद्द
कोरोना के चलते लॉकडाउन है, सभी घरों में कैद है। इस समय सबसे ज्यादा परेशानी बच्चे और बुजूर्गों को हो रही है। पेरेंट्स भी इस समय अपने ऑफिस से थोड़े दिन की छुट्टी पर हैं। तो क्यों ना
लखनऊ: कोरोना के चलते लॉकडाउन है, सभी घरों में कैद है। इस समय सबसे ज्यादा परेशानी बच्चे और बुजूर्गों को हो रही है। पेरेंट्स भी इस समय अपने ऑफिस से थोड़े दिन की छुट्टी पर हैं। तो क्यों ना ये टाइम बच्चों के कमरे को सजाने में बितायाजाएं। केवल कार्टून्स के पोस्टर, दीवारों पर चटक रंग, छत पर रेडियम स्टिकर्स से बच्चों का कमरा नहीं तैयार होता। पैरेंट्स अपने बच्चों के कमरे को इनोवेटिव और इंटरैक्टिव तरीक़े से सजाना चाहते हैं। पैरेंट्स एक थीम पकड़कर कमरे को डेकोरेट करने की योजना बनाते हैं। लेकिन यदि बजट या टाइम की कमी हो, तब भी अपने बच्चों का कमरा सोच-समझकर दोबारा इस्तेमाल कर सकनेवाली चीज़ों से सजाएं। बच्चों का कमरा सजाने के कुछ टिप्स ...
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* बच्चे के लिए एक ही रूम में सोने और पढ़ने की व्यवस्था करनी है या फिर बेडरूम और स्टडीरूम अलग होंगे। यदि 1 से ज्यादा बच्चे हों तब क्या आप उन के लिए अलगअलग रूम रखने की स्थिति में हैं या नहीं। इस के बाद आप आगे की प्लानिंग करें। शहरों में घर की बढ़ती कीमत के कारण आप शायद बच्चे के लिए स्टडीरूम और बेडरूम अलग-अलग न रख सकें।
*लड़कियों के लिए पिंक और लड़कों के लिए ब्लू कलर होता है। इस ख़्याल से आगे की सोचें और नए शेड्स से गुरेज न करें। टोप, क्रीम, लाइट यलो जैसे शेड्स जेंडर्स से इतर यूज करें।
* दो बच्चे हों तो बेड एक ही चाहिए या अलग-अलग। बड़े साइज के बेड पर 2 बच्चे सो सकते हैं या फिर अगर रूम का साइज सही है तो 2 सिंगल बेड रख कर उन के बीच एक साइड टेबल या छोटी रैक रख सकती हैं अथवा एक परदा भी डाल सकती हैं। सोने या पढ़ते समय परदा खींचने से उन्हें 2 अलग कमरों का एहसास होगा।
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* पैरेंट्स बच्चों के पूरे कमरे को गहरे रंगों से सजा देते हैं। लेकिन हमारी सलाह यही है कि सभी फ़र्नीचर्स को रंगीन न बनाएं। कुछ-कुछ चीज़ों को ही बोल्ड रंग का रखें, ताकि ये देखने में ख़ूबसूरत लगें। बेहतर तो यही होगा कि समय-समय पर आप इनकी जगह बदलकर कमरे में नयापन लाए, क्योंकि आपसे बेहतर कौन जानता है कि बच्चे बदलाव पसंद करते हैं।
*बच्चे घर के अंदर उछलकूद करते रहते हैं, इसलिए उन्हें कुछ खुली जगह भी चाहिए। बैड को दीवार से सटा कर इस तरह रखा जा सकता है कि उस का सिरहाना किसी एक कोने में हो ताकि ओपन स्पेस ज्यादा मिले।