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Youtube-Instagram पर खतरा: 23.5 करोड़ यूजर्स के साथ हुआ ऐसा, मचा हड़कंप
आज-कल सभी का काम सोशल मीडिया पर चलता है। इसके बिना लोगों की लाइफ अधूरी है। क्योंकि हर इंसान इस पर ही डिपेंड हैं।
नई दिल्ली: आज-कल सभी का काम सोशल मीडिया पर चलता है। इसके बिना लोगों की लाइफ अधूरी है। क्योंकि हर इंसान इस पर ही डिपेंड हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आप इस पर जो भी अपनी डिटेल शेयर करते हैं वो कहीं न कहीं लीक हो रही है। जी हां ऐसा पता चला है कि गूगल के यूट्यूब, फेसुबक के इंस्टाग्राम और बाइटडांस के टिकटॉक को लेकर खबर सामने आई है।
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प्लैटफॉर्म के करीब 23.5 करोड़ यूज़र्स का डेटा लीक हो गया है
आपको बता दें इन तीनों प्लैटफॉर्म के करीब 23।5 करोड़ यूज़र्स का डेटा लीक हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार यूज़र्स के पर्सनल प्रोफाइल के डेटा को डार्क वेब पर बेच दिया गया है। प्रो-कंज्यूमर वेबसाइट Comparitech के सिक्योरिटी रिसर्चर ने बताया इस डेटा ब्रीच के पीछे ‘unsecured data’ है। इस मामले में फोर्ब्स की रिपोर्ट में सिक्यॉरिटी रिसर्चर्स ने कहा कि लीक हुआ डेटा अलग-अलग डेटासेट्स पर पहुंच चुका है।
लोगों की पर्सनल डिटेल हुई लीक
रिपोर्ट में बताया कि इनमें मौजूद हर पांच रिकॉर्ड में से एक में यूज़र का फोन नंबर, अड्रेस, प्रोफाइल नेम, फुल रियल नाम, प्रोफाइल फोटो, अकाउंट डिस्क्रिप्शन के साथ फॉलोअर्स की संख्या और लाइक्स के सारी डीटेल भी मौजूद हैं।
लीक डेटा के पीछे डीप सोशल नाम की एक कंपनी का हाथ है
वहीं इस पर Comparitec के एडिटर Paun Bischoff ने कहा कि स्पैमर्स और साइबर क्रिमनल्स के लिए ये जानकारियां काफी काम की हैं, जिससे वह फिशिंग कैंपेन चलाते हैं। रिसर्चर्स ने बताया लीक डेटा के पीछे डीप सोशल नाम की एक कंपनी का हाथ है, जिसने 2018 में फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स के प्रोफाइल को स्क्रैप करने के बाद बैन कर दिया था। वैसे तो Comparitec की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल डेटा ने डीप सोशल के साथ किसी भी तरह के कनेक्शन से इनकार कर दिया है।
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Comparitec ने बताया
Comparitec ने बताया कि, ''डेटा मार्केटिंग कंपनी सोशल डेटा ने रिपोर्ट किए जाने के बाद अनसिक्यॉर्ड डेटा बेस को बंद कर दिया था। आपको बता दे, ShinyHunters नाम के हैकर ग्रुप ने 18 कंपनियों के 38.6 करोड़ यूज़र्स के डेटा की चोरी की थी। और तो और ब्लीपिंग कंप्यूटर की मानें तो शाइनी हंटर्स ने डेटाबेस को एक फोरम पर अपलोड कर दिया था जहां से कोई भी डेटा फ्री में डाउनलोड किया जा सकता था।
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