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देवभूमि का नाम रोशन करने वाली बेटियां, अपने हुनर के बल पर बजाया डंका
हमारे देश में कई ऐसी महिलाएं है जिन्होंने अपनी काबिलियत और हुनर के बल पर अपनी देवभूमि का नाम रोशन किया। और हर जगह अपने आत्मविश्वास से एक नया मुकाम पाया।
नई दिल्ली: हमारे देश में कई ऐसी महिलाएं है जिन्होंने अपनी काबिलियत और हुनर के बल पर अपनी देवभूमि का नाम रोशन किया। और हर जगह अपने आत्मविश्वास से एक नया मुकाम पाया। आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर समाज के लिए प्रेरणा बनी हिमाचल प्रदेश की उन बेटियों के बारे में जानते हैं।
बॉलीवुड की क्वीन कंगना
23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के भांभला में पैदी हुई कंगना रनौत ने अपने बलबूते पर बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अपने आपको स्थापित किया। राजपूत खानदान से ताल्लुक रखने वाली कंगना को हमेशा से अपनी बेबाकी के लिए जाना गया. कंगना ने अपने फिल्मी करियर में कई हिट फिल्में की। जिसके लिए उन्हें कई फिल्म फेयर अवॉर्ड, नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है. ‘गैगस्टर’ से अपनी फिल्मी करियर की शुरूआत करने वाली कंगना ने पंगा, क्वीन, तनु वेड्स मनु, फैशन, मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी, जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से फैंस को अपना कायल बना दिया.
बॉलीवुड की क्वीन कंगना(सोशल मीडिया)
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रूबीना दिलैक बनी बिग बॉस विनर
हिमाचल प्रदेश के शिमला में 26 अगस्त 1987 को रूबीना दिलैक का जन्म हुआ। 2006 में मिस शिमला का खिताब अपने नाम करने वाली रूबीना ने अपने करियर की शुरूआत 2008 में टीवी के मशहूर शो ‘छोटी बहू’ से की। जिसके बाद उन्होंने कई टीवी सीरियल किए। 2018 में वे टीवी अभिनेता अभिनव शुक्ला के साथ शादी के बंधन में बंध गई। वहीं 2021 में उन्होंने टीवी के मशहूर शो बिग बॉस 14 में एक प्रतिभागी के रूप में कदम रखा और अपने टैलेंड के जरिये बिग बॉस की ट्राफी अपने नाम की।
रूबीना दिलैक बनी बिग बॉस विनर(सोशल मीडिया)
बस कंडक्टर की बेटी बनी IPS ऑफिसर
बचपन से पुलिस में भर्ती होने का सपना तो बहुत लोग देखते है। लेकिन उसे हकीकत में हर कोई पूरा नहीं कर पाता। हिमाचल प्रदेश के ऊना के एक गांव में जन्मी शालिनी अग्निहोत्री ने अपना ये सपना पूरा किया।
बस कंडक्टर की बेटी बनी IPS ऑफिसर(सोशल मीडिया)
एक बस कंडक्टर की बेटी 2012 में IPS ऑफिसर बनकर अपने पिता का नाम रोशन किया। कुल्लू में पुलिस अधीक्षक का पदभार संभालने के बाद अपराधियों में दहशत का माहौल बन गया। उन्होंने नशे के खिलाफ भी बड़ा अभियान शुरू किया जिसको लेकर वो काफी सुर्खियों में रहीं।
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देश की सबसे कम उम्र की पंचायत प्रधान
हिमाचल प्रदेश की जबना चौहान का नाम उस समय सुर्खियों में आया। जब 2016 में 22 वर्ष की जबना देश की सबसे युवा प्रधान बनीं और उन्होंने सबसे पहले अपने पंचायत में शराबबंदी लागू की। मंडी जिला के गोहर ब्लाक की थरजून पंचायत की युवा प्रधान को उनके इस कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया।
हिमाचल प्रदेश की जबना चौहान (सोशल मीडिया)
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