TRENDING TAGS :
चमत्कार: इस साफ्टवेयर से जानें कोरोना संक्रमण की संभावना, ज्योतिष शास्त्र का पहला प्रयोग
भारतीय ज्योतिष पंडित राजेश तिवारी ने कोरोना रक्षा कवच नाम का एक साफ्टवेयर तैयार किया है। पं. तिवारी का दावा है कि इस साफ्टवेयर के जरिए कोई भी कोरोना के प्रति अपनी संवदेनशीलता को जान सकता है। चिकित्सा के क्षेत्र में भारतीय ज्योतिष का यह संभवतः दुनिया का पहला प्रयोग है।
लखनऊ: पूरी दुनिया इस समय कोरोना महामारी से जूझ रही है। कोई इलाज या वैक्सीन न होने के कारण फिलहाल बचाव ही एकमात्र उपाय है। दुनिया भर के विशेषज्ञ और वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन खोजने में जुटे हुए है लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पायी है। लेकिन इस संकट के समय में भी एक बार फिर भारतीय संस्कृति और ज्ञान इस खतरनाक बीमारी के प्रति लोगों को आगाह कर रहा है।
चिकित्सा के क्षेत्र में ज्योतिष का पहला प्रयोग
भारतीय ज्योतिष पंडित राजेश तिवारी ने कोरोना रक्षा कवच नाम का एक साफ्टवेयर तैयार किया है। पं. तिवारी का दावा है कि इस साफ्टवेयर के जरिए कोई भी कोरोना के प्रति अपनी संवदेनशीलता को जान सकता है। चिकित्सा के क्षेत्र में भारतीय ज्योतिष का यह संभवतः दुनिया का पहला प्रयोग है।
इस साफ्टवेयर के लिंक https://www.jyotishbhawan.com/covid-19-corona-astro-report/ पर कोई भी व्यक्ति अपनी जन्मतिथि, जन्म समय और जन्म स्थान जैसी सामान्य जानकारियां देकर कोरोना वायरस से ग्रस्त होने की संभावना जानी जा सकती है। इतना ही नहीं यह साफ्टवेयर श्वसन तंत्र और फेफड़ों की क्षमता को भी बताता है। यह साफ्टवेयर पूरी तरह से निशुल्क है और इसमें व्यक्ति की सभी स्थितियों की जांच के बाद आए परिणाम के अनुसार स्वस्थ्य रहने के उपाय भी बताये जाते है।
ये भी देखें: अखिलेश यादव बोले- BJP राज में नौजवानों की जिंदगी से हो रहा खिलवाड़
ये तकनीक बताएगी कि आपको कोरोना होने की कितनी संभावना है
यूपी के गोरखपुर के रहने वाले पं. राजेश तिवारी ने न्यूजट्रैक से कहा कि सार्स की ही भांति कोविड-19 भी भयावह महामारी है। अपर्याप्त संसाधन, कमजोर प्रतिरक्षी तन्त्र और अवसाद के कारण ये प्राणघातक हो सकता है। प्रत्येक व्यक्ति के पास इतना धन भी नहीं कि वो कोरोना टेस्ट करा के मानसिक रूप से आश्वस्त हो सके कि उसे कोरोना नहीं है। वह कहते है कि ऐसे में यह ऐसी तकनीक है जो आपकी सहायता करते हुए यह बता देती है कि आपको कोरोना होने की संभावना कितनी है और वो भी नि:शुल्क ।
उन्होंने बताया कि यह साफ्टवेयर तीन भागों में काम करता है-
(1) आप के जन्म विवरण के आधार पर आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता के साथ-साथ बीमारी से लड़ने की क्षमता भी बताता है।
(2) शरीर मे कोरोना के वायरस मुह,नाक,कान या आंख से आ सकते है। इसलिए पूरे श्वसन की स्वस्थता की जांच कर आप के आरोग्यता का सटीक अनुमान करता है।
(3) तीसरे चरण में आप के फेफड़ों की सम्पूर्ण स्वस्थता का अनुमान करता है।
ये भी देखें: नौकरी की आई बहार, 70 हजार लोगों को मिला रोजगार
उन्होंने कहा कि उपरोक्त तीनो स्तर के जांच के बाद कोरोना रोग के प्रति आप के शरीर की सुरक्षा को प्रतिशत में दर्शा कर आपको बचाव के लिए जहां प्रेरित करता है वही आत्म विश्वास भी प्रदान करता है। अगर आप इस रोग के प्रति संवेदनशील है तो बचाव का उचित परामर्श भी देता है।