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ताहिर हुसैन का कबूलनामा,“हाँ, मैंने भड़काए थे दिल्ली में दंगे”

हुसैन आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में भी मुख्य अभियुक्त है. वो दिल्‍ली में हुए दंगों के 10 मुख्य अभियुक्तों में भी शामिल है और फ़िलहाल जेल में बंद है.

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Published on: 3 Aug 2020 9:29 AM GMT
ताहिर हुसैन का कबूलनामा,“हाँ, मैंने भड़काए थे दिल्ली में दंगे”
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नील मणि लाल

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के अनुसार, आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने कबूल किया है कि इस साल फ़रवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के लिए लोगों को भड़काने में उसका हाथ था. हुसैन आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में भी मुख्य अभियुक्त है. वो दिल्‍ली में हुए दंगों के 10 मुख्य अभियुक्तों में भी शामिल है और फ़िलहाल जेल में बंद है. उसके साथ ख़ालिद सैफ़ी भी जेल में हैं.

एक रिपोर्ट के अनुसार, ताहिर हुसैन ने पुलिस को बताया है कि वो आठ जनवरी को जेएनयू के पूर्व छात्र उमर ख़ालिद से शाहीन बाग़ स्थित पॉपुलर फ़्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफ़आई) के दफ़्तर में मिला था. दंगे के लिए काँच की बोतलें, पेट्रोल, तेज़ाब, पत्थर समेत कुछ अन्य सामग्री जमा करने के काम ताहिर हुसैन को सौंपा गया था.

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पुलिस का दावा

- ताहिर हुसैन ने यह बात मानी है कि उसके एक सहयोगी ख़ालिद सैफ़ी और पीएफ़आई ने भी इस हिंसा को अंजाम देने में उसकी मदद की. ताहिर हुसैन ने बताया है कि “ख़ालिद सैफ़ी ने अपनी एक दोस्त इशरत जहाँ के साथ मिलकर पहले धरना शुरू किया. इसकी शुरूआत खुरेजी इलाक़े में हुई. इसे हम शाहीनबाग़ प्रदर्शन जैसा करना चाहते थे. फिर चार फ़रवरी को, दिल्ली के अबु फ़ज़ल एनक्लेव में मेरी मुलाक़ात ख़ालिद सैफ़ी से हुई, जहाँ दंगे का प्लानिंग की गई.”

- - चार फ़रवरी को तय हुआ कि सीएए विरोधी प्रदर्शन में आने के लिए लोगों को भड़काना होगा. ख़ालिद सैफ़ी का काम लोगों को भड़का कर सड़कों पर उतारने का था. ख़ालिद सैफ़ी ने कहा था कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे (17 फ़रवरी 2020) के समय कुछ तो बड़ा करना होगा ताकि मौजूदा सरकार को झुकने के लिए मजबूर किया जा सके.

परिवार को किसी दूसरी जगह शिफ़्ट कर दिया

- 24 फ़रवरी 2020 को हमने अपने प्लान के हिसाब से लोगों को मेरे घर की छत पर बुलाया. उन्हें बताया गया कि पत्थर, पेट्रोल बम और तेज़ाब की बोतलें कैसे फेंकनी हैं. मैंने अपने परिवार को किसी दूसरी जगह शिफ़्ट कर दिया था. उस दिन क़रीब डेढ़ बजे हमने पत्‍थरबाज़ी और आगजनी शुरू की. मैंने जानबूझकर अपने घर के बाहर और छत पर लगे सीसीटीवी के तार कटवा दिये थे, ताकि सबूत ना रहे.

दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि दंगे के लिए काँच की बोतलें, पेट्रोल, तेज़ाब, पत्थर समेत कुछ अन्य सामग्री जमा करने की बात ताहिर हुसैन ने स्वीकार की है. साथ ही ताहिर हुसैन ने दंगे में इस्तेमाल करने के लिए पुलिस स्टेशन से अपनी पिस्टल भी ली थी.

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