वाह रे मुंबई पुलिस: अब IPS के साथ की बदसलूकी, सुशांत मामले में गए थे जांच करने

सिद्धार्थ पिठानी ने दावा किया था कि उन्होंने सुशांत से एक रात पहले बात की थी। उन्होंने यह भी कहा कि वह उन लोगों में से थे जिन्होंने सुशांत को 'जगाने' की कोशिश की, जब कमरे के दरवाजे पर उनके फोन का सुशांत ने जवाब नहीं दिया था।

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Published on: 3 Aug 2020 8:09 AM GMT
वाह रे मुंबई पुलिस: अब IPS के साथ की बदसलूकी, सुशांत मामले में गए थे जांच करने
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मुंबई: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के सिलसिले में बिहार से मुंबई पहुंचे पटना के एसपी विनय तिवारी को मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने क्वारंटाइन कर दिया है। जिसके बाद इस मामले में सियासी रंग गहराता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर कई राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने BMC पर हमला बोला है। मुख्यरूप से कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने भी इस घटना की निंदा की है।

BMC और मुंबई पुलिस पगला गए हैं- संजय निरुपम

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'लगता है, BMC और मुंबई पुलिस पगला गए हैं। सुशांत सिंह मृत्यू कांड की जाँच करने आए IPS अफसर तिवारी को 15 अगस्त तक क्वारंटीन कर दिया। जाँच कैसे होगी ? मुख्यमंत्री तत्काल हस्तक्षेप करें। तिवारी को रिलीज कराएँ और जाँच में मदद करें वरना मुंबई पुलिस पर शक और बढ़ेगा।'

IPS मैस में भी रुकने नहीं दिया गया

बता दें कि जब पटना के एसपी विनय तिवारी रविवार को सुबह सुशांत मामले की जांच करने के लिए मुंबई पहुंचे तो उन्हें रात 11 बजे BMC द्वारा जबरदस्ती क्वारंटीन कर दिया गया है। इस पूरे मामले पर बिहार DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि, 'विनय तिवारी के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया गया है। उन्हें जबरन क्वारंटीन किया गया है। उन्हें IPS मैस में भी रुकने नहीं दिया गया। सुशांत सिंह केस में जाँच करने वाली टीम का नेतृत्व करने गए थे। अब ये यहां से कहीं निकल नहीं सकते!'

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सिद्धार्थ पिठानी जांच के लिए तैयार नहीं

बता दें, इस पूरे मामले में मुंबई पुलिस पर बिहार पुलिस ने आरोप लगाया है कि वो (मुंबई पुलिस) जांच में उनका समर्थन नहीं कर रही है। उन्हें सुशांत केस से जुड़े दस्तावेज मुहैया नहीं कराया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सिद्धार्थ पिठानी को बिहार पुलिस ने पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। पिठानी, जो अब हैदराबाद में हैं, फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं और जांच के लिए तैयार नहीं हैं।

सिद्धार्थ ने सुशांत को 'फांसी' के फंदे से लटकता

सिद्धार्थ पिठानी ने दावा किया था कि उन्होंने सुशांत से एक रात पहले बात की थी। उन्होंने यह भी कहा कि वह उन लोगों में से थे जिन्होंने सुशांत को 'जगाने' की कोशिश की, जब कमरे के दरवाजे पर उनके फोन का सुशांत ने जवाब नहीं दिया था। उन्होंने खुलासा किया था कि उन्होंने कमरे का दरवाजा खुलवाने के लिए 'चाबी बनाने' वाले की मदद ली थी। जैसे ही दरवाजा खुला उन्होंने सुशांत को 'फांसी' के फंदे से लटकता पाय़ा था।

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