×

सानिया की दमदार वापसी,नादिया के साथ होबार्ट इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता

हालांकि सानिया और नादिया ने नौवें गेम में चीनी जोड़ी की सर्विस तोड़ दी और अगले गेम में अपनी सर्विस बचाकर मैच अपने नाम कर दिया। इस जीत से सानिया और नादिया को 13580 डालर की इनामी राशि मिली। दोनों को अलग अलग 280 रैकिंग अंक भी मिले।

Shivakant Shukla
Published on: 18 Jan 2020 9:45 AM GMT
सानिया की दमदार वापसी,नादिया के साथ होबार्ट इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता
X

होबार्ट: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने दो साल के विश्राम के बाद दमदार वापसी की है। सानिया ने होबार्ट में नादिया किचनोक के साथ मिलकर डब्ल्यूटीए होबार्ट इंटरनेशनल का युगल खिताब जीतकर साबित किया कि अभी भी उनमें टेनिस खेलने का दम बचा हुआ है। भारत और उक्रेन की गैरवरीयता प्राप्त जोड़ी ने शुहाई पेंग और शुहाई झांग की दूसरी वरीयता प्राप्त चीनी जोड़ी को एक घंटे 21 मिनट तक चले मैच में 6-4, 6-4 से हराया। सानिया के करियर का यह 42वां डब्ल्यूटीए डबल्स खिताब है। उन्होंने पहला खिताब 2007 में अमेरिका पार्टनर की बैथनी माटेक-सेंड्स के साथ ब्रिस्बेन इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता था।

रैंकिंग पॉइंट का भी हुआ फायदा

सानिया-नादिया की जोड़ी को प्राइज मनी के तौर पर 9.65 लाख रुपए मिले। इस जीत के साथ ही उन्हें 280 रैंकिंग पॉइंट का भी फायदा हुआ। उन्होंने इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में स्लोवेनिया की तमारा जिदानसेक और चेक गणराज्य की मैरी बूजकोवा की जोड़ी को सीधे सेटों में 7-6 (3), 6-2 से हराया था। बेटे इजहान के जन्म के बाद सानिया पहली बार किसी टूर्नामेंट में खेल रही थीं।

सानिया की उम्र 33 साल की हो चुकी है। माना जा रहा है कि सानिया ने होबार्ट टूर्नामेंट जीतकर ओलंपिक वर्ष में शानदार शुरुआत की और ऑस्ट्रेलियाई ओपन के लिए भी पुख्ता तैयारियों का सबूत पेश किया।

ये भी पढ़ें—‘जवानी’ में ऐसी थी सोनिया: तस्वीरें देख यकीन नहीं कर पाएंगे आप

सानिया जीत चुकी हैं छह ग्रैंड स्लैम खिताब

सानिया ने पिछले साल दिसम्बर में ऐलान किया था कि वे जनवरी से टेनिस में वापसी करेंगी और सबसे पहले होबार्ट इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। सानिया मिर्जा अपने कॅरियर में छह ग्रैंड स्लैम युगल खिताब जीत चुकी हैं जिनमें तीन मिश्रित युगल शामिल हैं। वह दुनिया की नंबर एक डबल्स खिलाड़ी भी रही हैं। दो साल से मैटरनिटी लीव पर चल रही सानिया मिर्जा की कोशिश अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक का टिकट हासिल करने पर है।

ये भी पढ़ें— यहां डेथ बॉडी बनाई जाती है बंधक! पैसा दो और मृतक को करा लो रिहा…

चीनी जोड़ी से करीबी मुकाबला

सानिया और नादिया ने पहले गेम में ही चीनी खिलाडिय़ों की सर्विस तोड़ी, लेकिन अगले गेम में उन्होंने सर्विस गंवा दी। दोनों जोडिय़ों के बीच इसके बाद 4-4 तक करीबी मुकाबला दिखा। सानिया और नादिया को नौवें गेम में ब्रेक पॉइंट मिला जिसके बाद उन्होंने आसानी से पहला सेट जीत लिया। चीनी जोड़ी का खेल दूसरे सेट के शुरू में भी अच्छा नहीं रहा और उन्होंने तीसरे गेम में सर्विस गंवा दी। उन्होंने हालांकि ब्रेक पॉइंट लेकर फिर से वापसी की।

सानिया के हिस्से में बड़ी जीत

सानिया और नादिया की जोड़ी छठे गेम में 0-30 से पीछे थी, लेकिन पेंग और झांग ने उन्हें सर्विस बचाए रखने का मौका दिया। इससे भारत और उक्रेन की जोड़ी ने 4-2 से बढ़त बनाई। चीनी टीम ने संघर्ष करते हुए आठवें गेम में ब्रेक पॉइंट से स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया।

हालांकि सानिया और नादिया ने नौवें गेम में चीनी जोड़ी की सर्विस तोड़ दी और अगले गेम में अपनी सर्विस बचाकर मैच अपने नाम कर दिया। इस जीत से सानिया और नादिया को 13580 डालर की इनामी राशि मिली। दोनों को अलग अलग 280 रैकिंग अंक भी मिले।

सानिया मिर्जा

मां बनने के बाद अक्टूबर 2017 से टेनिस से दूर चल रही सानिया के लिए इसे बड़ी जीत माना जा रहा है। सानिया इसी महीने होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में भी हिस्सा लेंगी। दिसंबर में सानिया को भारत की फेड कप टीम में शामिल किया गया था। यह टूर्नामेंट अप्रैल महीने में हंगरी में खेला जाएगा। सानिया ने पिछली बार 2016 में फेड कप खेला था।

ये भी पढ़ें—सावरकर पर फंसी शिवसेना: हुई ‘सांप-छछूंदर’ जैसी हालत, अब करे तो करे क्या

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story