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Sourav Ganguly Birthday: जब लॉर्ड्स की बालकनी में गांगुली ने लहरा दी थी टीशर्ट, वानखेड़े में फ्लिंटॉफ की करतूत का लिया था बदला
Sourav Ganguly Birthday: 2002 में लॉर्ड्स की बालकनी में सौरव गांगुली के शर्ट लहराकर बनाए गए जश्न को कोई भी भारतीय क्रिकेट प्रशंसक कभी नहीं भूल पाएगा।
Sourav Ganguly Birthday: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है। उन्हें टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिना जाता है। 8 जुलाई 1972 को कोलकाता के पारंपरिक बंगाली परिवार में जन्म लेने वाले सौरव गांगुली ने अपने कॅरियर के दौरान कई शानदार रिकॉर्ड बनाए। क्रिकेट की दुनिया से संन्यास लेने के बाद गांगुली ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। यह भी एक अजीब संयोग है कि गांगुली का जन्मदिन महेंद्र सिंह धोनी के जन्मदिन के अगले दिन पड़ता है और इन दोनों की गिनती टीम इंडिया के सबसे शानदार कप्तानों में की जाती है।
2002 में लॉर्ड्स की बालकनी में सौरव गांगुली के शर्ट लहराकर बनाए गए जश्न को कोई भी भारतीय क्रिकेट प्रशंसक कभी नहीं भूल पाएगा। दरअसल उस दिन टीम इंडिया ने इंग्लैंड के 325 रनों के बड़े स्कोर का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए इंग्लिश टीम को मात दी थी। उसके बाद गांगुली ने शर्ट लहराकर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ के जश्न का उसी अंदाज में बदला लिया था। हालांकि बाद में गांगुली ने अपने इस कदम पर अफसोस भी जताया था।
इंग्लैंड ने बना डाला था 325 का स्कोर
दरअसल 2002 में भारत श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच नेटवेस्ट ट्रॉफी खेली गई थी। इस ट्रॉफी के फाइनल मैच में 13 जुलाई को लंदन में लॉर्ड्स के मैदान पर भारत और मेजबान इंग्लैंड का मुकाबला हुआ था। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 325 रनों का विशाल स्कोर बना डाला।
इंग्लैंड की ओर से कप्तान नासिर हुसैन ने 115 रनों की पारी खेली थी जबकि मार्कस ट्रेस्कोथिक ने शानदार 109 रनों की पारी खेली थी। एंड्रयू फ्लिंटॉफ 40 रन बनाए थे। भारत की ओर से जहीर खान ने तीन विकेट हासिल किए थे जबकि अनिल कुंबले और आशीष नेहरा को एक-एक सफलता मिली थी। टीम इंडिया के गेंदबाज इंग्लैंड के सिर्फ पांच विकेट ही हासिल कर सके थे।
गांगुली और सहवाग ने दिलाई शानदार शुरुआत
326 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को कप्तान सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने शानदार शुरुआत दिलाई थी। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने 14.3 ओवर में 106 रन बनाए थे मगर तभी सौरव गांगुली 60 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद सहवाग भी ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और 45 रनों की पारी खेलकर पवेलियन लौट गए।
दिनेश मोंगिया 9 रन, राहुल द्रविड़ 5 रन और सचिन तेंदुलकर 14 रन बनाकर आउट हुए। 40 रनों के अंदर भारत की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। अब क्रीज पर युवराज सिंह के साथ मोहम्मद कैफ थे, जिन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट का ज्यादा अनुभव नहीं था।
युवराज और कैफ ने की थी जोरदार बल्लेबाजी
युवराज और कैफ के बीच 121 रनों की साझेदारी हुई जिससे टीम इंडिया के जीत की उम्मीद जगी मगर तभी युवराज सिंह 69 रनों की पारी खेलकर आउट हो गए। दूसरे छोर पर कैफ लगातार टिककर खेलते रहे और उन्होंने हरभजन सिंह (15 रन) और जहीर खान (4 रन) के साथ छोटी-छोटी साझेदारियां कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।
जहीर खान ने विनिंग शॉट लगाकर भारत को इंग्लैंड पर दो विकेट से शानदार जीत दिलाई। भारत को यह जीत दिलाने में मोहम्मद कैफ की सबसे बड़ी भूमिका रही जिन्होंने 87 रनों की नाबाद पारी खेली थी। टीम इंडिया ने तीन गेंदें शेष रहते यह रोमांचक मुकाबला जीत कर पूरे देश को जश्न मनाने का बड़ा मौका दिया था।
गांगुली ने टीशर्ट लहराकर दिया फ्लिंटॉफ को जवाब
भारत की शानदार जीत के बाद सौरव गांगुली ने नायाब तरीके से जश्न मनाया था। उन्होंने लॉर्ड्स की बालकनी में अपनी शर्ट उतारकर लहरा दी थी। गांगुली के टीशर्ट उतारने की वजह एंड्रयू फ्लिंटॉफ थे, जिन्होंने भारत के खिलाफ मुंबई वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वनडे मैच में उस समय टीशर्ट हवा में लहराई थी, जब इंग्लैंड ने 6 मैचों की सीरीज को बराबर कर लिया था।
गांगुली ने फ्लिंटॉफ को जवाब देना उचित समझा और नैटवेस्ट सीरीज का फाइनल जीतकर अपनी टीशर्ट उतार कर हवा में लहरा दी। गांगुली ने एक बयान में यह बात स्वीकार की थी कि शर्ट उतार कर उन्होंने फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था। हालांकि इस कदम के करीब एक दशक बाद गांगुली ने इस पर अफसोस भी जताया और कहा कि जश्न मनाने का दूसरा तरीका भी हो सकता था।
मीडिया में सुर्खियां बना था गांगुली का अंदाज
गांगुली ने अपनी आत्मकथा ‘ए सेंचुरी इज नॉट एनफ’ में अपने क्रिकेट कॅरियर की रोचक घटनाओं का जिक्र किया है। इस किताब में उन्होंने नेटवेस्ट ट्रॉफी के इस यादगार फाइनल मुकाबले का भी जिक्र किया है। गांगुली ने लिखा है कि फाइनल मुकाबले के दौरान टीम इंडिया जीत को लेकर काफी उत्साहित थी और जहीर खान की ओर से विनिंग शॉट लगाए जाने के बाद मैं खुद पर काबू नहीं रख सका। मैंने टीशर्ट उतार कर अपनी टीम के जीत का जश्न मनाया।
हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जश्न मनाने का यह तरीका सही नहीं था। इस किताब की लॉन्चिंग से पहले गांगुली ने एक बयान में कहा था कि मुझ पर क्रिकेट का जुनून इस कदर हावी हो गया था कि मैंने इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ को उन्हीं के अंदाज में जवाब देना उचित समझा। गांगुली का जश्न मनाने का यह अंदाज मीडिया में सुर्खियां बना था और क्रिकेट के प्रशंसक 13 जुलाई 2002 को लार्ड्स में दिखे गांगुली के इस अंदाज को आज तक नहीं भूल सके हैं।