×

तो इसलिए श्रीनिवास गौड़ा ने SAI के ट्रायल में हिस्सा लेने से किया इनकार

भैंसों की परंपरागत दौड़ (कंबाला) में शानदार प्रदर्शन करके सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने वाले धावक श्रीनिवास गौड़ा ने बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में ट्रायल देने से मना कर दिया है।

Aditya Mishra
Published on: 17 Feb 2020 9:51 PM IST
तो इसलिए श्रीनिवास गौड़ा ने SAI के ट्रायल में हिस्सा लेने से किया इनकार
X

नई दिल्ली: भैंसों की परंपरागत दौड़ (कंबाला) में शानदार प्रदर्शन करके सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने वाले धावक श्रीनिवास गौड़ा ने बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) में ट्रायल देने से मना कर दिया है।

कर्नाटक के गौड़ा ने इस प्रतियोगिता के दौरान सिर्फ 13.62 सेकेंड में 145 मीटर की दौड़ लगाई, जिसके बाद ये दावा किया गया कि उन्होंने सिर्फ 9.55 सेकेंड में 100 मीटर की दूरी तय की। उसेन बोल्ट का 100 मीटर दौड़ को 9.58 सेकेंड में पूरा करने का विश्व रिकॉर्ड है।

सोशल मीडिया में इसके वायरल होने के बाद खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने साइ के शीर्ष कोचों की देखरेख में ट्रायल कराने का निर्देश दिया था। साइ के मुताबिक गौड़ा ने ट्रायल देने से मना कर दिया।

इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने पत्रकारों को बताया, ''वह (गौड़ा) आज (सोमवार) मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए बेंगलुरु पहुंच गया है। साइ का एक दल उससे बातचीत करने और उसे साइ केन्द्र में लाने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में मौजूद है।''

उन्होंने कहा, ''हमें पता चला है कि वह इसके लिए इच्छुक नहीं है। हमें यह भी पता चला है कि वह चोटिल है।'' कांग्रेस नेता शशि थरूर और व्यवसायी आनंद महिंद्रा ने भी ट्वीट कर खेल मंत्रालय और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ से गौड़ा की मदद करने की मांग की।

Women’s T20 world cup: खेल में हुआ बड़ा हादसा, कैच लेते वक्त सिर पर लगी गेंद

पारंपरिक खेल की तुलना ओलंपिक खेल से करना गलत:रिजिजू

श्रीनिवास गौड़ा को ट्रायल के लिए बुलाने की सलाह देने के दो दिन बाद रिजिजू ने कहा कि पारंपरिक खेल की तुलना ओलंपिक खेल से करना गलत है। उन्होंने यहां खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों के आधिकारिक गान के लॉन्च के मौके पर अपने निवास स्थान पर कहा, ''लोग सोशल मीडिया पर जो भी लिख रहे हैं उस पर मीडिया का नियंत्रण नहीं हो सकता है। अगर हमारे सामने कोई प्रतिभा आती है तो हम उसे मंच और मौका देंगे।''

उन्होंने कहा, ''ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप का स्तर काफी ऊंचा है। जो लोग पारंपरिक खेल खेलते हैं उनकी तुलना आप तब तक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से नहीं कर सकते जब तक हम आधिकारिक तौर पर उसके प्रदर्शन का आकलन नहीं कर लेते।''

ये भी पढ़ें...ओलंपिक से पहले भारत को तगड़ा झटका, हिमा ने छोड़ा ‘अपना खेल’!



Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story