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पर्यटन देश के आर्थिक विकास के साथ संस्कृति बढ़ाने में सहायक

हम सभी जानते हैं पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जो हर क्षेत्र में ना केवल विकास कराता है बल्कि रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराता है। इस वर्ष राष्ट्रीय पर्यटन दिवस अन्य सालों की अपेक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण रखता है क्योंकि करोना महामारी के कारण विश्व में लोगों का आवागमन तो रुका ही है साथ आर्थिक रूप से भी वह कमजोर हुए हैं।

SK Gautam
Published on: 24 Jan 2021 2:48 PM GMT
पर्यटन देश के आर्थिक विकास के साथ संस्कृति बढ़ाने में सहायक
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पर्यटन देश के आर्थिक विकास के साथ संस्कृति बढ़ाने में सहायक

Rajiv Gupta Janasnehi

राजीव गुप्ता जनस्नेही

पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र और व्यवसाय है जो किसी भी देश की आर्थिक उन्नति में एक बहुत बड़ी भागीदारी रखता है ।भारत में प्राकृतिक सौन्दर्य व धरोहर, रमणीक स्थान ,अधात्मिक व धार्मिक स्थान व उसके पूर्वजों द्वारा बेमिसाल वास्तुकारी के भवनों का निर्माण किया गया है जिसके सौन्दर्य को निहार ने के लिए आज के दिन विश्व में पर्यटन की दृष्टि में प्रथम स्थान रखते हैं। जिसकी वजह से भारतवर्ष विश्व के सभी पर्यटकों के लिए प्रथम वरीयता में आता है। पर्यटकों को लुभाने के लिए इस क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने हेतु भारतवर्ष 25 जनवरी को प्रति वर्ष राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है ।भारत की अर्थव्यवस्था का एक बहुत बड़ा हिस्सा पर्यटन क्षेत्र के व्यवसाय की भागीदारी रखता है।

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस अन्य सालों की अपेक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण

हम सभी जानते हैं पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जो हर क्षेत्र में ना केवल विकास कराता है बल्कि रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराता है। इस वर्ष राष्ट्रीय पर्यटन दिवस अन्य सालों की अपेक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण रखता है क्योंकि करोना महामारी के कारण विश्व में लोगों का आवागमन तो रुका ही है साथ आर्थिक रूप से भी वह कमजोर हुए हैं। इसलिए भारतवर्ष के हर राज्य इस बार 25 जनवरी को अपने पूरे संसाधनों के साथ विश्व के पर्यटकों को लुभाने के लिए अनेक प्रकार के कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। सभी समुदाय के बीच पर्यटन इसके सामाजिक, धार्मिक, वास्तुकारी और सांस्कृतिक मूल्यों के महत्व पर जागरूकता कराई जा रही है।

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पर्यटन मंत्रालय द्वारा अपने कर्मचारियों को अनेक प्रकार की ट्रेनिंग देकर उन्हें व्यवहारिक रूप से ,जानकारी व इतिहास से इतना सक्षम बनाया जा रहा है कि जब भी कोई पर्यटक आए तो उसे ऐसा ना लगे कि वह किसी अन्य देश में भ्रमण कर रहा है। उसे अपनापन लगना चाहिए ।केंद्र सरकार ने में पर्यटकों की संख्या दो करोड़ पार पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। साल 2023 तक पर्यटन से 100 अरब डालर का राजस्व का लक्ष्य रखा है। यह फ्रांस और स्पेन की तुलना में काफी अधिक है ।साथ ही आत्मनिर्भर भारत बनाने का व नव युवकों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है ।

देश की संस्कृति कला कारीगरी का भी प्रदर्शन

अभी तक के आंकड़ों के अनुसार भारत के पर्यटन उद्योग से लगभग 7.7% लोग अपनी आजीविका चलाते हैं देश में 8.1 फीसदी रोजगार पर्यटन से मिल रहा है। और प्रति वर्ष लगभग 7.5 मिलीयन विदेशी भारत दर्शन को आते हैं। पर्यटन के क्षेत्र में लगातार हो रही प्रगति के कारण आर्थिक सुधार और रोजगार के क्षेत्र में भी विकास हुआ है। आगरा पर्यटन के दृष्टिकोण से एक बहुत समृद्धशाली जिला है।

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जिस कारण प्रदेश सरकार की इस उद्योग को बढ़ाने हेतु समय-समय पर अनेक कार्यक्रम किए जाते हैं । जैसे हर वर्ष ताज महोत्सव का लगना भी पर्यटकों को न केवल आकर्षित करता है बल्कि देश की संस्कृति कला कारीगरी का भी प्रदर्शन करके अपने खजाने को भरता है । इस वर्ष करोना महामारी में राज्य सरकार से आगरा के पर्यटन व्यवसाई निवेदन करना चाहते हैं कि वह अपने खजाने से प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को बचाने का भरपूर प्रयास करेंगे।

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