ये हैं कोरोना के प्रारंभिक लक्षण, अगर जान गए तो नहीं होगी ये समस्या

कोरोना वायरस की महामारी इसलिए भी दुनिया के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, क्योंकि इस बीमारी के लक्षण आसानी से समझ नहीं आते। लोगों को इसके लक्षण इसलिए भी समझ नहीं आते, क्योंकि इसके Symptoms आम सर्दी-जुकाम जैसे ही हैं।

Shreya
Published on: 2 April 2020 4:28 AM GMT
ये हैं कोरोना के प्रारंभिक लक्षण, अगर जान गए तो नहीं होगी ये समस्या
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लखनऊ: कोरोना वायरस ने इस वक्त पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है। दुनिया भर में करीब 40 हजार से ज्यादा लोगों की इस जानलेवा बीमारी के चलते जान जा चुकी है। वहीं लाखों की संख्या में लोग इससे संक्रमित हैं। वहीं अगर भारत की बात की जाए तो इस बीमारी से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 2 हजार के पार कर चुका है। वहीं 40 लोगों की जान भी जा चुकी है।

ये कोरोना वायरस की महामारी इसलिए भी दुनिया के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है, क्योंकि इस बीमारी के लक्षण आसानी से समझ नहीं आते। लोगों को इसके लक्षण इसलिए भी समझ नहीं आते, क्योंकि इसके Symptoms आम सर्दी-जुकाम जैसे ही हैं। हालांकि अगर व्यक्ति की हालत को बारीकी के साथ देखना शुरु कर दिया जाए तो इसके लक्षणों को पहचाना जा सकता है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसके प्राथमिक लक्षणों क्या हैं और ये किस प्रकार बढ़ता चला जाता है।

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पहले दिन के लक्षण-

मरीज को शुरुआत में तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान (Temperature) काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसके अलावा मरीज को सूखी खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं।

फिर कुछ दिनों के बाद मरीज की मांसपेशियों में दर्द होने लगता है और साथ ही जोड़ों का दर्द भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं कई केसेस में तो मरीज के गले में सूजन बढ़ती हुई भी देखी गई है।

पांचवे दिन के लक्षण-

मरीज को समय बितते-बितते लगभग पांचवे दिन तक सांस लेने से संबंधित परेशानियां होने लगती हैं। खासतौर पर यह परेशानी बढ़ती उम्र के लोगों (बुजुर्गों) में ज्यादा देखी गई है। इसके अलावा जो लोग सांस से संबंधित परेशानी से जूझ रहे हैं, उनमें भी यह समस्या देखी गई है।

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सांतवा दिन-

वहीं 7वें दिन तक रोगी को ऐसा महसूस होने लगता है कि उसे हॉस्पिटल में भर्ती हो जाना चाहिअए। वुहान अस्पताल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर मरीज सातवें दिन के बाद ही अपनी समस्या को लेकर डॉक्टर के पास गए हैं।

8वां दिन-

करीब एक हफ्ता गुजरने के बाद लगभग 8वें दिन के बाद रोगी के शरीर में रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। यह वो समय होता है जब मरीज के फेफड़ों में तेजी से बलगम बढ़ने लगता है। फेफड़ों में बलगम की समस्या बढ़ने के साथ ही रोगी को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। इसके अलावा उनके सीने में दर्द भी काफी ज्यादा होने लगता है।

इस तरह कोरोना वायरस के लक्षण दिखने में 2 से 10 दिन तक का समय लग सकता है। वायरस के लक्षण मरीज में देरी से दिखते हैं, जिस वजह से वो बाहर से बीमार भी नहीं दिखते हैं। जिसके कारण बीमारी का जल्दी पता नहीं चल पाता है और संक्रमण लोगों में आसानी से फैल जाता है।

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इस तरह रखें अपना ख्याल

कोरोना वायरस से बचने के लिए साफ-सफाई बनाए रखना बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। डॉक्टर्स भी बार-बार लोगों से यहीं अपील कर रहे हैं कि हाइजीन का ध्यान रखें। अपने आस-पास भी साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें। इसके अलावा अगर आपको झींक या खांसी आती है तो उस वक्त टिश्यू मुंह पर जरूर रखें।

इसके अलावा समय-समय पर लगभग 20 सेकेंड तक अपने हाथ साबुन से धोते रहें। WHO ने भी लोगों को यहीं सुझाव दिया है कि वो अपने हाथ धुलते रहें और लगभग 20 सेकेंड तक अच्छे से हाथों को धुलें।

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