25 करोड़ स्मार्ट मीटर: ठेके के लिए हो रही बड़ी साजिश, उपभोक्ता परिषद का आरोप

उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद् ने 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने के ठेके पर कब्जा करने की बड़ी साजिश किए जाने का आरोप लगाते हुए देश के ऊर्जा क्षेत्र का सबसे बड़े गोलमाल का खुलासा करने का दावा किया है।

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Published on: 10 Aug 2020 6:06 PM GMT
25 करोड़ स्मार्ट मीटर: ठेके के लिए हो रही बड़ी साजिश, उपभोक्ता परिषद का आरोप
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25 करोड़ स्मार्ट मीटर ठेके के लिए हो रही बड़ी साजिश

मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद् ने 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने के ठेके पर कब्जा करने की बड़ी साजिश किए जाने का आरोप लगाते हुए देश के ऊर्जा क्षेत्र का सबसे बड़े गोलमाल का खुलासा करने का दावा किया है। परिषद ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की हैै।

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उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने सोमवार को बताया कि 13 नवम्बर 2019 को दिल्ली में 10 लाख रुपये की पूंजी से एक निजी कम्पनी इंटेली स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड का गठन होता है और कंपनी का टाइप निजी दर्ज होता है और उसमे 5 पूर्णकालिक डायरेक्टर बनते हैं, जिसमे भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय के अधीन एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार और ईईएसएल के एक निदेशक वेंकेटेश दिवेदी भी इस निजी कंपनी में निदेशक है।

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75 हजार करोड़ रुपये का काम मिलने की संभावना

वर्मा ने बताया कि उपभोक्ता परिषद् की छानबीन में पता चला कि अब यह निजी कंपनी ईईएसएल की ज्वाइंट वेंचर कंपनी बन गयी है और आने वाले समय में इंटेली स्मार्ट इंफ्रास्टक्टर कंपनी ही देश में 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगवायेगी। साफ है कि इंटेली स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का काम मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. (ईईएसएल) ही यूपी में करोड़ो का काम लेकर स्मार्ट मीटर लगवा रही है और बीते दिनों चीन की मीटर कंपनी को भी आर्डर दे दिया था।

उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा सबसे बड़ा सवाल यह है की भारत सरकार के अधीन एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि.(ईईएसएल) के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार प्राइवेट कंपनी के निदेशक हो कैसे सकते है। उन्होंने कहा कि ऐसी क्या मजबूरी है कि एक 10 लाख की निजी कंपनी में जाने के लिए सभी परेशान है।

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