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योगी सरकार की बड़ी मदद: 7 लाख से ज्यादा लोगों को दी ये राहत, बाहरी भी शामिल
9 मई तक यूपी में सात लाख से ज्यादा लोगों ने राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठाया है। जिसमें 6.57 लाख जनपदीय, 49,627 अंतर्जनपदीय लाभार्थियों ने राज्य स्तरीय पोर्टबिलिटी का लाभ उठाया।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ। यूपी के खाद्य एवं रसद विभाग ने बताया है कि कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों में 9 मई तक यूपी में सात लाख से ज्यादा लोगों ने राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठाया है। जिसमें 6.57 लाख जनपदीय, 49,627 अंतर्जनपदीय लाभार्थियों ने राज्य स्तरीय पोर्टबिलिटी का लाभ उठाया। इस दौरान 25 महाराष्ट्र, 1 केरल, 24 हरियाणा, 2 राजस्थान के लाभार्थियों ने उत्तर प्रदेश से राशन लिया। जबकि उत्तर प्रदेश के 3 लाभार्थियों ने कर्नाटक से, एक ने गोवा से और 10 ने महाराष्ट्र से राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठाते हुए राशन लिया।
यूपी में राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी के तहत राशन वितरण
विभाग द्वारा बताया गया कि इस योजना के तहत पहली मई से 11 मई तक, सामान्य वितरण साइकिल में गेहूं और चावल दोनों वितरित हो रहा है। 6.31 लाख परिवारों के 24 लाख लोगों को 13111 मीट्रिक टन राशन वितरण हुआ। 09 मई तक 3.13 करोड़ परिवारों के 13 करोड़ लोगों को 7.24 लाख मीट्रिक टन राशन दिया गया। कुल लक्षित वितरण का करीब 92 प्रतिशत वितरण हुआ। अंतयोदय कार्डधारकों, श्रमिकों व मजदूरों के लिए वितरण निशुल्क हो रहा है। कुल वितरण का 35 प्रतिशत निशुल्क वितरण हुआ।
वितरण का आखिरी दिन 11 मई
11 मई को सामान्य वितरण साइकल का अंतिम दिवस होगा जिसमें बाइओमेट्रिक काम न करने वालों को प्रॉक्सी के द्वारा राशन दिया जाएगा। इस बार से प्रॉक्सी करने वाले को राशन लेने से पूर्व अपना या अपने परिवार के किसी भी सदस्य का वैलिड मोबाइल नं. ईपीओएस में अनिवार्य रूप से दर्ज कराना पड़ेगा।
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15 से 25 मई तक पांच किलो चावल का निशुल्क वितरण
15 से 25 मई तक, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत निशुल्क वितरण किया जाएगा, जिसमें सभी कार्डधारकों को उनके राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों के आधार पर प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल निशुल्क दिया जाएगा।
अब तक 7 लाख से ज्यादा लोगों को दिया राशन
कोरोना की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब तक करीब 5.21 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए ताकि मजदूर व नरेगा श्रमिक तथा अन्य जरूरतमंद को राशन मिल सके। दिव्यांग व निशक्तजनों तथा हाट्स्पाट में कम्प्लीट लाकडाउन की स्थिति में राशन की होम डिलीवरी की जा रही है।
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लॉक डाउन के कारण 1 मई से हुई राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी की शुरुआत
बता दे कि कोरोना महामारी की विषम परिस्थियों में लॉक डाउन से प्रभावित श्रमिकों, दैनिक मजदूरों तथा अन्य राज्यों में प्रवासी उत्तर प्रदेश के निवासियों की विशेष सुविधा के लिए भारत सरकार की वन नेशन-वन राशनकार्ड योजना के तहत राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी की शुरुआत पहली मई से की गई।
कोई भी ले सकता है इस योजना के तहत राशन
इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश का कोई लाभार्थी अन्य राज्य से तथा अन्य राज्य का कोई भी लाभार्थी उत्तर प्रदेश से कोरोना के तहत बने किसी भी राशन कार्ड की राशन संख्या मात्र बताकर राशन ले सकता है। यह सुविधा आधार आधारित वितरण तथा पिछले 6 माह से सक्रिय राशन कार्डों पर ही होगी।
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उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्यों के लाभार्थी सकेंगे लाभ उठा
फिलहाल उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्यों आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, बिहार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश तथा केंद्र शासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के लाभार्थी आपस में राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठा सकेंगे। प्रवासी मजदूरों को इस योजना का विशेष लाभ मिल रहा है।
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