अयोध्या: मनाया गया हजरत मखदूम शाह फतहुल्लाह का 762वां सालाना उर्स

मान्यता है कि यहा पर एक कुंआ है जिसका पानी एक हाथ से निकाला जाता है जो हर मर्ज में काम आता है। वंही उर्स कमेटी के आज़म क़ादरी ने बताया कि हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है।

Chitra Singh
Published on: 9 Feb 2021 1:30 PM GMT
अयोध्या: मनाया गया हजरत मखदूम शाह फतहुल्लाह का 762वां सालाना उर्स
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अयोध्या: मनाया गया हजरत मखदूम शाह फतहुल्लाह का 762वां सालाना उर्स

अयोध्या: जनपद के मोहल्ला आलमगंज कटरा में स्थित दरगाह हज़रत मखदूम शाह फ़तहुल्लाह का एक दिवसीय सालाना उर्स का आगाज़ सुबह बाद नमाज़ फजर क़ुरान ख्वानी से हुआ, जिसके बाद सुबह 10 बजे ग़ुस्ल मज़ार शरीफ व चादर और गुल पोशी सम्पन्न हुआ। इस दौरान साहिबे सज्जादा अताउल्लाह राइनी द्वारा शिजरा पढ़ा गया।

उर्स पर पढ़े गए नात व मनकबत

बता दें कि उर्स के मौके पर नात व मनकबत भी शायरों द्वारा पढ़ा गया। अपने मुख्तसर तक़रीर में सैय्यद मोहम्मद हसन ने कहा कि बुज़ुर्गों की दरगाह पर बड़े ही अकीदत और एहतराम से जाओ और उनकी बारगाह में जाने से दुनयावी आफत दूर होती है और अल्लाह की रज़ा भी हासिल होती है। इस मौके पर साहबे सज्जादा नशीन मोहम्मद राशिद ने बताया कि हज़रत मखदूम शाह फ़तहुल्लाह का जो आस्तना है इसी जगह पर दिल्ली में स्थित हज़रत ख्वाजा नसीरुद्दीन चिराग़ देहली और मुस्लिम यतीम खाने के पास स्थित बड़ी बी साहिबा की पैदाइश की जगह है।

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ये हैं मान्यता

मान्यता है कि यहा पर एक कुंआ है जिसका पानी एक हाथ से निकाला जाता है जो हर मर्ज में काम आता है। वंही उर्स कमेटी के आज़म क़ादरी ने बताया कि हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है। ये दरगाह यंहा पर सभी जाति धर्म के लोग बड़े ही अकीदत के साथ आते हैं और उनकी मुरादें पूरी होती है। उर्स के मौके पर बाद नमाज़ मग़रिब यानी शाम 6 बजे लंगर का आयोजन होगा और बाद नमाज़ ईशा जश्ने ईद मिलादुन्नबी का प्रोग्राम होगा जिसमें स्थानीय उल्माए किराम शिरकत करेंगे।

Hazrat Makhdoom Shah Fatahullah

मौके पर मौजूद रहें ये लोग

उर्स के मौके पर मुख्य रुप से पीरे तरीक़त अलहाज सैय्यद एखलाक अहमद, सज्जादा नशीन हज़रत शीश पैगम्बर सैय्यद मोहम्मद आसिफ फिरदौसी, सैय्यद मौलाना मोहम्मद हसन, मौलाना मोहम्मद इब्राहीम, हाफिज असलम, हाफिज मेराज अहमद, ओवैस रज़ा क़ादरी, दरगाह के गद्दी नशीन अता उल्लाह, सज्जादा नशीन मोहम्मद राशिद, इलाहाबाद हाई कोर्ट के अधिवक्ता सद्दाम हुसैन, पार्षद प्रतिनिधि घनश्याम दास पहलवान, महफूज़ अहमद, मोहम्मद इरफान बबलू, के अलावा बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद रहे।

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रिपोर्ट- नाथ बख्श सिंह

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