×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

सरकार की अदूरदर्शिता से भुखमरी की कगार पर पहुंचा व्यापारी: अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि पूरे प्रदेश को ठप्प कर सरकार ने करोना संक्रमण को रोकने के लिए जो ढोल पीटा था वह असफल हो गया।

Ashiki
Published on: 27 May 2020 7:38 PM IST
सरकार की अदूरदर्शिता से भुखमरी की कगार पर पहुंचा व्यापारी: अखिलेश यादव
X

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि पूरे प्रदेश को ठप्प कर सरकार ने करोना संक्रमण को रोकने के लिए जो ढोल पीटा था वह असफल हो गया। सरकार ना तो व्यापारियों की कोई मदद कर रही और ना तो दुकानों को खोलने का कोई दिशा निर्देश स्पष्ट है।

ये भी पढ़ें: युद्ध स्तर पर चल रहा कार्य: बनाए जाएं राशन कार्ड, 44000 ग्राम प्रधानों से किया संवाद

छोटे व्यापारी किए जा रहे प्रताड़ित

सरकार कुछ कहती है लेकिन अधिकारी डंडा चलाते है। बड़ी संख्या में छोटे व्यापारी प्रताड़ित किए जा रहे हैं। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी व्यापारियों के ऊपर जबरन जुर्माना ठोंक रहे हैं। इससे प्रदेश में लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया।

लॉकडाउन के चलते भुखमरी के कगार पर पहुंच गए

सपा अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि सरकार की उदासीनता और अदूरदर्शिता से प्रदेशवासियों के सामने बहुत बड़ी समस्या पैदा हो रही है। उन्होेंने कहा कि दो माह लॉक डाउन के चलते पहले से ही भुखमरी के कगार पर पहुंच गए व्यापारी अब इस सरकारी आतंक और जुर्माने को कैसे झेल पाएंगे? डंडे के बल पर सरकारी कर्मचरियों और अधिकारियों ने व्यापारियों में डर और आतंक कायम कर रखा है। लोकतंत्र में यह अन्यायपूर्ण व्यवस्था अवैधानिक और अनैतिक है।

ये भी पढ़ें: भारत हुआ सख्त: चीन की अकड़ पड़ी ढीली, बदल गए ड्रैगन के सुर

रोज कमाकर खाने वालों को कोई राहत नहीं

अखिलेश ने कहा कि लाॅकडाउन अवधि में बाजार बंदी से सर्वाधिक प्रभावित छोटे व्यापारी हुए हैं। सड़क किनारें बैठकर या ठेला पर सामान बेचने वाले, गाड़ियों की मरम्मत करने वाले मैकेनिक, कपड़े के व्यापारी, दर्जी, मोची, स्टेशनरी और पुस्तक विक्रेता, बिजली सामान के विक्रेता, कुम्हार, धोबी, तेली, नाई, बढई, फल विक्रेता, चाय दुकानदार और दूसरे छोटे-मोटे व्यापार कर अपनी आजीविका चलाने वालों की जिंदगी के ये दिन बहुत ही कष्ट कारक हैं। ये सब रोज कमाकर खाने वाले हैं। इन्हें कोई भी राहत नहीं दी गई।

ये भी पढ़ें: वृक्षारापेण के लिए एक सप्ताह में एक्शन प्लान दें विभागीय अधिकारी: सुशील कुमार

कोरोना के आड़ में कब तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रहेगी सरकार?

लाखों की संख्या में छोटे व्यापारी और दुकानदार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए है। उनका घर परिवार चलना मुश्किल। दो महीने से दुकाने बंद है। बहुतों के सामान खराब हो रहे हैं। किराए पर दुकान लेकर काम करने वाले व्यापारियों पर किराया बढ़ता जा रहा है। लेकिन प्रदेश सरकार इन लाखों व्यापारियों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है और ना ही इनको लेकर कोई रणनीति है। मुख्यमंत्री की टीम-11 की बैठक में इन समस्यायों पर चर्चा क्यों नहीं होती। सरकार किसानों, मजदूरों, व्यापारियों तथा गरीबों की रोजी-रोटी से जुड़े मामलों के फैसले क्यों नहीं लेती है? भाजपा सरकार कोरोना संक्रमण के आड़ में कब तक हाथ पर हाथ धरे बैठी रहेगी?

रिपोर्ट: मनीष श्रीवास्तव

ये भी पढ़ें: श्रमिकों के मोबाइल नम्बर एवं बैंक खाता संख्या एकत्र किया जाएः CM योगी



\
Ashiki

Ashiki

Next Story