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उमड़ा जनसैलाब: अखिलेश को देख भीड़ ने किया ऐसा, फ्लॉप हुई प्रियंका!
बीते दिनों नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर हिंसक प्रदर्शन के बाद में मारे गये लोगों के परिजनों से मिलने गुरूवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे। इस दौरान अखिलेश यादव से मिलने के लिए जनसैलाब देखने को मिला।
कानपुर: बीते दिनों नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर हिंसक प्रदर्शन के बाद में मारे गये लोगों के परिजनों से मिलने गुरूवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे। इस दौरान अखिलेश यादव से मिलने के लिए जनसैलाब देखने को मिला।
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बता दें कि अखिलेश यादव इसके पहले भी यूपी में हुए हिंसक प्रदर्शन में मारे गए लोगों से मुलाकात कर चुके हैं। और इस मामले पर हमेशा सरकार के खिलाफ सुर उठाते रहे हैं। कानुपर पहुंचे अखिलेश यादव से मिलने के लिए उमड़े जनसैलाब को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुकाबला जबरदस्त देखने को मिल सकता है।
प्रियंका गांधी ने मृतकों के परिजनों से किया था मुलाकात
बता दें कि इससे पहले 4 जनवरी को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मेरठ में ओम साईं धाम कालोनी में पुलिसिया हिंसा में मारे गए मो. अलीम पुत्र हबीब, आसिफ पुत्र ईद उल हसन, मोहसिन पुत्र मौ. अहसान, आसिफ पुत्र सईद और जहीर पुत्र मुन्शी के परिजनों से मुलाकात की थी।
— Praveensingh rajpoot (@RajpootPraveenG) January 9, 2020
हिंसा में मारे गए अलीम होटल पर वेटर का काम करते थे। उनके परिजनों का कहना है कि वे अपने घर लौट रहे थे कि रास्ते में पुलिस ने गोली मार दी। आसिफ रिक्शा चलाते थे। मोहसिन, आसिफ और जहीर दिहाड़ी मजदूरी करके किसी तरह अपना परिवार पालते थे। जहीर के परिजनों का दावा है कि जहीर गली में सामान लेने गए थे पर वे लौट कर नहीं आ पाए, पुलिसिया हिंसा में वे मारे गए।
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महासचिव ने कहा था कि वे हर उस व्यक्ति के साथ खड़ी हैं, जिनको सताया गया है, जिनके साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों से वे मेरठ में मिलीं हैं। उनके साथ सरासर अत्याचार हुआ। मारे गए लोगों के परिवारों के लोगों का एफआईआर तक दर्ज नहीं हो पाई है। परिजनों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक नहीं दी गई जो कि उनका कानूनी हक है। इस तरह की नाइंसाफी और अत्याचार हुआ है।