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Aligarh News: एएमयू के छात्र ने तैयार की मोबाइल ईसीजी डिवाइस, ऐसे बताएगी दिल की धड़कन

Aligarh News: मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के एमटेक द्वितीय वर्ष के छात्र समी सऊद ने डेढ़ साल की कड़ी मेहनत के बाद मोबाइल ईसीजी डिवाइस तैयार की है। यह 24 घंटे दिल का पूरा हाल बताएगी।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 11 Jun 2023 4:31 PM GMT
Aligarh News: एएमयू के छात्र ने तैयार की मोबाइल ईसीजी डिवाइस, ऐसे बताएगी दिल की धड़कन
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एएमयू के छात्र ने तैयार की मोबाइल ईसीजी डिवाइस: Photo- Newstrack

Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के एमटेक द्वितीय वर्ष के छात्र समी सऊद ने डेढ़ साल की कड़ी मेहनत के बाद मोबाइल ईसीजी डिवाइस तैयार की है। यह 24 घंटे दिल का पूरा हाल बताएगी। ये डिवाइस स्मार्ट वॉच और ऑक्सीमीटर की तर्ज पर मोबाइल फोन व लैपटॉप पर दिल की धड़कन बताएगी। इसके अलावा इस डिवाइस की मदद से अचानक हार्ट अटैक से हो रहे मौत के आंकड़ों में भी कमी आएगी। छात्र समी सऊद ने बताया कि मोबाइल ईसीजी डिवाइस ईसीजी नापने के लिए है। इससे हम यह मालूम कर सकते हैं कि हार्ट का कंडीशन फिलहाल अभी क्या चल रहा है।

आजकल दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। हर दूसरे-तीसरे दिन ऐसे घटनाएं सुनने को मिल रहीं हैं। ऐसे में इस डिवाइस से हम पता कर सकते हैं कि दिल की स्थिति क्या है। किसी को हार्ट में ब्लॉकेज तो नहीं है, इसकी भी जानकारी मिल जाएगी। इस डिवाइस से हार्ट अटैक के बारे में भी पता चल सकेगा। छात्र ने कहा कि प्रोफेसर सरोश उमर और इंजीनियरिंग के सुपरवाइजर आरिफ ने बहुत मदद की। उन्होंने इस डिवाइस को बनाने के लिए प्रेरित किया।

दिल के मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी

यह डिवाइस सीने पर चौथी और पांचवीं पसली के बीच लगेगी। यह सीधा हार्ट के ऊपर आएगा। इससे ईसीजी रिकॉर्ड कर पाएंगे। अगर हम चल रहे हैं और उस स्थिति में ईसीजी जैसे बिगड़ेगा तो उसके हिसाब से मशीन जांच करती रहेगी। डिवाइस से दिल के मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी। डिवाइस बनाने का ख्याल कैसे आया ? इस सवाल पर समी सऊद ने बताया कि कोरोना महामारी में हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे थे। 20 साल के युवक भी इसके शिकार हो रहे थे। ऐसी कोई मशीन नहीं थी। जो पहले ही इसको मॉनिटर कर पाए, जो थीं वे आम आदमी की पहुंच से दूर थीं।

डिवाइस को तैयार करने में 12 हजार रुपए खर्च हुए

लिहाजा इस डिवाइस को बनाने का ख्याल आया। फिलहाल डिवाइस को तैयार करने में 12 हजार रुपए खर्च हुए। पहली बार में लागत ज्यादा आती है। क्योंकि बार-बार टेस्टिंग करनी पड़ती है। मार्केट में आने पर इस डिवाइस की कीमत चार हजार रुपए के अंदर ही रहेगी। फिलहाल के लिए यह डिवाइस हार्ट पेशेंट के लिए जोकि उनके लिए बहुत उपयोगी रहेगी। डॉक्टर अगर इसे प्रमोट करते हैं तो लोग घर बैठे ही इस डिवाइस से अपने दिल का हाल जान सकेंगे।

Lakshman Singh Raghav

Lakshman Singh Raghav

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