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पशुपालन विभाग घोटाला: एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, कथित पत्रकार गिरफ्तार

पशुपालन विभाग में हुए घोटाले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। पत्रकार बताकर जालसाज़ी करने वाले एक व्यक्ति संतोष मिश्रा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया हे। संतोष मिश्रा स्वंय को एक न्यूज चैनल का पत्रकार बताता था।

Newstrack
Published on: 19 Sep 2020 11:09 AM GMT
पशुपालन विभाग घोटाला: एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, कथित पत्रकार गिरफ्तार
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पशुपालन विभाग घोटाला: एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, कथित पत्रकार गिरफ्तार (social media)

लखनऊ: पशुपालन विभाग में हुए घोटाले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। पत्रकार बताकर जालसाज़ी करने वाले एक व्यक्ति संतोष मिश्रा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया हे। संतोष मिश्रा स्वंय को एक न्यूज चैनल का पत्रकार बताता था।

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कई दलाल पत्रकारों ने पशुपालन विभाग के करोड़ों के टेंडर में घपलेबाजी में बड़ी भूमिका निभाई थी

संतोष मिश्रा ने बताया कि वह आशीष राय के साथ मिलकर पशुपालन विभाग के करोड़ों के टेंडर में हुए घपलेबाजी में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी। पशुपालन घोटाले में पत्रकार अनिल राय, आशीष राय पहले से ही गिरफ्तार हैं और जेल की हवा खा रहे हैं। इस मामले में संतोष मिश्रा का नाम तभी से चर्चा में था। लेकिन इसने खुद एक बयान जारी कर अपने को पाक साफ बताया था। पुलिस को इस पर पहले से ही शक था। बताया जाता है कि इन कई दलाल पत्रकारों ने पशुपालन विभाग के करोड़ों के टेंडर में घपलेबाजी में बड़ी भूमिका निभाई थी।

crime crime (social media)

इन लोगों को किया गया गिरफ्तार

ठनके अलावा पशुधन राज्यमंत्री जयप्रताप निषाद के निजी प्रधान सचिव रजनीश दीक्षित, निजी सचिव धीरज कुमार देव, इलेक्ट्रॉनिक चैनल के पत्रकार आशीष राय, अनिल राय, कथित पत्रकार ए.के. राजीव, रूपक राय और उमाशंकर को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था।

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इस घोटाले में इंदौर के एक व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया को चारा आपूर्ति के अनुबंध में शामिल करने के मामले में विधानसभा सचिवालय के कुछ पत्रकारों और कर्मचारियों सहित 14 लोग शामिल थे. भाटिया के साथ कथित तौर पर इन लोगों ने 9.72 करोड़ रुपये की ठगी की थी जिसकी जांच एसटीएफ कर रही हें

गौरतलब है कि इस विभाग में ठगी करने के मामले में दो आईपीएस अफसरों को भी निलंबित किया जा चुका है। आईपीएस अफसरों दिनेश चंद्र दुबे और अरविंद सेन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे जिस पर कार्रवाई की गई है। बता दें कि दोनों डीआईजी स्तर के अधिकारी हैं। दिनेश चंद्र डीआईजी रूल मैनुअल थे जबकि अरविंद सेन डीआईजी पीएसी आगरा के पद पर थे।

श्रीधर अग्निहोत्री

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