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अब एएनएम के हाथ में ''टैबलेट'' देखकर चौकियेगा मत
अब औक्सिलरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम) स्वास्थ्य विभाग के लिए 'अनमोल' रत्न होंगी। इसका कारण है कि इनके हाथों में टेबलेट होगा और वे इसे चलाती नज़र आएंगी। इस योजना को 'अनमोल' नाम दिया गया है।
मऊ: अब औक्सिलरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम) स्वास्थ्य विभाग के लिए 'अनमोल' रत्न होंगी। इसका कारण है कि इनके हाथों में टेबलेट होगा और वे इसे चलाती नज़र आएंगी। इस योजना को 'अनमोल' नाम दिया गया है।
दरअसल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक पंकज कुमार ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिये कि यह टेबलेट अनमोल (शिशु एवं मातृत्व स्वास्थ्य), Non Communicable Disease(NCD) व Integrated Disease Surveillance Program (IDSP) एप्लीकेशन के संचालन हेतु केवल अधिकृत एएनएम को उपलब्ध कराये जाएंगे। इसके माध्यम से एएनएम अपने क्षेत्र के लोगों का स्वाथ्य डाटा फीड करेंगी और सीधे विभाग को रिपोर्ट देंगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीशचन्द्र सिंह ने दी।
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सीएमओ डॉ. सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कि जिले के एएनएम, डीसीपीएम, सीएचओ (कमुनिटी हेल्थ ऑफिसर) को देने के लिये नेशनल हेल्थ मिशन सहयोग से शासन द्वारा जनपद को अनमोल एप से लोड 298 टैबलेट मुहैया कराये हैं जिसमें कुल 274 टैबलेट वितरित किए जाने हेतु उपलब्ध किए जा चुके हैं।
इनमें से 24 टैबलेट शहरी एएनएम के लिये,219 टैबलेट उप केंद्र के लिये, 30 टैबलेट सीएचओ-कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसरों को, 1 टैबलेट डीसीपीएम को दिया जाएगा जो सभी को ऑनलाइन रखने कार्य करेगा और जरूरत पड़ने पर तुरंत ही स्वाथ्य विभाग को पूरा डाटा मुहैया कराएगा।
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टैबलेट में 3 सॉफ्टवेयर
एएनएम को दिये जाने वाले टैबलेट में 3 एप्लिकेशन पहले से हैं जिसमें अनमोल, एनसीडी तथा आईडीएसपी शामिल हैं। अनमोल सॉफ्टवेयर में गांव की गर्भवती माताओं तथा बच्चों का विवरण होगा। वहीं एनसीडी सॉफ्टवेयर में कैंसर,ब्लडप्रेशर, मधुमेह, मानसिक रोगी तथा हाइपरटेंशन आदि का विवरण होगा। जबकि आईडीएसपी सॉफ्टवेयर में कुष्ठ रोगी, मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू, डायरिया आदि रोगों का विवरण उपलब्ध रहेगा।
डीसीपीएम संतोष सिंह ने बताया कि जल्द ही जिले की सभी एएनएम, सीएचओ को शासन के द्वारा दिये गये विशेष एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिसीज) एप जिसे साधारण बोलचाल की भाषा में अनमोल एप जाना जाता है, से लोड टैबलेट दिया जायेगा। इसमे एक फार्मेट होगा। उस फार्मेट को एएनएम शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के घर-घर भ्रमण कर पुरुषों एवं महिलाओं के नाम, उम्र, मोबाईल, आधार या वोटर कार्ड का नंबर, और स्वाथ्य सम्बंधित समस्या को भरने का कार्य करेंगी। एप के माध्यम से विभाग को रिपोर्ट करेगीं। इसी डाटा के आधार पर एप में दर्ज महिलाओं व पुरुषों को शासन के चिकित्सकीय सुविधाओं को लाभ पहुंचाया जाएगा।
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आगे डीसीपीएम संतोष सिंह ने बताया कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के सभी लोगों को भी ध्यान रखना होगा कि एएनएम को अपना या अपने परिजनों का नाम दर्ज करा रहें हों वे सब कुछ सही हों। जो आधार या वोटर कार्ड से मैच कर रहें हों। एनसीडी अनमोल एप चलाने के लिये इस एप हेतु जिले की सभी एएनएम को प्रशिक्षण दिया जाएगा।