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Asad Ahmed Encounter: कभी' ला' की पढ़ाई करने लंदन जाना चाहता था असद, लेकिन पिता के कारण नहीं हो सका उसका सपना पूरा

Asad Ahmed Encounter: पासपोर्ट वैरीफिकेशन हो जाता तो लंदन में होता असद, लेकिन अतीक के अपराधिक रिकार्ड के कारण ऐसा नहीं हो सका।

Ashish Pandey
Published on: 15 April 2023 4:30 AM IST (Updated on: 14 April 2023 12:56 PM IST)
Asad Ahmed Encounter: कभी ला की पढ़ाई करने लंदन जाना चाहता था असद, लेकिन पिता के कारण नहीं हो सका उसका सपना पूरा
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कभी' ला' की पढ़ाई करने लंदन जाना चाहता था असद: Photo- Social Media

Asad Ahmed Encounter: यूपी एसटीएफ ने माफिया डान अतीक अहमद के बेटे को एनकाउंटर में मार गिराया। असद उमेश पाल हत्या मामले में आरोपी था। असद अहमद अतीक अहमद के तीसरे नंबर का बेटा था। असद लंदन से कानून की पढ़ाई करना चाहता था, उसने यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, टेक्सन यूनिवर्सिटी के लिए बकायदा आवेदन भी किया था। उसने पासपोर्ट के लिए भी एप्लाई किया था। हालांकि अतीक अहमद और परिवार के आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस ने वैरीफिकेशन पर आपत्ति लगा दी थी। इसी कारण असद का पासपोर्ट लटक गया और वह पढ़ाई के लिए लंदन नहीं जा सका।

माफिया अतीक के बेटे असद और एक शार्प शूटर गुलाम अहमद को गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दोनों का का एनकाउंटर झांसी में हुआ। यूपी पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे दोनों अपराधियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ था।

उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थे छह शूटर-

प्रयागराज में दिनदहाड़े हुए उमेश पाल की हत्या में छह शूटर शामिल थे। असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, साबिर, उस्मान उर्फ विजय चैधरी और अरमान जिनमें से दो को एसटीएफ ने गुरुवार को एनकाउंटर में मार गिराया और दो (अरबाज और उस्मान उर्फ विजय) को पुलिस पहले ही ढेर कर चुकी है।

तीसरे नंबर का बेटा था असद अहमद-

एसटीएफ के एनकाउंटर में मारा गया असद अतीक अहमद के तीसरे नंबर का बेटा था। बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल तो दूसरे नंबर का अली नैनी जेल में बंद है। चैथे और पांचवे नंबर के नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह राजरूपपुर में हैं।

...तो लंदन में होता असद

असद लंदन से कानून की पढ़ाई करना चाहता था। उसने यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, टेक्सन यूनिवर्सिटी के लिए आवेदन भी किया था, उसने पासपोर्ट के लिए भी एप्लाई किया था। हालांकि अतीक और परिवार के आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस ने वैरीफिकेशन पर आपत्ति लगा दी थी। इसी कारण असद का पासपोर्ट लटक गया और वह कानून की पढ़ाई करने लंदन नहीं जा सका।

पिता की गैंग को संभालने वाला नहीं बचा था कोई-

असद के सामने पिता और दोनों भाइयों के जेल जाने के बाद अतीक के गैंग को संभालने की चुनौती थी। इन तीनों के सलाखों के पीछे होने के कारण असद को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल होना पड़ा। बताया जाता है कि 24 फरवरी 2023 को जब उमेश पाल पर हमला किया गया तो उस दिन असद को कार में ही बैठना था, लेकिन वो ताव में आकर कार से बाहर निकला और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा और उसकी यही गलती आज उसके जान का करण बन गई। हमले के बाद का सीसीटीवी फुटेज जब सामने आया तो यह साफ हो गया कि असद अब अपने पिता की तरह ही जुर्म के रास्ते पर चल दिया है। उमेश पाल हत्या मामले के बाद असद यूपी पुलिस के मोस्टवांडेड लिस्ट में शामिल हो गया। पुलिस ने उस पर पांच लाख का इनाम भी घोषित कर रखा था।

Ashish Pandey

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