मजदूरों पर अत्याचार: अपनी ही मिट्टी से हुए दूर, प्रधान पर लगा ये आरोप

मनरेगा मजदूरों का कहना है कि उन्हें मनरेगा के तहत काम दिलाया जाए जिससे वह लोग अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।

Rahul Joy
Published on: 2 Jun 2020 12:57 PM GMT
मजदूरों पर अत्याचार: अपनी ही मिट्टी से हुए दूर, प्रधान पर लगा ये आरोप
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औरैया। विकासखंड औरैया क्षेत्र की ग्राम पंचायत भरसेन न्याय पंचायत बहादुरपुर के मनरेगा मजदूरों ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए एक शिकायती प्रार्थना पत्र एसडीएम कार्यालय में दिए जाने की बात कहीं है। जिसमें उन्होंने ग्राम प्रधान पर मनरेगा के तहत काम पर नहीं लगाये जाने एवं धमकाकर भगा देने का आरोप लगाया है।

ग्राम प्रधान ने बोला झूठ

क्षेत्र की ग्राम पंचायत भरसेन के मनरेगा मजदूरों ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय में दिए शिकायती प्रार्थना पत्र में कहा है, कि उनके गांव की ग्राम प्रधान संगीता देवी ने गांव में डुग्गी करवा कर कहा की मनरेगा का कार्य शुरू होगा। जिस पर काम के लिए गत 25 मई को मनरेगा श्रमिक पहुंचे और प्रधान के द्वारा नालियों व चकरोड की सफाई के अलावा खेतों का समतलीकरण कराया गया।

पहले दिन करीब 80 मनरेगा मजदूरों को काम दिया गया। जबकि दूसरे दिन करीब 100 मजदूरों को काम पर लगाया गया। इसी प्रकार से तीन दिन तक काम हुआ। चौथे दिन जब मनरेगा मजदूर काम के लिए पहुंचे तो प्रधान पति डॉ० संजय कुमार कुशवाह ने कहा कि मात्र 18 लोगों को ही काम पर लगाया जाएगा शेष लोग वापस चले जाएं।

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मजदूरों ने लगाया आरोप

मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहाँ कि प्रधान ने उन लोगों से कहाँ कि पुराने मनरेगा कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं और नये कार्ड बनाये जाएंगे लेकिन प्रधान के द्वारा कोई भी कार्ड नहीं दिए गये। साथ ही आरोप लगाया कि वर्ष 2019 में मनरेगा के तहत कार्य हुआ था जिसमें अभी तक 20 लोगों का प्रधान के द्वारा भुगतान नहीं किया गया है। साथ ही कहाँ कि प्रधान पति एवं उसके पिता ने उन लोगों के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट पर उतारू हो गये।

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मनरेगा मजदूरों का कहना है कि उन्हें मनरेगा के तहत काम दिलाया जाए जिससे वह लोग अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। इस संबंध में जब ग्राम प्रधान से दूरभाष के माध्यम से जानकारी ली गई, जिस पर प्रधान पति डॉक्टर संजय ने बताया कि चौथे दिन वृक्षारोपण का कार्य कराया जाना था इसलिए मजदूरों की संख्या कम करनी पड़ी। साथ ही कहाँ कि उन्हे यह भी निर्देश दिए गये हैं कि 50 साल से अधिक के मनरेगा मजदूरों को काम पर नहीं लगाया जाए।

यह श्रमिक रहे शामिल

वह स्वयं मंगलवार को एसडीएम से मिले और घटना के बारे में अवगत कराया। प्रार्थना पत्र देने वालों में प्रमुख रूप से देवीदयाल , ग्या प्रसाद , दयाराम , लालाराम , राम किशोर , प्रेम किशोर , पुष्पेंद्र , राहुल कुमार , घनश्याम , अवनीश , सिद्ध कुमार , अहिवरन , अवधेश , बाबूराम , शिव किशोर , विजय , रामजीत , राजेंद्र प्रसाद , किशन बिहारी , संतोष , छोटे , संतोष प्रजापति , अवनीश प्रजापति , शेरू , लल्लन बाबू , राम प्रकाश कठेरिया , आनन्द कठेरिया , देवेंद्र कठेरिया , अतुल , योगेश कुमार , ओम प्रकाश , सोवरन सिंह , अहिवरन , आदेश , किशन मुरारी , वीर सिंह , रामजीत , योगेंद्र , शीलू , राम आसरे , वेद प्रकाश , राम सनेही प्रजापति , राज कुमार , अरविंद , संजय व अमित कुमार के अलावा अन्य मनरेगा श्रमिक शामिल रहे।

रिपोर्टर- प्रवेश चतुर्वेदी, औरैया

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