×

दारोगा को किया गया लाइन हाजिर, पुलिस हिरासत में ट्रक मालिक से मारपीट का आरोप

ट्रक मालिक की ओर से अधिवक्ता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र का सीजेएम डॉक्टर सुरेश कुमार ने संज्ञान लेते हुए ट्रक मालिक का दोबारा मेडिकल परीक्षण कराया।

Newstrack
Published on: 6 July 2020 3:41 PM GMT
दारोगा को किया गया लाइन हाजिर, पुलिस हिरासत में ट्रक मालिक से मारपीट का आरोप
X

औरैया: लगातार पुलिस द्वारा की जा रही आम लोगों के साथ अवहेलना के चलते कोर्ट भी इस पर अब सक्रिय हो गया है। ऐसा ही एक मामला जनपद औरैया में प्रकाश में आया। जिसमें अवैध खनन में पकड़े गए एक ट्रक मालिक का नाम निकालने के लिए 100000 रुपए की मांग की गई थी। जब उसने यह मांग नामंजूर कर दी तो दरोगा द्वारा उसे शारीरिक व मानसिक पीड़ा दी गई। जिस पर न्यायालय ने कड़ा कदम उठाते हुए आरोपी दरोगा को लाइन हाजिर किए जाने के आदेश जारी कर दिए।

ट्रक मालिक का दरोगा पर आरोप

गौरतलब है कि बीती 2 जुलाई 2020 को कोतवाली औरैया के उपनिरीक्षक योगेंद्र सिंह ने कोतवाली चौकी से ओवर लोडिंग व खनन के मामले में खनन अधिकारी द्वारा निरुद्ध किए गए ट्रक को चालक द्वारा ट्रक को भगा ले जाने के मामले में ट्रक मालिक सत्येंद्र सिंह उर्फ लड़ेते निवासी सौरिख जनपद कन्नौज को गिरफ्तार किया था।

ये भी पढ़ें- कानपुर मुठभेड़ कांड: अब फंसा ये बड़ा अधिकारी, पुलिस करेगी इनकी जांच

रिमांड पर जब उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में प्रस्तुत किया गया तो ट्रक मालिक ने अपने शरीर की चोटों के निशान दिखाते हुए आरोप लगाया कि एक लाख की मांग पूरी न करने पर दरोगा योगेंद्र सिंह ने उसे रात में पटा से मारा। ट्रक मालिक की ओर से अधिवक्ता शिवम शर्मा द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र का सीजेएम डॉक्टर सुरेश कुमार ने संज्ञान लेते हुए ट्रक मालिक का दोबारा मेडिकल परीक्षण कराया।

न्यायालय ने किया लाइन हाजिर

पैनल द्वारा की गई डाक्टरी में मेडिकल कराए जाने के दौरान चोटो को पाए जाने पर सीजेएम ने पुलिस अधीक्षक को सुप्रीम कोर्ट की विधि व्यवस्था के विपरीत आचरण करने व अनुचित लाभ के लिए पद का दुरुपयोग करने के दोषी दरोगा योगेंद्र सिंह को दंडित करने हेतु पुलिस अधीक्षक सुनीत को पत्र लिखा।

ये भी पढ़ें- इस प्रसिद्ध शिव मंंदिर में पहली बार भगवान भोले के दर्शन नहीं कर पाएंगे भक्त

कोर्ट को बताया गया कि उक्त दरोगा योगेंद्र सिंह को पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन स्थानांतरित कर दिया है। पता चला है कि पीड़ित ट्रक मालिक के परिजन पुलिस अभिरक्षा में की गई मारपीट की मानवाधिकार आयोग में शिकायत कराए जाने के लिए प्रयासरत हैं। यह भी जानकारी मिली है कि शीघ्र वह मानवाधिकार की शरण में जाकर आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाएंगे।

रिपोर्ट- प्रवेश चतुर्वेदी

Newstrack

Newstrack

Next Story